(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
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अनूपपुर (अंचलधारा) मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के वन परिक्षेत्र जैतहरी अंतर्गत गोबरी में एक युवक को छत्तीसगढ़ से आए आतंकी हाथी त्रिदेव द्वारा कुचल कर मारने एवं लगातार क्षेत्र में उत्पात मचाने के कारण नाराज ग्रामीणों द्वारा वन विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों,कर्मचारीयों के साथ तनाव में आकर पथराव कर दिया।उसके बाद स्थिति बेकाबू हो गई।
पूरे तरह से क्षेत्र में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई।जवाब में पुलिस द्वारा जवाबी फायरिंग की गई जिसमें दो लोगों को गोली लगने से स्थिति नियंत्रण के बाहर हो गई और फायरिंग से घायल लोगों का अस्पताल में इलाज जारी है।उसके बाद पूरा क्षेत्र तनाव में आ गया और पूरा गोबरी गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।
ज्ञातव्य हो कि छत्तीसगढ़ से आए दो हाथियों में एक हाथी की करंट लगने से मृत्यु के बाद एक अकेले नर हाथी का आतंक काफी बढ़ गया था।पिछले कुछ दिनों से वन परिक्षेत्र अनूपपुर एवं कोतमा में आतंक का पर्याय बन चुके त्रिदेव हाथी लोगों का रहना मुश्किल कर दिया था।पूरे वन परिक्षेत्र में हाथी ने मकानों व खेती को भारी नुकसान पहुंचाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी।
लगातार हाथी के आतंक के कारण जिला प्रशासन को निर्णय लेना पड़ा।तत्पश्चात बांधवगढ़ के तीन प्रशिक्षित हाथी एवं रेस्क्यू दल को बुलाकर हाथी को कैप्चर करना पड़ा।उसके पश्चात ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
हाथी पर काबू पाने उमरिया बांधवगढ़ रिजर्व फॉरेस्ट की टीम अनूपपुर पहुंची थी। 3 ट्रेनी हाथी सहित 35 से अधिक वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी पिछले कई घंटों से हाथी को पकड़ने में जुटे हुए थे,जिन्हें दूसरे दिन जाकर सफलता मिली।वही उक्त हाथी को टीम अब कान्हा नेशनल पार्क लेकर गई है जहां उसे ट्रेनिंग देकर अब अपने कार्य के लिए तैयार किया जाएगा।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और संजय गांधी टाइगर रिजर्व के रेस्क्यू दल द्वारा कैप्चर करने की कार्रवाई को सफलता पूर्वक पूर्ण कर लिया गया है।बांधवगढ़ के सबसे अनुभवी हाथी गौतम के साथ तेजतर्रार लक्ष्मण और मादा हाथी,बांधवी हाथी की मदद से बिगड़ैल हाथी का जैतहरी रेंज के गोबरी बीट में आर.एफ. 302 के झुरही तलैया के पास सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया।इस रेस्क्यू ऑपरेशन में तीन ट्रेनी हाथियों के अलावा 35 से अधिक वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
रेस्क्यू दल द्वारा हाथी को कैप्चर करने के लिए शनिवार सुबह से ही प्रयास जारी किए गए थे।रविवार की अल सुबह इस कार्य में सफलता प्राप्त हुई।
रेस्क्यू किए गए जंगली हाथी को कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के लिए पिंजरे वाले ट्रक के माध्यम से रवाना किया गया है।जंगली हाथी के रेस्क्यू कार्यवाही के दौरान वन संरक्षक शहडोल संभाग एल.एल.उईके,संजय गांधी टाइगर रिजर्व के संचालक तथा कलेक्टर आशीष वशिष्ठ,पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार,वन मंडल अधिकारी अनूपपुर श्रद्धा पेन्द्रे,जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह सहित प्रशासनिक,पुलिस एवं वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी तथा वन जीव प्राणी संरक्षक शशिधर अग्रवाल उपस्थिति रहे।
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कलेक्टर व अधिकारियों
ने ली राहत की सास,कान्हा रवाना
