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अनूपपुर-बिलासपुर रेल खंड के जरेली के पास अज्ञात ट्रेन से टकराकर मादा भालू सहित दो शावको की मौत

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो) 

अनूपपुर (अंचलधारा) वन मंडल अंतर्गत वन परिक्षेत्र जैतहरी के उमरिया बीट से गुजरी अनूपपुर-बिलासपुर रेल खंड के मध्य जरेली गांव के नजदीक गुरुवार की सुबह गांव की ओर से विचरण कर अपने रहवास क्षेत्र जंगल की ओर जा रहे मादा भालू एवं उसके दो मादा शावको की अज्ञात ट्रेन से कटने पर रेल लाइन के समीप मौत हो गई।
           घटना की सूचना स्टेशन मास्टर वेंकटनगर द्वारा वन विभाग को दिए जाने पर वन विभाग का मैदानी अमला के साथ जिले के अनूपपुर वन मंडलाधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचकर मृत तीनों भालुओं के शव को अपनी अभिरक्षा में लेकर अग्रिम कार्यवाही हेतु वन डिपो जैतहरी लाया गया। जहां पर पशु चिकित्सक सचिन समैया से पी.एम.कराने के बाद वन मंडलाधिकारी एवं वन्य जीव संरक्षक शशिधर अग्रवाल के द्वारा मृतक तीनों भालुओं के शव पर कफन,माला एवं फूल चढ़ते हुए पूरे सम्मान के साथ वरिष्ठ वन अधिकारियों की उपस्थिति में दाह संस्कार किया गया।
     तीनों भालू के सिर एवं छाती के पास ट्रेन से टकराने से गंभीर चोट लगना पाया गया।तीनों भालुओ के समस्त अंग सही सलामत मिले हैं।इस दौरान अनूपपुर वन मंडलाधिकारी एस.के.प्रजापति,प्रभारी उप वन मंडलाधिकारी अनूपपुर प्रदीप कुमार खत्री,वन परिक्षेत्र अधिकारी जैतहरी विवेक मिश्रा,परिक्षेत्र सहायक वेंकटनगर राम सुरेश शर्मा,परिक्षेत्र सहायक जैतहरी आर.यस.सिकरवार,वन्यजीव संरक्षक अनूपपुर शशिधर अग्रवाल,कार्यवाहक वनपाल ज्ञानचंद नागेश,बेसाहन सिंह आर्मो,वनरक्षक मनीष कोर्राम,सतेन्द मिश्रा के साथ सुरक्षाश्रमिक मौके पर पहुंचकर कार्यवाही की।
                              ज्ञातव्य हो कि वन परिक्षेत्र जैतहरी के उमरिया, वेंकटनगर,धनगवां,लपटा,बीड़ सहित अनेको बीटों के जंगलो में अधिक संख्या में भालू है।जो देर शाम-रात होने पर खाने की तलाश में आसपास निकलकर विचरण करते हैं तथा सुबह होने की स्थिति में अपने-अपने रहवास क्षेत्र में चले जाते हैं।इसी तरह विगत रात एक मादा भालू अपने दो शावको के साथ विचरण करने बाद अनूपपुर-बिलासपुर रेल खंड के बीच रेल लाइन पारकर जरेली गांव के आसपास खाने की तलाश में आकर खाने बाद सुबह होने पर अपने रहवास क्षेत्र उमरिया बीट के कक्ष क्रमांक 8आर.एफ.314 में जा रहे थे।तभी खंबा नंबर 841/33 एवं 35 के बीच वेंकटनगर की ओर से आ रहे अज्ञात ट्रेन से टकराने पर तीनों की दर्दनाक मौत हो गई।इसके पूर्व भी इसी स्थल के आस-पास एक भालू की ट्रेन से टकराने के कारण मौत हो चुकी है।यह क्षेत्र भालू के विचरण का होने एवं अनूपपुर- बिलासपुर रेल खंड के मध्य तीन रेल लाइन होने के कारण अक्सर वन्यप्राणियों की ट्रेनों की चपेट में आकर मौत हो जाती है।भालू बाहुल्य इस क्षेत्र में वन विभाग एवं रेलवे विभाग को आपस में संबंध में बनाते हुए खासकर रात के समय यात्री एवं मालगाड़ी ट्रेनों की गति को कम कर चलने एवं विचरण की स्थिति में तत्काल स्टेशन मास्टरों को सूचना देने की योजना बनाकर कार्य करने की आवश्यकता महसूस हो रही है।

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