(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) कोरोना कॉल से ट्रेनें पूरी तरह बंद की गई थी।उसके बाद स्पेशल बनाकर धीरे-धीरे ट्रेनों को प्रारंभ किया गया।कई ट्रेन आज भी प्रारंभ नहीं हो सकी वहीं ट्रेनों के अधिकांश स्टॉपेज बंद कर दिए गए जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा।सांसद से लोग डिमांड करते रहे लेकिन स्टॉपेज एवं ट्रेनें बहाल नहीं हो पाई।
जिससे आम यात्रियों को सड़क मार्ग के द्वारा अधिक राशि देकर यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है और आज भी सड़क मार्ग से छोटे-छोटे स्टेशनों के यात्री आवागमन कर रहे हैं।लेकिन रेलवे के कान में जूं तक नहीं रेंगी।उन्होंने छोटे-छोटे स्टेशन के स्टॉपेज बहाल नहीं किए।
शहडोल संसदीय क्षेत्र में बांधवगढ़ नेशनल पार्क के नाम से उमरिया स्टेशन जो कि जिला मुख्यालय का स्टेशन है यहां भी कई ट्रेनों का स्टॉपेज आज तक बहाल नहीं हो सके।वही बिरसिंहपुर पाली, नरोजाबाद, चंदिया, जैतहरी, वेंकटनगर वही सीआईसी सेक्शन के कई स्टेशनों पर आज भी ट्रेन के पहिए नहीं रुक रहे।जिससे यात्रियों को निरंतर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।अब भारत सरकार के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव धीरे-धीरे चुनावी वर्ष को देखते हुए अपने भारतीय जनता पार्टी के सांसदों को पूरा क्रेडिट देने के लिए पत्र लिखकर स्टॉपेज बहाल की जानकारी दे रहे हैं और कुछ कुछ स्टेशनों में धीरे-धीरे ट्रेन बहाल कर रहे हैं।
रेल मंत्री एक पत्र पर सांसद हिमाद्री सिंह के नाम से लिखकर और उनके पूर्व के पत्रों का हवाला देते हुए लिख रहे हैं कि जिसमें आपने जन सुविधा के लिए विभिन्न रेलवे स्टेशन पर ट्रेन स्टॉपेज के संबंध में अनुरोध किया है।
आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि शहडोल संसदीय क्षेत्र के प्रमुख रेलवे स्टेशन पर गाड़ी सं.का ठहराव स्वीकृत कर दिया गया है।
इस तरह के मजनून का पत्र लगभग सभी अपने सांसदों को पत्र लिखकर ट्रेनों के स्टॉपेज बहाल कर रहे हैं।जिससे पूरा क्रेडिट भारतीय जनता पार्टी के सांसद को चुनावी वर्ष में जाए। इसके पूर्व सांसदों की बातों को रद्दी की टोकरी में डाल दिया जाता था जिसका परिणाम था की करोना कॉल से कई स्टेशन ट्रेनों के स्टॉपेज की राह देखते रह गए।लेकिन ट्रेनों के पहिए स्टेशनों पर नहीं थमे।
अब वाहवाही लूटने का क्रम रेल मंत्री द्वारा चालू कराया जा रहा है जो किसी भी मायने में जनता को अपनी और आकर्षित नहीं कर सकता।चुनाव के समय जनता अपने साथ हुए अन्याय का जवाब अपने मत के द्वारा आने वाले लोकसभा चुनाव में जरूर देकर बताएगी की जनता से छलावा करने वालों का जनता क्या हश्र करती है।रेलवे की मनमानी तो इस कदर बढ़ी हुई है कि हर तरफ ट्रेनों को आज भी स्पेशल बनाकर चलाया जा रहा है लेकिन उड़ीसा में ट्रेन स्पेशल के रूप में नहीं बल्कि पुरानी तरह से चल रही है।वहां पर लोकल,मेमू ट्रेन का किराया केवल 10 रुपए ही लग रहा है जबकि अन्य जगह लोकल,मेमू ट्रेन का किराया 30 रुपए कम से कम लग रहा है।लेकिन तमाम शिकायतों के बावजूद भी रेल प्रशासन की आंखें नहीं खुली।आज भी आम जनता अधिक किराया देकर ट्रेनों में यात्रा करने को मजबूर है।वही उड़ीसा के लोग कम किराए में यात्रा कर रहे हैं यह कहां का न्याय संगत निर्णय भारतीय जनता पार्टी का है इसका जवाब भाजपा के नेता ही दे सकते हैं।
अब शहडोल संसदीय क्षेत्र की जनता तैयार रहें रेल मंत्री का पत्र शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद हिमाद्री सिंह के नाम पर आने वाला है।जिसमें शहडोल संसदीय क्षेत्र के प्रमुख स्टेशनों जिसमें चंदिया, उमरिया, नरोजाबाद, बिरसिंहपुर पाली, बुढार, अमलाई, जैतहरी, वेंकटनगर आदि स्टेशनों पर ट्रेनों के बहाली संबंधित पत्र आने वाला है।जो पूर्व सुनियोजित है इसमें सांसद अपनी वाहवाही लूटने की पूरी कोशिश करेगी लेकिन जनता को उस सांसद से पूछना चाहिए कि इतने वर्षों से ट्रेनों का स्टॉपेज क्यों घोषित नहीं करा पाई।अब तो एक प्रक्रिया के तहत पूरे भारत में ट्रेनों के स्टॉपेज बहाल हो रहे हैं तो इसमें सांसद का क्या रोल है इसका जवाब सांसद दें।
