(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) नगर परिषद से नगरपालिका के गठन के इतिहास में अनूपपुर को एक सशक्त महिला के रूप में मुख्य नगरपालिका अधिकारी (सीएमओ)ज्योति सिंह मिली थी। जिन्होंने सिर्फ कार्यालय की व्यवस्था परिवर्तन ही नहीं की बल्कि वर्षों से काबिज नगर पालिका क्षेत्र के अतिक्रमण को हटाने के लिए सदैव याद की जाएंगी।अनूपपुर के इतिहास में ऐसा अतिक्रमण किसी ने नहीं हटा पाया जो उन्होंने 8 दिन की गोद में छोटी बच्ची होने के बाद भी दवा खा-खा कर स्वयं मौके पर उपस्थित रहकर दिन भर अतिक्रमण हटाओ अभियान में भागीदारी बनी रही और उन्होंने अपनी प्रशासनिक क्षमता का भरपूर उपयोग करते हुए बेवजह के सभी अतिक्रमण जो जमाने से विराजमान थे उन्हें हटाने में पूरी सफलता प्राप्त की।यही नहीं नगरपालिका की व्यवस्थाओं में जिस तरह से परिवर्तन उन्होंने अपने कार्यकाल में किया है वह सदैव याद रहेगा।आम जनता को बेहिचक शासन की तमाम योजनाओं के साथ ही मूलभूत सुविधाओं का लाभ पूरी पारदर्शिता के साथ दिलाने में इन्होंने कभी कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी।गलत करने वालों को इन्होंने सबक भी सिखाया जिसका परिणाम है कि इनका कार्यकाल सदैव अविस्मरणीय रहेगा।नगर की जनता के हित के अनुरूप इन्होंने सदैव कार्य किया।प्रेसिडेंट इन काउंसिल की बैठक में एजेंडा से हटकर कार्य करने को गंभीरता से लिया एवं दो पार्षदों को अयोग्य घोषित करने के लिए कलेक्टर को पत्र भी लिखा यही नहीं नगर पालिका अध्यक्ष अंजूलिका सिंह ने भी पार्षदों के बर्ताव को उचित नहीं माना और उन्होंने प्रेसिडेंट इन काउंसिल ही भंग कर दी।निश्चित ही मुख्य नगरपालिका अधिकारी के फैसले का चहु और स्वागत हुआ। इनके कार्यकाल में सभी कार्यों को पारदर्शिता के साथ किया गया। इन्होंने अपना स्थानांतरण स्वयं काफी पहले करा लिया था केवल आदेश का ही इंतजार था। लेकिन कुछ लोगों ने इनके स्थानांतरण को नगरपालिका के दो पार्षदों को अयोग्य घोषित होने से लगा लिया जो कहीं भी उचित नहीं है।काफी पहले जब प्रेसिडेंट इन काउंसिल की बैठक भी नहीं हुई थी जब इनका नाम लिस्ट में उमरिया के लिए आ चुका था।लेकिन आदेश विलंब के कारण स्थानांतरण रुका रहा।इनकी निष्पक्षता एवं कार्य के प्रति गंभीरता से पुरानी परंपरा का बंटाधार हो गया था जिसके कारण अंदर ही अंदर लोग काफी परेशान थे।लेकिन इनके स्थानांतरण के बाद भी अनूपपुर नगर पालिका की सीएमओ के रूप में स्नेहा मिश्रा महिला ही आ रही है और वह भी नियम कानून में चलने वाली मुख्य नगरपालिका अधिकारी है।जहां गलत कार्यों को वह तनिक भी पनाह नहीं देंगी और उनके कार्यकाल में भी पारदर्शिता सामने नजर आएगी।देखना है खुशियां मनाने वालों की चेहरे की रौनक में क्या अंतर आता है।महिलाओं को कमजोर समझना उचित नहीं है।महिला अधिकारी पूरी तन्मयता के साथ कार्य करती हैं जिसका परिणाम है कि अनूपपुर को जिला कलेक्टर के रूप में सुश्री सोनिया मीना जैसे तेज तर्रार कलेक्टर मिली है और जिले में अन्य विभागों में भी महिलाओं का वर्चस्व है जहां पूरी इमानदारी से पारदर्शिता के साथ कार्य हो रहे हैं और होते रहेंगे। अनूपपुर नगर पालिका क्षेत्र की ऐतिहासिक उपलब्धियों के लिए सदैव स्थानांतरित मुख्य नगरपालिका अधिकारी ज्योति सिंह को याद किया जाएगा।
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