(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) मध्यप्रदेश में बदली राजनीतिक परिस्थितियों में उपचुनाव अब करीब है और उसके पहले ही कांग्रेस संगठन में तू-तू मैं-मैं की राजनीति सड़कों पर आ गई। जिससे कांग्रेस के भविष्य पर संकट के बादल छा गए। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने 4 जून 2020 को अपने पत्र क्रमांक 481/20 में जिला कांग्रेस कमेटी अनूपपुर का हवाला देते हुए बताया कि जिले के कांग्रेसी पदाधिकारियों को जो पार्टी विरोधी कार्य करने एवं भाजपा में शामिल हुए हैं उन्हें कांग्रेस पार्टी तत्काल प्रभाव से निष्कासित करती है। इस पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही कांग्रेस संगठन में
तू-तू मैं-मैं की राजनीति जोरो से चालू हो गई। जिन 10 लोगों को पार्टी ने निष्कासित किया है उसमें से किसी एक ने भी भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता अभी ग्रहण नहीं की है। लेकिन प्रदेश के संगठन प्रभारी ने अपने पत्र में भाजपा में शामिल होने की जानकारी देते हुए निष्कासन की कार्रवाई की है। ताज्जुब की बात तो यह है कि 4 जून 2020 को कांग्रेस पार्टी के एनएसयूआई एवं युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष जिनको पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण एवं भाजपा में शामिल होने की बात, बता कर निष्कासित किया गया है यह दोनों ही व्यक्ति 4 जून 2020 को मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष माननीय कमलनाथ जी के बुलावे पर बैठक में शामिल होने भोपाल में ही थे। एवं अपने साथी जिला युवक कांग्रेस के महासचिव राजीव सिंह को अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माननीय कमलनाथ जी से मुलाकात कर दावेदारी प्रस्तुत की। वही माननीय प्रदेश अध्यक्ष के कहने पर अपनी दावेदारी की एक फाइल पूर्व मंत्री पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माननीय नर्मदा प्रसाद प्रजापति को भी हाथों हाथ दी। जब तक निष्कासन की कोई बात नहीं थी। सोशल मीडिया पर पत्र वायरल होने के बाद जब भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेडे से फोन पर बातचीत की गई और उनसे पूछा गया कि आप के जिलाध्यक्ष रफी अहमद को कांग्रेस पार्टी के प्रभारी संगठन मंत्री ने निष्कासित कर दिया है तो उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि बिना मेरी जानकारी के निष्कासन कैसे हो गया। उन्होंने कहा कि वे इसकी जानकारी प्राप्त करेंगे। जब एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष रफी अहमद से बातचीत की गई तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के सच्चे सिपाही हैं। अभी 4 जून को कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष माननीय कमलनाथ जी के द्वारा आहूत बैठक में स्वयं में उपस्थित था। एवं मेरे प्रदेश अध्यक्ष भी वहां पर उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि यह एक षड्यंत्र है मैं निर्वाचित जिला अध्यक्ष हूं। मेरा निष्कासन केवल राष्ट्रीय स्तर से ही हो सकता है। उन्होंने कहा कि जो पत्र सोशल मीडिया में आया है वह पूरी तरह से फर्जी है। शीघ्र ही इसका पर्दाफाश होगा। उन्होंने कहा कि वह जिला अध्यक्ष एनएसयूआई है और रहेंगे। वहीं जब जिला युवक कांग्रेस के अध्यक्ष गुड्डू चौहान से बातचीत की गई तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे निर्वाचित जिलाध्यक्ष है एवं कांग्रेस पार्टी के संविधान को अच्छी तरह से जानते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे निष्कासन का अधिकार केवल राष्ट्रीय महासचिव कौ है। वह भी पहले नोटिस देंगे नोटिस का जवाब प्राप्त होने के बाद ही कोई कार्यवाही करेंगे। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से षड्यंत्र है। उन्होंने अपनी बात रखते हुए बताया कि जब कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के खिलाफ भाजपा आरोप लगाती है तो गुड्डू चौहान ही सबसे पहले एफ आई आर दर्ज कराता है और भाजपा से सीधी लड़ाई लड़ता है। उन्होंने कहा कि बिसाहूलाल सिंह के भाजपा में जाने पर बिसाहूलाल सिंह का एवं शिवराज सिंह का पुतला सबसे पहले मैंने ही दहन किया था। उन्होंने यह भी कहा कि निष्कासन वाले पत्र में श्याम कुमार गुड्डू चौहान युवक कांग्रेस कोतमा लिखा है उन्होंने कहा कि वे युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष है हो सकता है मेरे नाम का और कोई गुड्डू चौहान हो। उन्होंने कहा कि जिसने भी यह षड्यंत्र रचा है वह कांग्रेस पार्टी की लुटिया डुबाना चाहते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे कांग्रेस पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं एवं जिला युवक कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। वहीं जब जिला कांग्रेस अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल से बातचीत की गई तो उनका कहना था की लाकडाउन के समय बिना मंडल ,ब्लॉक एवं जिला अध्यक्ष के जानकारी के बिना पार्टी की बैठक करना पार्टी विरोधी गतिविधि ही मानेंगे। उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी व्हाट्सएप के माध्यम से सभी को बैठक की जानकारी देती है। अलग से किसी को निमंत्रण नहीं दिया जाता। चुपचाप बैठके शक के दायरे में ही आएगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जो निष्कासन किया है वह सही है। वही भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के प्रदेश सचिव संजय सोनी ने कहा कि मेरी माननीय प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े जी से बात हुई है उन्हें इस निष्कासन की कोई जानकारी नहीं है और जहां तक मैं जानता हूं कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन में कोई भी निष्कासन या नियुक्ति का फैसला भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के राष्ट्रीय नेतृत्व के द्वारा ही लिया जाता है।
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