दो माह से नहीं मिली मजदूरी 50 हजार गड्ढे खुदवाने के
बाद नहीं किया भुगतान मजदूरों ने कार्यालय में डाला डेरा
(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा)अमरकंटक वन परिक्षेत्र में काम कराने के बाद मजदूरों को दो महीने से भुगतान नहीं किया गया है। इसके विरोध में मजदूरों ने परिवार सहित वन मंडल कार्यालय में डेरा जमा लिया है। रुपए नहीं होने से उनके पास कुछ भी खाने के नहीं बचा है। उन्हें अफसरों ने राशन दिया था, लेकिन बुधवार को उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं बचा। उन्होंने अफसरों से रुपए दिलाने की मांग की है।मजदूरों का कहना है कि डिप्टी नाकेदार अमरकंटक द्वारा भुगतान नहीं किया गया है। मंगलवार को सैकड़ों मजदूर परिवार के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।वे पूरा दिन कलेक्ट्रेट परिसर में भूखे प्यासे बैठे थे। मजदूरों ने अपर कलेक्टर सरोधन सिंह को ज्ञापन भी सौंपा था। दो दिन से मजदूरों सुनवाई नहीं हुई है। ये मजदूर सीधी और उमरिया जिले के हैं। 45 मजदूरों को मंगलवार को 25 किलो राशन दिया गया था।
50 हजार से
ज्यादा गड्ढे कराए
ज्यादा गड्ढे कराए
मजदूरों ने बताया कि डिप्टी नाकेदार के द्वारा 80X60 सेमी. के 18320 गड्ढे और 30x30 के 34413 गड्ढे कराए थे। इनका 2 माह से भुगतान नहीं किया गया है।यह काम अमरकंटक वन परिक्षेत्र में आस-पास के ग्रामीणों से कराना था। डिप्टी नाकेदार ने हमें बाहर से बुलाया से था। इस वजह से मजदूरों का भुगतान लटक गया है। डिप्टी नाकेदार ने कहा कि इस प्रोजेक्ट का शासन के द्वारा जो मजदूरी भुगतान दर आएगा, उसके हिसाब से किया जाएगा।
नकद भुगतान
का था आश्वासन
का था आश्वासन
मजदूरों ने बताया कि डिप्टी नाकेदार ने काम होने के बाद नकद भुगतान की बात कही थी। अब वे खाता नम्बरों की मांग कर रहे हैं। ऐसे में आर्थिक रूप से परेशान हो रहे हैं। भोजन व्यवस्था नहीं हो पा रही है।
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