अनूपपुर (ब्यूरो) मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन,जिला पंचायत अनूपपुर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय आजीविका मेला नगर में सभी के लिये आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
विदित हो कि उक्त आयोजन दिनांक 27 से 29 सितंबर 2023 तक स्थानीय सामतपुर तालाब परिसर में किया जा रहा है।जहां स्व सहायता समूहों के द्वारा बनाये जा रहे विभिन्न उत्पादों को प्रदर्शन एवं विक्रय के लिये उपलब्ध कराया गया है।
कलेक्टर आशीष वशिष्ठ के निर्देशन तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा के मार्गदर्शन में पहली बार आयोजित आजीविका मेला में विविध आजीविका उत्पाद साबुन ,हैंडवाश, अगरबत्ती, बड़ी, पापड़, अचार,शहद, फर्नीचर, मिट्टी के खिलौने, चटाई, चप्पल आदि बरबस ही जहां एक ओर आमजन को आकर्षित कर रहे हैं, वहीं लोक कला एवं संस्कृति को अभिव्यक्त करने वाले विभिन्न कलाकृतियां बीजापुरी काष्ठ शिल्प, गोंडी चित्रकला, लौह शिल्प, बांस शिल्प अनायास ही सभी का मन मोह लेती हैं।
एक जिला एक उत्पाद कोदो मिलेट व कोदो बिस्कुट को खरीदने हर कोई रुचि दिखा रहा है।मेला का विशिष्ट आकर्षण है कुटकी की खीर, कोदो का पुलाव एवं कोदो की इडली,हर कोई इनके लाजवाब स्वाद को सराह रहा है।
जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में आयोजित इस आजीविका मेला को जिस तरह से सभी का सहयोग मिल रहा है व निसंदेह भविष्य में स्व सहायता समूहों के उत्पादों के लिये बाजार की उपलब्धता की दिशा में सकारात्मक संकेत हैं।जिले वासियों से आजीविका मेला का लाभ उठाने तथा स्वयं सहायता समूह की बहनों के उत्पाद को खरीद कर प्रोत्साहित करने की अपील एनआरएलएम के जिला परियोजना प्रबंधक शशांक प्रताप सिंह ने की है।
विदित हो कि उक्त आयोजन दिनांक 27 से 29 सितंबर 2023 तक स्थानीय सामतपुर तालाब परिसर में किया जा रहा है।जहां स्व सहायता समूहों के द्वारा बनाये जा रहे विभिन्न उत्पादों को प्रदर्शन एवं विक्रय के लिये उपलब्ध कराया गया है।
कलेक्टर आशीष वशिष्ठ के निर्देशन तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा के मार्गदर्शन में पहली बार आयोजित आजीविका मेला में विविध आजीविका उत्पाद साबुन ,हैंडवाश, अगरबत्ती, बड़ी, पापड़, अचार,शहद, फर्नीचर, मिट्टी के खिलौने, चटाई, चप्पल आदि बरबस ही जहां एक ओर आमजन को आकर्षित कर रहे हैं, वहीं लोक कला एवं संस्कृति को अभिव्यक्त करने वाले विभिन्न कलाकृतियां बीजापुरी काष्ठ शिल्प, गोंडी चित्रकला, लौह शिल्प, बांस शिल्प अनायास ही सभी का मन मोह लेती हैं।
एक जिला एक उत्पाद कोदो मिलेट व कोदो बिस्कुट को खरीदने हर कोई रुचि दिखा रहा है।मेला का विशिष्ट आकर्षण है कुटकी की खीर, कोदो का पुलाव एवं कोदो की इडली,हर कोई इनके लाजवाब स्वाद को सराह रहा है।
जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में आयोजित इस आजीविका मेला को जिस तरह से सभी का सहयोग मिल रहा है व निसंदेह भविष्य में स्व सहायता समूहों के उत्पादों के लिये बाजार की उपलब्धता की दिशा में सकारात्मक संकेत हैं।जिले वासियों से आजीविका मेला का लाभ उठाने तथा स्वयं सहायता समूह की बहनों के उत्पाद को खरीद कर प्रोत्साहित करने की अपील एनआरएलएम के जिला परियोजना प्रबंधक शशांक प्रताप सिंह ने की है।
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