अनूपपुर
(अंचलधारा) सपने तो हर मनुष्य देखता है, किन्तु
ये सपने कभी-कभी जब साकार हो जाते हैं तो उस व्यक्ति को ही भाग्यशाली कहा जाता है।
ग्राम पंचायत पसला की रहने वाली श्रीमती निरासाबाई पति श्री धन सिंह ने भी वैवाहिक
जीवन में प्रवेश करते ही पक्के घर का सपना देखा था। शादी के पहले से ही उन्होंने मन
में रहने, खाने एवं अपने बच्चों की परवरिश का पूरा सपना संजोकर रखा था।
शादी के बाद उनका यह सपना हकीकत में बदलता दिखाई
नहीं दे रहा था। कारण था गरीबी। परिवार के दोनों सदस्य मजदूरी करके किसी तरह से अपने
बच्चों का पालन पोषण एवं सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करने में सफल हो पाता था। यदि
कभी थोड़ी-बहुत बचत कर भी ली तो बच्चों की बीमारी या अन्य आकस्मिक कार्य आने से ये थोड़े
पैसे ऐसे ही खर्च हो जाते थे। प्रधानमंत्री आवास योजना निरासाबाई के जीवन में बदलाव
लेकर आई। दूसरों के पक्के आवास देखकर उन्हें लगा कि अब सपना साकार होने का समय आ गया
है। निरासाबाई ने भी ग्राम पंचायत की सूची में अपना नाम ढुढ़वाया। ग्राम पंचायत सरपंच
एवं सचिव ने बताया कि उनका नाम प्रथम सूची में है। शीघ्र ही उन्हें ग्राम पंचायत से
जानकारी भी मिल गई कि उनके परिवार का चयन प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के लिए
कर लिया गया है। विभिन्न तीन किस्तों में शासन द्वारा उनके खाते में एक लाख 40 हजार
रु. आवास निर्माण हेतु, शौचालय निर्माण हेतु 12 हजार रु. तथा मनरेगा से परिवार के काम
करने के बदले में 18 हजार रु. की राशि मिली। पूरे परिवार ने मेहनत करके अपना पक्का
आवास बना लिया। इस तरह निरासाबाई का पक्के आवास का सपना साकार में परिणित हो गया।
संकलन
- डॉ. गजेन्द्र द्विवेदी सहायक जनसम्पर्क अधिकारी जिला जनसम्पर्क अनूपपुर
अनूपपुर ब्यूरो/हिमांशू बियानी
अनूपपुर ब्यूरो/हिमांशू बियानी
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