(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) जिला जल एवं स्वच्छता मिशन’’ समिति की बैठक कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री एस.के. साल्वे, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त पी.एन. चतुर्वेदी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.डी. सोनवानी, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी के.के. सोनी, उप संचालक कृषि एन.डी. गुप्ता, महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी विनोद परस्ते सहित सर्व संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में जिले में जल जीवन मिशन अंतर्गत चल रही रेट्रोफिटिंग नलजल योजनाओं, शालाओं आंगनवाड़ियों में पेयजल कार्यो की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में बताया गया कि स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित ग्राम सभाओं में बनाई गई ग्राम कार्ययोजनाओं, शालाओं एवं आंगनवाड़ियों में पेयजल की कार्ययोजना तथा नवीन नलजल योजनाओं की कार्ययोजना का ’’जिला जल एवं स्वच्छता मिशन’’ द्वारा अनुमोदन किया गया। 100 दिवसीय अभियान अंतर्गत जल जीवन मिशन से जिले के ग्रामीण क्षेत्र की कुल 1056 आंगनवाड़ियों एवं 1597 शालाओं में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा नल के माध्यम से जल उपलब्ध कराने का कार्य कराया जा रहा है। जिसके अंतर्गत अब तक 943 शालाओं एवं 610 आंगनवाड़ियों में पेयजल उपलब्ध कराया गया है। जिसके अंतर्गत शालाओं एवं आंगनवाड़ियों में 500/1000 लीटर की टंकी स्थापना कर नल कनेक्शन के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना, रसोई व शौचालयों में नल कनेक्शन किया जाना प्रमुख है।
कार्यपालन यंत्री,एस.के साल्वे द्वारा जल जीवन मिशन अंतर्गत जिले में चल रही नलजल प्रदाय योजनाओं के निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन अंतर्गत 117 ग्रामों में योजनाऐं स्वीकृत होकर 85 ग्रामों की योजनाओं के कार्य प्रगतिरत है। प्रत्येक ग्राम की योजना में ग्राम के 100 प्रतिशत घरों में क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन का कार्य किया जाना है। कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना द्वारा 15 वें वित्त की राशि से भू-जल संर्वधन, स्वच्छता व बंद नलजल योजना के कार्यो को प्राथमिकता से कराये जाने, समस्त पुरानी नलजल योजनाओं को ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित किए जाने तथा सोलर पम्प से पेयजल प्रदाय हेतु क्रियान्वित की गई योजनाओं के संधारण हेतु प्रशिक्षण आयोजित करने के निर्देश दिये गये। विद्युत के कारण से बंद नलजल योजनाओं में ट्रांसफार्मर बदलने व थ्री फेस विद्युत प्रदाय की समस्या को अविलंब हल करने के निर्देश संभागीय अभियंता विद्युत विभाग को दिया गया।
बैठक में जिले में जल जीवन मिशन अंतर्गत चल रही रेट्रोफिटिंग नलजल योजनाओं, शालाओं आंगनवाड़ियों में पेयजल कार्यो की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में बताया गया कि स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित ग्राम सभाओं में बनाई गई ग्राम कार्ययोजनाओं, शालाओं एवं आंगनवाड़ियों में पेयजल की कार्ययोजना तथा नवीन नलजल योजनाओं की कार्ययोजना का ’’जिला जल एवं स्वच्छता मिशन’’ द्वारा अनुमोदन किया गया। 100 दिवसीय अभियान अंतर्गत जल जीवन मिशन से जिले के ग्रामीण क्षेत्र की कुल 1056 आंगनवाड़ियों एवं 1597 शालाओं में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा नल के माध्यम से जल उपलब्ध कराने का कार्य कराया जा रहा है। जिसके अंतर्गत अब तक 943 शालाओं एवं 610 आंगनवाड़ियों में पेयजल उपलब्ध कराया गया है। जिसके अंतर्गत शालाओं एवं आंगनवाड़ियों में 500/1000 लीटर की टंकी स्थापना कर नल कनेक्शन के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना, रसोई व शौचालयों में नल कनेक्शन किया जाना प्रमुख है।
कार्यपालन यंत्री,एस.के साल्वे द्वारा जल जीवन मिशन अंतर्गत जिले में चल रही नलजल प्रदाय योजनाओं के निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन अंतर्गत 117 ग्रामों में योजनाऐं स्वीकृत होकर 85 ग्रामों की योजनाओं के कार्य प्रगतिरत है। प्रत्येक ग्राम की योजना में ग्राम के 100 प्रतिशत घरों में क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन का कार्य किया जाना है। कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना द्वारा 15 वें वित्त की राशि से भू-जल संर्वधन, स्वच्छता व बंद नलजल योजना के कार्यो को प्राथमिकता से कराये जाने, समस्त पुरानी नलजल योजनाओं को ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित किए जाने तथा सोलर पम्प से पेयजल प्रदाय हेतु क्रियान्वित की गई योजनाओं के संधारण हेतु प्रशिक्षण आयोजित करने के निर्देश दिये गये। विद्युत के कारण से बंद नलजल योजनाओं में ट्रांसफार्मर बदलने व थ्री फेस विद्युत प्रदाय की समस्या को अविलंब हल करने के निर्देश संभागीय अभियंता विद्युत विभाग को दिया गया।
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