Anchadhara

अंचलधारा
!(खबरें छुपाता नही, छापता है)!

अनूपपुर कांग्रेस में बाड ही खेत को खा रही है भाजपा प्रत्याशी के सामने कांग्रेस की पराजय सुनिश्चित-मनोज द्विवेदी

              (हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) अनूपपुर विधानसभा उप चुनाव में यदि संभव हो तो भाजपा प्रत्याशी के सामने स्वयं दिग्विजय सिंह या कमलनाथ स्वयं चुनाव लड़ कर देख लें। यहाँ कांग्रेस की पराजय सुनिश्चित है। उपरोक्त विचार व्यक्त करते हुए भाजपा नेता एवं जय भारत मंच के जिलाध्यक्ष मनोज द्विवेदी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके आरोप लगाया कि अनूपपुर भाजपा के तीन कर्णधार कांग्रेस को जिले में अंतिम कंधा दे रहे हैं। जिस तरह से कोतमा विधायक मनोज अग्रवाल के नजदीकियों को कोतमा तथा पुष्पराजगढ विधायक के इशारे पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने निकाल बाहर किया है , यह पार्टी के बाड द्वारा अपनी फसल स्वयं चरने जैसा है।

श्री द्विवेदी ने चुनाव के पूर्व भाजपा द्वारा नियुक्त दो प्रभारियों , पूर्व मंत्री द्वय राजेन्द्र शुक्ला तथा संजय पाठक को सिर्फ ब्राम्हणों का नेता बतलाए जाने से असहमति जतलाते हुए कहा कि कुछ लोग ऐसा करके जाने - अनजाने भाजपा को नुकसान पहुंचाने की बडी विपक्षी साजिश का हिस्सा मात्र हैं। दोनो प्रभारी म प्र के वरिष्ठ नेताओं में शुमार हैं, वे समाज के सभी वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं। सामाजिक समरसता के मूल सिद्धांत को मानने वाली भाजपा जातिगत राजनीति नहीं करती।
श्री द्विवेदी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दावा किया है कि कांग्रेस के पास अनूपपुर में पहले ,दूसरे ,तीसरे श्रेणी का एक भी नेता नहीं बचा है। जनजातीय अस्मिता के प्रतीक वरिष्ठ नेता श्री बिसाहूलाल सिंह को इन्ही के नेताओं ने इतना अपेक्षित, अपमानित किया कि उन्होंने स्वाभिमान बचाने के लिये दल को तिलांजलि दे दी। अब वही साजिश कोतमा के पूर्व विधायक मनोज अग्रवाल के साथ भी किया जा रहा है। कांग्रेस में किसे रखना है, किसे निकालना है इसका कोई मजबूत सिस्टम ही नहीं है। जिसने भी पार्टी की मजबूती , सिद्धांतों की बात की , कुछ लोगों के अहंकार ने उसे दल से ही बाहर का रास्ता दिखला दिया।
अब आने वाले कुछ महीनों में उप चुनाव होना है ,तो कांग्रेस के पास कोई स्तरीय प्रत्याशी ही नहीं है। उसका कारण यही है कि जिस कांग्रेस में पन्द्रह साल से जिलाध्यक्ष का नया चेहरा तैयार नहीं हो सका .....जिस राष्ट्रीय कांग्रेस को एक साल से बिना अध्यक्ष के काम करना पड रहा हो , वहाँ कोई सिद्धांत, कोई योजना है ही । गुलामी के समय बनी पार्टी में आन्तरिक स्वतंत्रता, आन्तरिक लोकतंत्र के एक भी गुण नहीं हैं। इसलिए उपचुनाव में भाजपा के सामने चाहे कमलनाथ लडें या दिग्विजय सिंह...कांग्रेस की पराजय सुनिश्चित है। जो दल अपने ही लोगों को सम्मान नहीं दे सकती, वो आम जनता से भी गुलामों जैसा ही बर्ताव करेगी। विधानसभा अनूपपुर तथा मध्यप्रदेश जनजातीय समाज के अपमान का बदला इस उपचुनाव में जरुर लेगी। भाजपा की संगठनात्मक एकजुटता तथा मजबूती एवं जनकल्याणकारी कार्य, भाजपा की विजय सुनिश्चित करेगी।

Post a Comment

0 Comments