Anchadhara

अंचलधारा
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दो दांत वाले हाथी ने ग्रामीणों का जीना किया दुर्भर पूरी रात जागरण कर ग्रामीण भगा रहे हाथी मचा रहा उत्पाद


(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)

अनूपपुर (अंचलधारा) जिले के अनूपपुर एवं जैतहरी वन परिक्षेत्र के दुधमनिया,औढेरा एवं गोबरी बीट अंतर्गत ग्राम ठेगरहा,गोबरी,बांका एवं केकरपानी गांव में विगत दो दिनों से निरंतर विचरण कर रहे दो दांत वाले एक नर हाथी द्वारा दिन में जंगलों के अंदर लेट के,बैठ कर दिन व्यतीत करने के  बाद देर साथ शाम एवं रात को आहार की तलाश में जंगल से निकल कर जंगल के किनारे बसे टोला,मोहल्ला में पहुंचकर ग्रामीणों के घर,खेत,बाडी एवं खलिहानों में लगे
रखे अनाजों को अपना आहार बना रहा है। 
     गुरुवार एवं शुक्रवार की मध्य रात्रि ठेगरहा के जंगल से निकलकर गोबरी गांव में सुरेंद्र राठौर के बाडी में लगे गन्ना को खाने बाद पूरी बांका गांव के शंभू सिंह के आंगन में खलिहान मे रखें धान को प्रत्येक एक घंटे में खाने बाद जंगल में जाकर ठहरने बाद फिर से शम्भू के आंगन रखें धान को खाकर पूरी रात बिताया तथा शुक्रवार के दिन बांका के जंगल में पूरा दिन व्यतीत करने बाद देर शाम एवं रात को वांका के जंगल से लगे केकरपानी गांव के बरटोला,ऊपर टोला,चौकीटोला मे शिवनाथ पिता सुंदर सिंह गोड के बांडी में लगे गन्ना एवं सब्जी को,पड़ोस के धन सिंह पिता लालमान सिंह के खेत में रखें धान की करही को,छोटेलाल पिता विशम्भर सिंह गोंड एवं स्व.बाबूलाल कोल के खेत में लगे धान की फसल को अपना आहार बनाते हुए शनिवार की सुबह औढेरा बीट के कक्ष क्रमांक पी.एफ.359 के जंगल में जाकर विश्राम कर रहा है।हाथी का यह उत्पात देखकर ग्रामवासी रात भर हाथी को अपने मोहल्ला-पड़ोस में प्रवेश को रोकने का प्रयास पूरी रात करते रहे।

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