(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) अमरकंटक मां नर्मदा के उद्गम स्थल पवित्र नगरी मां नर्मदा की तपोभूमि पर आचार्य लक्ष्मणदास बालयोगी महाराज ने 15 वर्ष की आयु में बर्फानी आश्रम से अपनी हठयोग (पंचाग्नि) योगसाधना की शुरुआत की थी । आचार्य लक्ष्मण दास बालयोगी महराज आज 50 वर्ष की आयु में पहुंचकर योग साधना से अनेक सिद्धियां प्राप्त की हैं। जो ईश्वर से पाया है वह शायद ही किसी को मिला होगा । यह बाबाजी के लिए बहुत लंबी कठिन योगसाधना का परिणाम माना जाता है। तपस्या कर जिस तरह का साधु योग से परमात्मा से जो प्राप्त करता है वह एक दुर्लभ वस्तु है । जो बाबा जी ने आज 15 वर्ष की आयु से तपस्चर्या कर 50 वर्ष की उम्र तक पहुंचकर अभी भी लगातार हर वर्ष गर्मी के 4 महीनों तक हठ योग साधना करते हैं। जो कि दिनांक 1 जून को 4 महीने पूर्ण किए हैं। यह एक कठिन साधना है कठिन साधना से योग साधना करके आचार्य लक्ष्मणदास बालयोगी महाराज ने लगातार परमात्मा से सीधा संवाद स्थापित कर अपने जीवन को परमार्थ के मार्ग पर लगा दिया है।
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