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बिना अनुमति ठेकेदार कर रहा खेल मैदान के अंदर पानी टंकी का निर्माण खिलाडियों ने जताई आपत्ति, कलेक्टर से की निर्माण कार्य रोक लगाने की मांग

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)

शासन-प्रशासन द्वारा ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए लाखों रुपए खर्च कर खेल मैदान का निमार्ण कराया गया है,लेकिन ठेकेदार की मनमानी और चंद नेताओं की झूठी कहानी के कारण खेल मैदान के अंदर ही पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है।खिलाडियों ने न्यायप्रिय कलेक्टर के समक्ष अपनी बाते रखी,जिसके बाद उन्होने तत्काल रोक लगाते हुए अन्यंत्र निर्माण के निर्देश पीएचई विभाग के अधिकारियों को दिये है।
अनूपपुर (अंंचलधारा) जनपद पंचायत जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत परसवार के ग्राम मौहरी में नल जल योजना के तहत पानी टंकी का निर्माण किया जाना है,पीएचई विभाग के ठेकेदार द्वारा गांव में आदिवासी बालकों के लिए बने खेल मैंदान के अंदर बिना अनुमति के ही पानी टंकी निर्माण के लिए गढ्ढे बना दिये गये,जबकि ग्राम पंचायत के द्वारा एनओसी नही दिया गया है और न ही कोई खिलाडी खेल मैदान के अंदर किसी भी प्रकार का निर्माण चाहता है।
               इसके पूर्व भी खेल मैदान के अंदर सार्वजनिक शौचालय व आंगनबाडी का निर्माण हो चुका है,लगातार अतिक्रमण के दायरे में लाकर खेल मैदान को संकुकित किया जा रहा है।अगर समय रहते प्रशासन ने रोक नही लगाई तो आने वाले दिनों में खेेल मैदान महज कागजों में ही सिमट कर रह जायेगा।ग्रामीण खिलाडियों ने ग्राम मौहरी के खेल मैदान में हो रहे पानी टंकी के निर्माण पर रोक लगाते हुए अन्य जगह पर निर्मित कराये जाने की मांग की है, जिससे ग्रामीणों को पानी भी मिल सके और ग्रामीण ब‘चो के खेल प्रतिभाओं को भी निखारा जा सके।

ग्राम में उपलब्ध 
है शासकीय भूमि


पंचायत अंतर्गत कई जगहो पर शासकीय भूमि उपलब्ध है, जहां पानी टंकी का निर्माण किया जा सकता है,लेकिन ठेकेदार मनमानी करते हुए पानी टंकी का निर्माण जबरन खेल मैदान के अंदर कर रहा है,जबकि ग्राम मौहरी में दर्जनों जगह शासकीय भूमि मौजूद है तथा चंद नेताओं के कब्जे में है।शासकीय भूमि पर अपनी कब्जा जमाये रखने तथा ग्रामवासियों को धोखे में रखकर खेल मैदान में ही पानी टंकी निर्माण के लिए जोर दिया जा रहा है,तांकि उनके कब्जे की भूमि में निर्माण न होकर खेल मैदान में निर्माण कर दिया जाये,जिससे उनका रूतबा और कब्जा बरकरार रहे।

कलेक्टर ने 
दिये निर्देश


मौहरी आदिवासी बाहुल्य ग्राम है,यहां के बालक अपने खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए प्रतिदिन फुटबाल व क्रिकेट खेलकर अपनी प्रतिभा को उभारने का प्रयास करते है,जैसे ही खिलाडियों को पानी टंकी निर्माण की जानकारी लगी वह न्यायप्रिय कलेक्टर आशीष वशिष्ठ से मिलने जनसुनवाई के दौरान कलेक्ट्रेट सभागार पहुंचे,जहां कलेक्टर ने तत्काल पीएचई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि खेल मैदान के अंदर किसी भी प्रकार का निर्माण नही किया जा सकता है,अन्यत्र स्थान चयन कर पानी टंकी का निर्माण कराने के निर्देश दिये है।

आदिवासियों के प्रतिभा 
को कुचलने का प्रयास


पंचायत अंतर्गत दर्जनों जगहों पर शासकीय भूमि मौजूद है, कुछ भूमि और हेण्डपंप तो चंद नेताओं के कब्जे में भी है, उनकी अतिक्रमित भूमि पर पानी टंकी का निर्माण न हो इसलिए ग्राम में एक मात्र मौजूद खेल मैदान को ही जगह बताकर निर्माण कार्य करा दिया जाता है।इन नेताओं को गरीब आदिवासी बच्चों के प्रतिभा से कोई लेना देनो नही है, बल्कि उनके खेल प्रतिभाओं को कुचलने का भरसक प्रयास करते है और अपनी धौस बनाये रखना चाहते है।इसके पूर्व भी खेल मैदान के अंदर आंगनबाडी केन्द्र तथा सार्वजनिक शौचालय का निर्माण करा दिया गया है,लगातार खेल मैदान को संकुचित कर अस्तित्व मिटाने का प्रयास किया जा रहा है।

इनका कहना है-
खेल मैदान के अंदर पानी टंकी निर्माण करने के लिए मैंने मना कर दिया है,अन्यंत्र जगह चयन कर ही ठेकेदार पानी टंकी का निर्माण करायेगा।
एच.एस.धुर्वे, कार्यपालन यंत्री
पीएचई विभाग अनूपपुर

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