(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) लेखक एवं चिंतक चैतन्य मिश्रा ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा है कि 17 नवंबर 2023 को नई सरकार बनाने के लिए मध्यप्रदेश सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का दिन बेहद महत्वपूर्ण दिनों में शुमार होने जा रहा है।
मध्यप्रदेश की सभी 230 सीटों के लिए भी मतदान होना है,प्रदेश के 5 करोड़ 60 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे और प्रदेश का भविष्य तय करेंगे।प्रदेश में इस बार पुरुष एवं महिला मिलाकर लगभग पच्चीस लाख मतदाता बढ़े हैं।भारत का संविधान सभी देश के नागरिकों को मतदान का अधिकार देता है,इस अधिकार का प्रयोग हम सभी को अपना पहला कर्त्तव्य मानते हुए पूरा करना चाहिए।
सशक्त लोकतंत्र के लिए इस पर्व में प्रत्येक नागरिक की भागीदारी जरूरी है।लेखक एवं चिंतक चैतन्य मिश्रा ने प्रदेश के सभी लोगों खासकर अपने जिले के लोगों से अपील व आग्रह किया है कि लोकतंत्र के इस महापर्व पर सभी लोग अपने घरों से बाहर निकलें और मतदान कर के लोकतंत्र को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
एक मत से भी प्रत्याशी की हार-जीत होती है।ऐसे में सभी को अपना बहुमूल्य मतदान जरूर करना चाहिए।कई लोग यह सोचकर वोट डालने नहीं जाते हैं कि हमें चुनाव से क्या लेना देना है। मेरे एक वोट से क्या होगा...?ऐसा नहीं होना चाहिए।हमें चुनाव में पूरी दिलचस्पी दिखानी चाहिए।
हर वोटर को इस बात को ध्यान में रखकर वोट देना चाहिए कि कौन सा प्रत्याशी और सरकार हमारे समाज राज्य और देश के लिए अच्छी है।कौन आम जनता के मुद्दों पर बात करता है।ऐसे में जनता सोच-समझकर मताधिकार का उपयोग करें।खास तौर से युवा वर्ग जो 18 साल की उम्र के नौजवान वोटर है,जिन्होंने पहली बार अपने वोट के हक का इस्तेमाल करना है,वे अपने वोट की कीमत समझें और अपने मताधिकार का उपयोग करें।दिव्यांग और बुजुर्ग वोटर भी अपने वोट के हक का इस्तेमाल करते हैं,उनसे प्रेरणा लें। समाज को नई दिशा देने के लिए हमें अच्छी सरकार को चुनना होगा।लोकतंत्र की खूबसूरती मताधिकार में ही है। इससे सशक्त और मनचाही सरकार बनती है।ऐसे में मताधिकार करना बहुत जरूरी है और वह भी सोच- समझकर।सबसे पहले वोट करें फिर सारे काम करें,मतदान आपका हक है और जिम्मेदारी भी।
मध्यप्रदेश की सभी 230 सीटों के लिए भी मतदान होना है,प्रदेश के 5 करोड़ 60 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे और प्रदेश का भविष्य तय करेंगे।प्रदेश में इस बार पुरुष एवं महिला मिलाकर लगभग पच्चीस लाख मतदाता बढ़े हैं।भारत का संविधान सभी देश के नागरिकों को मतदान का अधिकार देता है,इस अधिकार का प्रयोग हम सभी को अपना पहला कर्त्तव्य मानते हुए पूरा करना चाहिए।
सशक्त लोकतंत्र के लिए इस पर्व में प्रत्येक नागरिक की भागीदारी जरूरी है।लेखक एवं चिंतक चैतन्य मिश्रा ने प्रदेश के सभी लोगों खासकर अपने जिले के लोगों से अपील व आग्रह किया है कि लोकतंत्र के इस महापर्व पर सभी लोग अपने घरों से बाहर निकलें और मतदान कर के लोकतंत्र को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
एक मत से भी प्रत्याशी की हार-जीत होती है।ऐसे में सभी को अपना बहुमूल्य मतदान जरूर करना चाहिए।कई लोग यह सोचकर वोट डालने नहीं जाते हैं कि हमें चुनाव से क्या लेना देना है। मेरे एक वोट से क्या होगा...?ऐसा नहीं होना चाहिए।हमें चुनाव में पूरी दिलचस्पी दिखानी चाहिए।
हर वोटर को इस बात को ध्यान में रखकर वोट देना चाहिए कि कौन सा प्रत्याशी और सरकार हमारे समाज राज्य और देश के लिए अच्छी है।कौन आम जनता के मुद्दों पर बात करता है।ऐसे में जनता सोच-समझकर मताधिकार का उपयोग करें।खास तौर से युवा वर्ग जो 18 साल की उम्र के नौजवान वोटर है,जिन्होंने पहली बार अपने वोट के हक का इस्तेमाल करना है,वे अपने वोट की कीमत समझें और अपने मताधिकार का उपयोग करें।दिव्यांग और बुजुर्ग वोटर भी अपने वोट के हक का इस्तेमाल करते हैं,उनसे प्रेरणा लें। समाज को नई दिशा देने के लिए हमें अच्छी सरकार को चुनना होगा।लोकतंत्र की खूबसूरती मताधिकार में ही है। इससे सशक्त और मनचाही सरकार बनती है।ऐसे में मताधिकार करना बहुत जरूरी है और वह भी सोच- समझकर।सबसे पहले वोट करें फिर सारे काम करें,मतदान आपका हक है और जिम्मेदारी भी।
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