अनूपपुर (अंचलधारा) मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के वन परिक्षेत्र जैतहरी अंतर्गत गोबरी में एक युवक को छत्तीसगढ़ से आए आतंकी हाथी त्रिदेव द्वारा कुचल कर मारने एवं लगातार क्षेत्र में उत्पात मचाने के कारण नाराज ग्रामीणों द्वारा वन विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों,कर्मचारीयों के साथ तनाव में आकर पथराव कर दिया।उसके बाद स्थिति बेकाबू हो गई।
पूरे तरह से क्षेत्र में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई।जवाब में पुलिस द्वारा जवाबी फायरिंग की गई जिसमें दो लोगों को गोली लगने से स्थिति नियंत्रण के बाहर हो गई और फायरिंग से घायल लोगों का अस्पताल में इलाज जारी है।उसके बाद पूरा क्षेत्र तनाव में आ गया और पूरा गोबरी गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।
ज्ञातव्य हो कि छत्तीसगढ़ से आए दो हाथियों में एक हाथी की करंट लगने से मृत्यु के बाद एक अकेले नर हाथी का आतंक काफी बढ़ गया था।पिछले कुछ दिनों से वन परिक्षेत्र अनूपपुर एवं कोतमा में आतंक का पर्याय बन चुके त्रिदेव हाथी लोगों का रहना मुश्किल कर दिया था।पूरे वन परिक्षेत्र में हाथी ने मकानों व खेती को भारी नुकसान पहुंचाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी।
लगातार हाथी के आतंक के कारण जिला प्रशासन को निर्णय लेना पड़ा।तत्पश्चात बांधवगढ़ के तीन प्रशिक्षित हाथी एवं रेस्क्यू दल को बुलाकर हाथी को कैप्चर करना पड़ा।उसके पश्चात ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
हाथी पर काबू पाने उमरिया बांधवगढ़ रिजर्व फॉरेस्ट की टीम अनूपपुर पहुंची थी। 3 ट्रेनी हाथी सहित 35 से अधिक वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी पिछले कई घंटों से हाथी को पकड़ने में जुटे हुए थे,जिन्हें दूसरे दिन जाकर सफलता मिली।वही उक्त हाथी को टीम अब कान्हा नेशनल पार्क लेकर गई है जहां उसे ट्रेनिंग देकर अब अपने कार्य के लिए तैयार किया जाएगा।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व और संजय गांधी टाइगर रिजर्व के रेस्क्यू दल द्वारा कैप्चर करने की कार्रवाई को सफलता पूर्वक पूर्ण कर लिया गया है।बांधवगढ़ के सबसे अनुभवी हाथी गौतम के साथ तेजतर्रार लक्ष्मण और मादा हाथी,बांधवी हाथी की मदद से बिगड़ैल हाथी का जैतहरी रेंज के गोबरी बीट में आर.एफ. 302 के झुरही तलैया के पास सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया।इस रेस्क्यू ऑपरेशन में तीन ट्रेनी हाथियों के अलावा 35 से अधिक वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
रेस्क्यू दल द्वारा हाथी को कैप्चर करने के लिए शनिवार सुबह से ही प्रयास जारी किए गए थे।रविवार की अल सुबह इस कार्य में सफलता प्राप्त हुई।
रेस्क्यू किए गए जंगली हाथी को कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के लिए पिंजरे वाले ट्रक के माध्यम से रवाना किया गया है।जंगली हाथी के रेस्क्यू कार्यवाही के दौरान वन संरक्षक शहडोल संभाग एल.एल.उईके,संजय गांधी टाइगर रिजर्व के संचालक तथा कलेक्टर आशीष वशिष्ठ,पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार,वन मंडल अधिकारी अनूपपुर श्रद्धा पेन्द्रे,जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सिंह सहित प्रशासनिक,पुलिस एवं वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी तथा वन जीव प्राणी संरक्षक शशिधर अग्रवाल उपस्थिति रहे।
कलेक्टर आशीष वशिष्ठ
ने सहयोगियों के प्रति
किया धन्यवाद ज्ञापित
ने सहयोगियों के प्रति
किया धन्यवाद ज्ञापित
त्रिदेव हाथी के सफलता पूर्वक रेस्क्यू कर लिए जाने पर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने सभी सहयोगियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है।एवं ग्रामीणों को सतर्क रहने के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अब कभी भी हाथी आए तो जिला प्रशासन को तत्काल इसकी जानकारी उपलब्ध कराए एवं हाथी से दूरी बनाकर रखें।
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