(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक में एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन श्री शील मण्डल के तत्वाधान में 1 जून को आयोजित किया गया। इस स्वास्थ्य शिविर में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी लालपुर से डॉ. राकेश रायकवार,संजू रानी द्वारा विशेष रुप से हाइपरटेंशन डायबिटीज एवं जनरल चेकअप कर निदान किया गया। जिसका लाभ विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों एवं उनके परिजनों के साथ-साथ ग्रामवासियों को भी प्राप्त हुआ। इस स्वास्थ्य शिविर में सुबह से ग्रामवासियों की उपस्थिति देखी गई। इससे इस बात का भान होता है, कि आज की पीढ़ी अपने स्वास्थ के प्रति जागरूक है।
आज के इस स्वास्थ्य शिविर में अतिथि के रूप में लालपुर सरपंच कलावती टांडिया उपस्थित थी। कार्यक्रम के शुरू में श्री शील मण्डल की अध्यक्ष शीला त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में कहा कि "जो लोग सोचते हैं कि उनके पास व्यायाम करने का कोई समय नहीं है उन्हें जल्द ही या बाद में किसी बीमारी के लिए समय निकालना होगा। सच्चाई यह है कि हम सबको पता है कि स्वास्थ्य सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है। आज देश से देश, क्षेत्र से क्षेत्र के आधार पर। एक सर्वेक्षण के अनुसार मोटापा कैंसर की तुलना में बड़ी बीमारी बन रहा है। फिर भी हम जागरूक नहीं हो रहे हैं। केवल एक स्वस्थ व्यक्ति अपने श्रम के फल का आनंद ले सकता है। अगर कोई व्यक्ति जो अमीर है पर उसके पास स्वास्थ्य का अभाव है तो उसका क्या उपयोग है? वह या तो अधिकतर पैसा चिकित्सा बिलों पर खर्च करेगा या सहायता लेकर अपना दैनिक काम पूरा करने में खर्च करेगा। स्वास्थ्य पैसे की तरह है। हमें तब तक इसके मूल्य का एहसास नहीं होता जब तक हम इसे खो नहीं देते हैं। मेरा आप सभी से आग्रह है कि अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बने, स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। स्वस्थ और तंदरुस्त रहने का आनंद लें। शेक्सपियर ने भी कहा है कि - हमारा शरीर हमारा बगीचा है। हमारी इच्छाएं हमारे माली हैं।"
कार्यक्रम का संयोजन विश्विद्यालय की डॉ. पी. श्रीदेवी द्वारा किया गया और स्वागत भाषण डॉ. सरस्वती चतुर्वेदी द्वारा दिया गया और कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद श्री शील मण्डल की सदस्य प्रज्ञा मिश्रा द्वारा दिया गया।
आज के इस स्वास्थ्य शिविर में अतिथि के रूप में लालपुर सरपंच कलावती टांडिया उपस्थित थी। कार्यक्रम के शुरू में श्री शील मण्डल की अध्यक्ष शीला त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में कहा कि "जो लोग सोचते हैं कि उनके पास व्यायाम करने का कोई समय नहीं है उन्हें जल्द ही या बाद में किसी बीमारी के लिए समय निकालना होगा। सच्चाई यह है कि हम सबको पता है कि स्वास्थ्य सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है। आज देश से देश, क्षेत्र से क्षेत्र के आधार पर। एक सर्वेक्षण के अनुसार मोटापा कैंसर की तुलना में बड़ी बीमारी बन रहा है। फिर भी हम जागरूक नहीं हो रहे हैं। केवल एक स्वस्थ व्यक्ति अपने श्रम के फल का आनंद ले सकता है। अगर कोई व्यक्ति जो अमीर है पर उसके पास स्वास्थ्य का अभाव है तो उसका क्या उपयोग है? वह या तो अधिकतर पैसा चिकित्सा बिलों पर खर्च करेगा या सहायता लेकर अपना दैनिक काम पूरा करने में खर्च करेगा। स्वास्थ्य पैसे की तरह है। हमें तब तक इसके मूल्य का एहसास नहीं होता जब तक हम इसे खो नहीं देते हैं। मेरा आप सभी से आग्रह है कि अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बने, स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। स्वस्थ और तंदरुस्त रहने का आनंद लें। शेक्सपियर ने भी कहा है कि - हमारा शरीर हमारा बगीचा है। हमारी इच्छाएं हमारे माली हैं।"
कार्यक्रम का संयोजन विश्विद्यालय की डॉ. पी. श्रीदेवी द्वारा किया गया और स्वागत भाषण डॉ. सरस्वती चतुर्वेदी द्वारा दिया गया और कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद श्री शील मण्डल की सदस्य प्रज्ञा मिश्रा द्वारा दिया गया।
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