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जैतहरी एवं कोतमा रेंज में विचरण कर रहे चारों हाथी पहुंचे छग.के मरवाही रेंज में,किसानों ने ली राहत की सांस

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो) 

अनूपपुर (अंचलधारा) जिले के कोतमा अनूपपुर एवं जैतहरी रेंज में विगत कई दिनों से निरंतर विचरण कर ग्रामीणों के खेत में लगी धान की फसलों एवं कुछ लोगों के मकान में तोड़फोड़ कर करने वाले चारों नर हाथी जो दो-दो की संख्या में रहे हैं रविवार की देर रात जिले की सीमा से पड़ोस के छग.राज्य के मरवाही रेंज में प्रवेश कर सोमवार की सुबह मरवाही रेंज के घुसरिया बीट में विश्राम कर रहे हैं।वही दो हाथियों का समूह जो विगत आठ दिनों से निरंतर कोतमा रेंज के टांकी बीट अंतर्गत टांकी के जंगल कक्ष क्रमांक पी.एफ.476 में दिन में विश्राम करने बाद देर शाम-रात होते ही जंगल के किनारे स्थित टांकी,नवाटोला के ग्रामीणों द्वारा अपने साल भर के लिए धान की फसल जोत-बो कर लगाते हैं में पहुंचकर धान की फसल को अपना आहार बनाते रहे जो रविवार की देर रात से सोमवार की सुबह होते-होते स्वयं टांकी के जंगल से लगे छग.राज्य के मनेन्दगढ़ रेंज अंतर्गत भौता बीट के कक्ष क्रमांक आर.एफ.676 में कुछ देर ठहरने बाद पड़ोस के मरवाही रेंज अंतर्गत उसाढ़ बीट में प्रवेश कर जंगल में विश्राम कर रहे हैं।जिनके द्वारा आठ दिन पूर्व मनेन्दगढ़ रेंज से कोतमा रेंज के टांकी बीट में प्रवेश करने के बाद दो दिनों तक दिन में टांकी के जंगल में विश्राम करने बाद देर शाम-रात होने पर टांकी गांव के टोला-मोहल्ला में कुछ ग्रामीणों की घर ,दिवाल में तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचा रहा है। दो सदस्यी हाथी दल में एक नर हाथी 6-7 फिट ऊंचाई का तथा एक नर 10 से 11 फिट की ऊंचाई का है वही जैतहरी रेंज में विगत एक माह से अधिक समय से विचरण कर रहे दो नर हाथियों का समूह रविवार की सुबह चोलना बीट के चोई जंगल ‌ कक्ष क्रमांक आर.एफ.357 में पूरे दिन विश्राम करने बाद देर शाम-रात को चोई के जंगल से निकलकर कुकुरगोड़ा,बचहाटोला होते हुए रात 9:30 बजे चोलना गांव से विचरण करते हुए छग.राज्य की सीमा पहुंच कर गूजरनाला को पार कर मरवाही रेंज के घुसरिया बीट में कक्ष क्रमांक 2045 में सोमवार की सुबह पहुंचकर पूरे दिन विश्राम कर रहा है।
       दोनों हाथी दलों के अनूपपुर जिले से प्रस्थान करने पर जिले के ग्रामीणों ने राहत की सांस लेते हुए जिला प्रशासन एवं वन विभाग से हाथियों के समूह द्वारा ग्रामीण कृषकों के घर,बाड़ी,दीवार के साथ सैकड़ो की संख्या में किसानों के खेतों में धान की खेती को खाने व चलने के दौरान नष्ट किए जाने पर तत्काल मुआवजा प्रकरण तैयार कराकर भुगतान कराए जाने की अपेक्षा की है, विगत चार दिन पूर्व एक हाथी द्वारा अनूपपुर रेंज के बांका गांव में खेत की तकवारी कर रहे एक किसान को मौत के घाट उतार दिया रहा है के परिजनों को तत्काल सहायता राशि दिलाया जाने के साथ पूर्व के महिनों मे भी हाथियों का समूह कई महीनो तक कई बार जिले के विभिन्न अंचलों में विचरण कर ग्रामीण एवं किसानों के घर,खेत का नुकसान किया रहा जिसका मुआवजा प्रकरण अधिकांश लोगों का अब तक नहीं बन व मिल पाया है।जिससे जिले के गरीब तपके के व्यक्तियों को संपत्ति तथा आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

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