अनूपपुर/ मन्दसॊर मे आन्दोलन के उग्र व हिंसक होने के बाद पांच किसानों की मॊत तथा इस पर की जा रही उकसावे की राजनीति निन्दनीय है। यद्यपि बुधवार को कांग्रेस के द्वारा किया गया मध्यप्रदेश बंद का आह्वान पूरी तरह से असफल और निष्प्रभावी रहा। शहडोल अनूपपुर एवं उमरिया जिले के नागरिकों एवं व्यापारियों ने कांग्रेस के बाजार बंद की अपील को सिरे से खारिज करते हुये अपने प्रतिष्ठान खुले रखकर भारतीय जनता पार्टी एवं श्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार पर अपना विश्वास व्यक्त किया है। भाजपा नेता मनोज द्विवेदी ने कहा कि काँग्रेस द्वारा बंद का आह्वान पूरी तरह से बेअसर रहा। रोजमर्रा की तरह बाजार खुले रहे एवं व्यापार होता रहा तथा जनजीवन पूरी तरह से सामान्य रहा । शहडोल संभाग के तीनों जिलो शहडोल अनूपपुर एवं उमरिया से किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना के समाचार नही है। लोकतंत्र मे आन्दोलन एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। लेकिन इस पर आह्वान कर्ताऒं का नियंत्रण होना चाहिये। असामाजिक तत्वों के किसान संगठनों में घुस जाने की वजह से आगजनी,पुलिस अधिकारियों से मारपीट,रेलपथ मे तोडफोड,लूट की गयी। यह आन्दोलन का हिस्सा नही हो सकती न ही स्वीकार्य है।किसान बन्धुऒं की मॊत दुखद घटना है।इससे सभी हतप्रभ हैं।सरकार घटना में प्रभावित जनों एवं उनके परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए स्थिति सामान्य करने हर संभव प्रयास कर रही है।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने तत्काल न्यायिक जाँच के आदेश दे दिए है। प्रदेश की जनता एवं किसान यह भलीभाँति जानते है कि भाजपा की शिवराज सरकार किसानों की हितैषी सरकार है। चाहे फसलों के समर्थन मूल्यों की बात हो या फसल बीमा योजना की या फिर प्राकृतिक आपदा का समय हो या बीज खाद के उपलब्धता का भाजपा की सरकार हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है। सरकार के द्वारा खेत खलिहान और किसानों पर ध्यान केंद्रित है। विपक्ष की भूमिका पर सवाल उठाते हुए श्री द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश मे पतन के कगार पर खडी कांग्रेस को न किसानो से मतलब है न आम जनता से। बन्द का आह्वान देने के बावजूद जिला मुख्यालय मे कांग्रेस के किसी भी नेता का बाहर न निकलना उनकी संवेदनहीनता व अकर्मण्यता कॊ प्रदर्शित करता है।
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