(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) प्रगतिशील लेखक संघ का राष्ट्रीय सम्मेलन जबलपुर में 20 से 22 अगस्त तक आयोजित किया गया
है।यह सम्मेलन हरिशंकर परसाई की जन्म शताब्दी पर उन्हीं को केंद्र बिंदु में रख कर उन्हें ही समर्पित किया जा रहा है।
हरिशंकर परसाई जी की एक रचना का शीर्षक “ ठिठुरता हुआ गणतंत्र “ को आधार बना कर इस सम्मेलन को “ठिठुरता हुआ गणतंत्र “ की संज्ञा दी गई है।यह सम्मेलन प्रगतिशील लेखक संघ का 18 वॉं राष्ट्रीय सम्मेलन होगा, जिसमें पूरे भारत से लगभग 500 विद्वान हिस्सा लेंगे,इसके अतिरिक्त पूरी दुनिया के कई देशों से प्रगतिशील लेखक संघ की नामचीन हस्तियाँ भी इस सम्मेलन में शिरकत करेंगी।
इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रगतिशील लेखक संघ इकाई अनूपपुर के अध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष मण्डल के सदस्य गिरीश पटेल ने बताया कि यह सम्मेलन अपने आप में अनूठा होगा।जब लोकतांत्रिक मूल्यों का लगातार ह्रास हो रहा हो तब ऐसी परिस्थिति में यह सम्मेलन मृतप्राय लोकतंत्र में नई स्फूर्ति का संचरण करेगा।
प्रगतिशील लेखक संघ इकाई अनूपपुर की बैठक,प्रलेस अध्यक्ष गिरीश पटेल के निवास पर विगत संध्या को 7 बजे प्रारंभ हुई और रात्रि 9.30 बजे तक चली। इस बैठक में निम्न प्रस्तावों पर विचार विमर्श हुआ और उन्हें सर्व सम्मति से पारित किया गया-जबलपुर में हो रहे राष्ट्रीय सम्मेलन में रुपये पचास हज़ार का आर्थिक सहयोग दिया जाना।चंदास नदी की पूर्व में की गई यात्रा और सर्वेक्षण जोकि प्रलेस अनूपपुर के सदस्यों व अन्य सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने मिल कर किया था,के संबंध में एक ठोस कार्य योजना बना कर 11 जून के पश्चात् एक प्रतिनिधि मंडल के ज़रिए कलेक्टर अनूपपुर को सौंप कर उस पर नदी के संरक्षण हेतु कार्यवाही सुनिश्चित कराने की दिशा में पहल किया जाना।नवोदित साहित्यकारों को प्रशिक्षण व शिक्षा प्रदान करने हेतु एक नियमित कक्षा प्रारंभ करने की कार्य योजना तैयार की गई जिसे अंजाम देने का कार्य ललित दुबे और श्रुति शिवहरे के द्वारा किया जाना।पं.शम्भूनाथ शुक्ल पुस्तकालय एवं वाचनालय जो लंबे अंतराल से बंद पड़ा हुआ है को पुनः प्रारंभ करवाना और उसमें सहायता प्रदान करना।
इस बैठक में प्रलेस के संरक्षक द्वय पवन छिब्बर व राजेंद्र कुमार बियाणी,सचिव राम नारायण पाण्डेय, उपाध्यक्ष द्वय एडवोकेट सुधा शर्मा व बालगंगाधर सेंगर, संभागीय संयोजक व प्रदेश सचिव मंडल के सदस्य एडवोकेट विजेंद्र सोनी,प्रलेस अनूपपुर के सह सचिव व भारत प्रसिद्ध ग़ज़लकार दीपक अग्रवाल,अनूपपुर अध्यक्ष मण्डल के सदस्य एडवोकेट संतोष सोनी,अध्यक्ष मण्डल के सदस्य व मीडिया प्रभारी आनंद पाण्डेय,रिटायर्ड बैंक मैनेजर राउत राय,रिटायर्ड बैंक अधिकारी देवव्रत कर ,सदस्य अध्यक्ष मण्डल व स्वर कोकिला मीना सिंह,संभागीय अध्यक्ष म.प्र.शिक्षा संघ अनिल कुमार सिंह,कॉंट्रेक्टर व समाज सेवी रावेंद्रकुमार सिंह भदौरिया,कोषाध्यक्ष डॉक्टर असीम मुखर्जी,सामाजिक कार्यकर्ता व टी वी कलाकार ललित दुबे, पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका पल्लविका पटेल व प्रलेस अध्यक्ष गिरीश पटेल उपस्थित थे।
