(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) काफी लंबे समय से जिला मुख्यालय अतिक्रमण से पूरी तरह ग्रसित था।प्रशासन के हवाले होने के बाद भी नगर पालिका क्षेत्र अतिक्रमण से मुक्त नहीं हो पा रहा था।जब निर्वाचित अध्यक्ष होता है तो
नेतागिरी के कारण वोट की राजनीति सामने आ जाती है और अतिक्रमण को बढ़ावा मिलता रहता है लेकिन जब से प्रशासक बैठा है तो यहां कोई वोट की राजनीति नहीं है लेकिन उसके बावजूद भी नगर पालिका शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान को मूर्त रूप नहीं दे रहा था।जिससे सीएम हेल्पलाइन में तमाम शिकायतें दर्ज थी और लेबल 4 अधिकारी तक शिकायत पहुंच चुकी थी आयुक्त स्तर पर शिकायत पहुंचने के बाद कार्यवाही करने को नगरपालिका को मजबूर
होना पड़ा और उसी तारतम्य में शहर के अंदर मेन रोड को सर्वप्रथम निशाना बनाया गया।जिसमें बुलडोजर के द्वारा सड़कों पर दुकानों के दोनों तरफ शेड द्वारा कुछ कुछ हिस्सा नालियों के आगे तक बढ़ा लिया गया था और उसी की आड़ में सड़कों के दोनों तरफ दुकान फैला फैला कर लगाई जा रही थी जिससे आने जाने वाले हर किसी को परेशानी होती थी।लेकिन दुकानदारों को इससे कोई लेना-देना नहीं था।स्टेशन से बस स्टैंड जाने वाला प्रमुख एकमात्र मार्ग यह है उसके बावजूद भी लोग अतिक्रमण करने से बाज नहीं आ रहे थे।इसी मार्ग से चार चक्का वाहन, मोटरसाइकिल, स्कूटी, साइकिल, पदयात्री तो आते जाते ही हैं वही आवारा पशुओं के कारण सड़क पर हमेशा जाम लगा रहता है क्योंकि दुकानदारों के कारण अच्छी चौड़ी सड़क भी पतली गली में परिवर्तित हो जाती है जिससे हर किसी को
परेशानी हो जाती है।जिसको देखते हुए कलेक्टर एवं नगर पालिका प्रशासक एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिए उसके बाद अतिक्रमण हटाओ अभियान प्रारंभ किया गया।लेकिन पूरे शहर में अभी अतिक्रमण बना हुआ है नगर पालिका को बिना किसी भेदभाव के पूरा अतिक्रमण हटाना चाहिए जिससे हर किसी को राहत मिले।आने जाने में किसी तरह की परेशानी ना हो और सड़कें अच्छी चौड़ी चौड़ी दिखे जिससे आने जाने वाले वाहन भी आराम से आ जा सके। देखना है नगरपालिका आगे भी कार्रवाई करता है या केवल पूर्व की तरह ड्रामेबाजी कर अपने कार्यों को विराम दे देता है। नगर
पालिका द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान में प्रमुख रूप से डी.एन. मिश्रा, गौरव सिंह बघेल, राकेश पांडे, बृजेश मिश्रा, सुदीप गर्ग, रजनीश लहंगीर, शंकर लहंगीर, गजाला परवीन, अली अहमद, विकास ,प्रतीक एवं उनका स्टाफ मौजूद था।इनके साथ ही पुलिस विभाग से एस.आई प्रवीण साहू एवं समस्त पुलिस स्टाफ भी पूरी टाइम मौजूद रहा।
नेतागिरी के कारण वोट की राजनीति सामने आ जाती है और अतिक्रमण को बढ़ावा मिलता रहता है लेकिन जब से प्रशासक बैठा है तो यहां कोई वोट की राजनीति नहीं है लेकिन उसके बावजूद भी नगर पालिका शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान को मूर्त रूप नहीं दे रहा था।जिससे सीएम हेल्पलाइन में तमाम शिकायतें दर्ज थी और लेबल 4 अधिकारी तक शिकायत पहुंच चुकी थी आयुक्त स्तर पर शिकायत पहुंचने के बाद कार्यवाही करने को नगरपालिका को मजबूर
होना पड़ा और उसी तारतम्य में शहर के अंदर मेन रोड को सर्वप्रथम निशाना बनाया गया।जिसमें बुलडोजर के द्वारा सड़कों पर दुकानों के दोनों तरफ शेड द्वारा कुछ कुछ हिस्सा नालियों के आगे तक बढ़ा लिया गया था और उसी की आड़ में सड़कों के दोनों तरफ दुकान फैला फैला कर लगाई जा रही थी जिससे आने जाने वाले हर किसी को परेशानी होती थी।लेकिन दुकानदारों को इससे कोई लेना-देना नहीं था।स्टेशन से बस स्टैंड जाने वाला प्रमुख एकमात्र मार्ग यह है उसके बावजूद भी लोग अतिक्रमण करने से बाज नहीं आ रहे थे।इसी मार्ग से चार चक्का वाहन, मोटरसाइकिल, स्कूटी, साइकिल, पदयात्री तो आते जाते ही हैं वही आवारा पशुओं के कारण सड़क पर हमेशा जाम लगा रहता है क्योंकि दुकानदारों के कारण अच्छी चौड़ी सड़क भी पतली गली में परिवर्तित हो जाती है जिससे हर किसी को
परेशानी हो जाती है।जिसको देखते हुए कलेक्टर एवं नगर पालिका प्रशासक एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिए उसके बाद अतिक्रमण हटाओ अभियान प्रारंभ किया गया।लेकिन पूरे शहर में अभी अतिक्रमण बना हुआ है नगर पालिका को बिना किसी भेदभाव के पूरा अतिक्रमण हटाना चाहिए जिससे हर किसी को राहत मिले।आने जाने में किसी तरह की परेशानी ना हो और सड़कें अच्छी चौड़ी चौड़ी दिखे जिससे आने जाने वाले वाहन भी आराम से आ जा सके। देखना है नगरपालिका आगे भी कार्रवाई करता है या केवल पूर्व की तरह ड्रामेबाजी कर अपने कार्यों को विराम दे देता है। नगर
पालिका द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान में प्रमुख रूप से डी.एन. मिश्रा, गौरव सिंह बघेल, राकेश पांडे, बृजेश मिश्रा, सुदीप गर्ग, रजनीश लहंगीर, शंकर लहंगीर, गजाला परवीन, अली अहमद, विकास ,प्रतीक एवं उनका स्टाफ मौजूद था।इनके साथ ही पुलिस विभाग से एस.आई प्रवीण साहू एवं समस्त पुलिस स्टाफ भी पूरी टाइम मौजूद रहा।
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