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हिंदुस्तान पावर कर्मियों ने पर्यावरण दिवस पर पौधे लगाकर धरती की रक्षा के प्रति जताई प्रतिबद्धता

अनूपपुर (अंचलधारा) विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन धरती पर खुषहाल जीवन का मूल मंत्र है। कुदरत ने हमें एक ही धरती दी है, इसलिए विकास की हर परिकल्पना में पर्यावरण संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलनी चाहिए।’’ यहां हिंदुस्तान पावर ताप विद्युत परियोजना परिसर में विष्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कंपनी के मुख्य सलाहकार (ताप विद्युत संयंत्र परिचालन) वीके रेड्डी ने यह कहा। उन्होने कहा कि पर्यावरण धरती पर रहने वाले हर इंसान की चिंता में षुमार हो। श्री रेड्डी ने कहा कि पर्यावरण हमारी औद्योगिक कार्य संस्कृति का अनिवार्य हिस्सा है। उन्होंने कहा कि कंपनी के एजेंडे में पर्यावरण संरक्षण को उच्च प्राथमिकता हासिल है, इसलिए हम प्रदूषण दूर करने वाली प्रणालियों और हरियाली विस्तार पर ज्यादा जोर देते रहे हैं। इससे पहले कार्यक्रम की कड़ी के तौर पर पर्यावरण थीम पर आधारित क्विज़, पेंटिंग, स्लोगन लेखन और संभाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें कंपनी टाउनषिप के बच्चों, महिलाओं, अधिकारियों और कामगारों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अव्वल प्रतियोगियों को पुरस्कृत भी किया गया। इस मौके पर कंपनी के कारपोरेट ईएचएस (पर्यावरण, औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा) प्रमुख किषोर भारद्वाज ने उपस्थित कामगारों और अधिकारियों को पर्यावरण संरक्षण की षपथ दिलाई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित कामगारों और अधिकारियों ने पौधरोपण किया गया। ईएचएस विभाग अभी तक करीब 151,000 पौधे लगा चुका है। इस वर्ष 40 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। अषोक, कचनार, गुलमोहर, अमलताष, नीम, आस्ट्रेलियाई बबूल, कनेर, षीषम, सागौन आदि के पौधे परिसर की हरियाली में योगदान दे रहे हैं। साथ ही स्वतः उगने वाले पौधों का भी संरक्षण किया जाता है। वहीं इस टीम ने सीएसआर विभाग के साथ मिलकर भी स्थानीय समुदायों में पौधों का वितरण करवाया ळें संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूनेप) के मार्गदर्षन में दुनिया भर में हर साल 5 जून को आयोजित होने वाले ऐसे कार्यक्रम का उद्देष्य है पर्यावरण संरक्षण के प्रति वैष्विक चेतना और प्रतिबद्धता बढ़ाना। इस साल के पर्यावरण दिवस का थीम हैलोगों को प्रकृति से जोड़ना ईएचएस विभाग के प्रबंधक भोला कुषवाहा ने मंच का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन पेष किया।

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