(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) मध्यप्रदेश के प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक को वन्य प्राणी अभयारण्य बनाए जाने की मांग पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को में डबल इंजन की मध्यप्रदेश एवं केंद्र की सरकार से मांग की है।
उन्होंने कहा है कि सीहोर जिले के तारा पानी जैसा अमरकंटक को भी वन्य प्राणी अभयारण्य बनाया जाए। विधायक श्री मार्को ने गत दिनों पवित्र नगरी अमरकंटक के वार्डो का विकास कार्यों का जायजा लेने एवं नागरिकों की समस्याओं से रूबरू होने के लिए नगर भ्रमण के दौरान दिगंबर जैन सर्वोदय तीर्थ क्षेत्र परिसर में स्थानीय पत्रकारों से संक्षिप्त एक भेंट वार्ता के दौरान कहा कि अमरकंटक एवं आसपास का जंगल वन्य प्राणियों के लिए बहुत ही अच्छा है।तथा यहां का मौसम एवं वातावरण भी वन्य प्राणियों के संरक्षण,संवर्धन के लिए बहुत ही सुंदर है।इसलिए अमरकंटक में वन्य प्राणियों के संरक्षण,संवर्धन हेतु अभयारण्य बनाया जाना सीहोर के तारा पानी जैसा अब आवश्यक हो गया है।
अब केंद्र की सरकार एवं मध्यप्रदेश की सरकार जो डबल इंजन है इस पर तुरंत पहल कर आवश्यक कार्यवाही करें।उन्होंने स्पष्ट किया कि इसके पूर्व मैंने मध्यप्रदेश सरकार को इस बाबत प्रस्ताव दे चुका हूं।
उन्होंने कहा कि अमरकंटक से लगा पर्याप्त जंगल है अभयारण्य के बन जाने से युवकों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे तथा पर्यटक तीर्थ यात्री भी भारी तादाद में यहां आएंगे।इससे अमरकंटक का पर्यटन व्यवसाय और आगे तीव्र गति से बढ़ेगा।
अभी फिलहाल अमरकंटक का पर्यटन व्यवसाय कम हुआ है,अमरकंटक में आधिकारिक पर्यटक तीर्थ यात्री आए इस हेतु अभयारण्य का बनाया जाना नितांत आवश्यक है।पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के विधायक पवित्र नगरी अमरकंटक के 15 वार्ड का निरीक्षण किया।विकास कार्यों को करीब से देखा तथा जनता की समस्याओं को सुना एवं जाना तथा उनका आवश्यक निदान करने हेतु आश्वासन दिया।विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा की नरेंद्र मोदी की सरकार तथा मध्यप्रदेश में भाजपा की मोहन यादव की भाजपा की डबल इंजन सरकार है तब कोई दिक्कत नहीं है दोनों ही सरकारों को इस पर कार्यवाही करना चाहिए।उन्होंने यह भी कहा कि इसके पूर्व जिला वासी हाथियों से परेशान थे अब विगत दो-तीन दिनों से बाघ से परेशान है। इस पर विराम लगना चाहिए तथा अभयारण्य बनाया जाकर वन प्राणियों का संरक्षण संवर्धन किया जाए।अमरकंटक में कांग्रेस की परिषद है अध्यक्ष उपाध्यक्ष कांग्रेस के हैं हम सबकी मंशा है कि शीघ्र ही अभयारण्य बनाया जाए।
उन्होंने कहा है कि सीहोर जिले के तारा पानी जैसा अमरकंटक को भी वन्य प्राणी अभयारण्य बनाया जाए। विधायक श्री मार्को ने गत दिनों पवित्र नगरी अमरकंटक के वार्डो का विकास कार्यों का जायजा लेने एवं नागरिकों की समस्याओं से रूबरू होने के लिए नगर भ्रमण के दौरान दिगंबर जैन सर्वोदय तीर्थ क्षेत्र परिसर में स्थानीय पत्रकारों से संक्षिप्त एक भेंट वार्ता के दौरान कहा कि अमरकंटक एवं आसपास का जंगल वन्य प्राणियों के लिए बहुत ही अच्छा है।तथा यहां का मौसम एवं वातावरण भी वन्य प्राणियों के संरक्षण,संवर्धन के लिए बहुत ही सुंदर है।इसलिए अमरकंटक में वन्य प्राणियों के संरक्षण,संवर्धन हेतु अभयारण्य बनाया जाना सीहोर के तारा पानी जैसा अब आवश्यक हो गया है।
अब केंद्र की सरकार एवं मध्यप्रदेश की सरकार जो डबल इंजन है इस पर तुरंत पहल कर आवश्यक कार्यवाही करें।उन्होंने स्पष्ट किया कि इसके पूर्व मैंने मध्यप्रदेश सरकार को इस बाबत प्रस्ताव दे चुका हूं।
उन्होंने कहा कि अमरकंटक से लगा पर्याप्त जंगल है अभयारण्य के बन जाने से युवकों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे तथा पर्यटक तीर्थ यात्री भी भारी तादाद में यहां आएंगे।इससे अमरकंटक का पर्यटन व्यवसाय और आगे तीव्र गति से बढ़ेगा।
अभी फिलहाल अमरकंटक का पर्यटन व्यवसाय कम हुआ है,अमरकंटक में आधिकारिक पर्यटक तीर्थ यात्री आए इस हेतु अभयारण्य का बनाया जाना नितांत आवश्यक है।पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के विधायक पवित्र नगरी अमरकंटक के 15 वार्ड का निरीक्षण किया।विकास कार्यों को करीब से देखा तथा जनता की समस्याओं को सुना एवं जाना तथा उनका आवश्यक निदान करने हेतु आश्वासन दिया।विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा की नरेंद्र मोदी की सरकार तथा मध्यप्रदेश में भाजपा की मोहन यादव की भाजपा की डबल इंजन सरकार है तब कोई दिक्कत नहीं है दोनों ही सरकारों को इस पर कार्यवाही करना चाहिए।उन्होंने यह भी कहा कि इसके पूर्व जिला वासी हाथियों से परेशान थे अब विगत दो-तीन दिनों से बाघ से परेशान है। इस पर विराम लगना चाहिए तथा अभयारण्य बनाया जाकर वन प्राणियों का संरक्षण संवर्धन किया जाए।अमरकंटक में कांग्रेस की परिषद है अध्यक्ष उपाध्यक्ष कांग्रेस के हैं हम सबकी मंशा है कि शीघ्र ही अभयारण्य बनाया जाए।
0 Comments