जिससे आम यात्रियों को सड़क मार्ग के द्वारा अधिक राशि देकर यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है और आज भी सड़क मार्ग से छोटे-छोटे स्टेशनों के यात्री आवागमन कर रहे हैं।लेकिन रेलवे के कान में जूं तक नहीं रेंगी।उन्होंने छोटे-छोटे स्टेशन के स्टॉपेज बहाल नहीं किए।
शहडोल संसदीय क्षेत्र में बांधवगढ़ नेशनल पार्क के नाम से उमरिया स्टेशन जो कि जिला मुख्यालय का स्टेशन है यहां भी कई ट्रेनों का स्टॉपेज आज तक बहाल नहीं हो सके।वही बिरसिंहपुर पाली, नरोजाबाद, चंदिया, जैतहरी, वेंकटनगर वही सीआईसी सेक्शन के कई स्टेशनों पर आज भी ट्रेन के पहिए नहीं रुक रहे।जिससे यात्रियों को निरंतर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।अब भारत सरकार के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव धीरे-धीरे चुनावी वर्ष को देखते हुए अपने भारतीय जनता पार्टी के सांसदों को पूरा क्रेडिट देने के लिए पत्र लिखकर स्टॉपेज बहाल की जानकारी दे रहे हैं और कुछ कुछ स्टेशनों में धीरे-धीरे ट्रेन बहाल कर रहे हैं।
रेल मंत्री एक पत्र पर सांसद हिमाद्री सिंह के नाम से लिखकर और उनके पूर्व के पत्रों का हवाला देते हुए लिख रहे हैं कि जिसमें आपने जन सुविधा के लिए विभिन्न रेलवे स्टेशन पर ट्रेन स्टॉपेज के संबंध में अनुरोध किया है।
आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि शहडोल संसदीय क्षेत्र के प्रमुख रेलवे स्टेशन पर गाड़ी सं.का ठहराव स्वीकृत कर दिया गया है।
इस तरह के मजनून का पत्र लगभग सभी अपने सांसदों को पत्र लिखकर ट्रेनों के स्टॉपेज बहाल कर रहे हैं।जिससे पूरा क्रेडिट भारतीय जनता पार्टी के सांसद को चुनावी वर्ष में जाए। इसके पूर्व सांसदों की बातों को रद्दी की टोकरी में डाल दिया जाता था जिसका परिणाम था की करोना कॉल से कई स्टेशन ट्रेनों के स्टॉपेज की राह देखते रह गए।लेकिन ट्रेनों के पहिए स्टेशनों पर नहीं थमे।
अब वाहवाही लूटने का क्रम रेल मंत्री द्वारा चालू कराया जा रहा है जो किसी भी मायने में जनता को अपनी और आकर्षित नहीं कर सकता।चुनाव के समय जनता अपने साथ हुए अन्याय का जवाब अपने मत के द्वारा आने वाले लोकसभा चुनाव में जरूर देकर बताएगी की जनता से छलावा करने वालों का जनता क्या हश्र करती है।रेलवे की मनमानी तो इस कदर बढ़ी हुई है कि हर तरफ ट्रेनों को आज भी स्पेशल बनाकर चलाया जा रहा है लेकिन उड़ीसा में ट्रेन स्पेशल के रूप में नहीं बल्कि पुरानी तरह से चल रही है।वहां पर लोकल,मेमू ट्रेन का किराया केवल 10 रुपए ही लग रहा है जबकि अन्य जगह लोकल,मेमू ट्रेन का किराया 30 रुपए कम से कम लग रहा है।लेकिन तमाम शिकायतों के बावजूद भी रेल प्रशासन की आंखें नहीं खुली।आज भी आम जनता अधिक किराया देकर ट्रेनों में यात्रा करने को मजबूर है।वही उड़ीसा के लोग कम किराए में यात्रा कर रहे हैं यह कहां का न्याय संगत निर्णय भारतीय जनता पार्टी का है इसका जवाब भाजपा के नेता ही दे सकते हैं।
अब शहडोल संसदीय क्षेत्र की जनता तैयार रहें रेल मंत्री का पत्र शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद हिमाद्री सिंह के नाम पर आने वाला है।जिसमें शहडोल संसदीय क्षेत्र के प्रमुख स्टेशनों जिसमें चंदिया, उमरिया, नरोजाबाद, बिरसिंहपुर पाली, बुढार, अमलाई, जैतहरी, वेंकटनगर आदि स्टेशनों पर ट्रेनों के बहाली संबंधित पत्र आने वाला है।जो पूर्व सुनियोजित है इसमें सांसद अपनी वाहवाही लूटने की पूरी कोशिश करेगी लेकिन जनता को उस सांसद से पूछना चाहिए कि इतने वर्षों से ट्रेनों का स्टॉपेज क्यों घोषित नहीं करा पाई।अब तो एक प्रक्रिया के तहत पूरे भारत में ट्रेनों के स्टॉपेज बहाल हो रहे हैं तो इसमें सांसद का क्या रोल है इसका जवाब सांसद दें।
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