है।यह सम्मेलन हरिशंकर परसाई की जन्म शताब्दी पर उन्हीं को केंद्र बिंदु में रख कर उन्हें ही समर्पित किया जा रहा है।
हरिशंकर परसाई जी की एक रचना का शीर्षक “ ठिठुरता हुआ गणतंत्र “ को आधार बना कर इस सम्मेलन को “ठिठुरता हुआ गणतंत्र “ की संज्ञा दी गई है।यह सम्मेलन प्रगतिशील लेखक संघ का 18 वॉं राष्ट्रीय सम्मेलन होगा, जिसमें पूरे भारत से लगभग 500 विद्वान हिस्सा लेंगे,इसके अतिरिक्त पूरी दुनिया के कई देशों से प्रगतिशील लेखक संघ की नामचीन हस्तियाँ भी इस सम्मेलन में शिरकत करेंगी।
इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रगतिशील लेखक संघ इकाई अनूपपुर के अध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष मण्डल के सदस्य गिरीश पटेल ने बताया कि यह सम्मेलन अपने आप में अनूठा होगा।जब लोकतांत्रिक मूल्यों का लगातार ह्रास हो रहा हो तब ऐसी परिस्थिति में यह सम्मेलन मृतप्राय लोकतंत्र में नई स्फूर्ति का संचरण करेगा।
प्रगतिशील लेखक संघ इकाई अनूपपुर की बैठक,प्रलेस अध्यक्ष गिरीश पटेल के निवास पर विगत संध्या को 7 बजे प्रारंभ हुई और रात्रि 9.30 बजे तक चली। इस बैठक में निम्न प्रस्तावों पर विचार विमर्श हुआ और उन्हें सर्व सम्मति से पारित किया गया-जबलपुर में हो रहे राष्ट्रीय सम्मेलन में रुपये पचास हज़ार का आर्थिक सहयोग दिया जाना।चंदास नदी की पूर्व में की गई यात्रा और सर्वेक्षण जोकि प्रलेस अनूपपुर के सदस्यों व अन्य सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने मिल कर किया था,के संबंध में एक ठोस कार्य योजना बना कर 11 जून के पश्चात् एक प्रतिनिधि मंडल के ज़रिए कलेक्टर अनूपपुर को सौंप कर उस पर नदी के संरक्षण हेतु कार्यवाही सुनिश्चित कराने की दिशा में पहल किया जाना।नवोदित साहित्यकारों को प्रशिक्षण व शिक्षा प्रदान करने हेतु एक नियमित कक्षा प्रारंभ करने की कार्य योजना तैयार की गई जिसे अंजाम देने का कार्य ललित दुबे और श्रुति शिवहरे के द्वारा किया जाना।पं.शम्भूनाथ शुक्ल पुस्तकालय एवं वाचनालय जो लंबे अंतराल से बंद पड़ा हुआ है को पुनः प्रारंभ करवाना और उसमें सहायता प्रदान करना।
इस बैठक में प्रलेस के संरक्षक द्वय पवन छिब्बर व राजेंद्र कुमार बियाणी,सचिव राम नारायण पाण्डेय, उपाध्यक्ष द्वय एडवोकेट सुधा शर्मा व बालगंगाधर सेंगर, संभागीय संयोजक व प्रदेश सचिव मंडल के सदस्य एडवोकेट विजेंद्र सोनी,प्रलेस अनूपपुर के सह सचिव व भारत प्रसिद्ध ग़ज़लकार दीपक अग्रवाल,अनूपपुर अध्यक्ष मण्डल के सदस्य एडवोकेट संतोष सोनी,अध्यक्ष मण्डल के सदस्य व मीडिया प्रभारी आनंद पाण्डेय,रिटायर्ड बैंक मैनेजर राउत राय,रिटायर्ड बैंक अधिकारी देवव्रत कर ,सदस्य अध्यक्ष मण्डल व स्वर कोकिला मीना सिंह,संभागीय अध्यक्ष म.प्र.शिक्षा संघ अनिल कुमार सिंह,कॉंट्रेक्टर व समाज सेवी रावेंद्रकुमार सिंह भदौरिया,कोषाध्यक्ष डॉक्टर असीम मुखर्जी,सामाजिक कार्यकर्ता व टी वी कलाकार ललित दुबे, पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका पल्लविका पटेल व प्रलेस अध्यक्ष गिरीश पटेल उपस्थित थे।
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