(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) अनूपपुर जिले के 457 संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपने विभिन्न मांगों को लेकर 18 अप्रैल से हड़ताल पर हैं।इनके हड़ताल पर चले जाने से 143 सब हेल्थ सेंटर व अन्य स्वास्थ्य संबंधी योजना प्रभावित हो रही हैं। 1 मई 2023 को संविदा हर स्वास्थ्य कर्मचारी जिला चिकित्सालय अनूपपुर से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा हैं।
उन्होंने अपने ज्ञापन में बताया कि 15 दिसंबर 2022 एवं 5 जनवरी 2023 तक कुल 23 दिनों तक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर थे।राज्य सरकार की ओर से एक माह का समय मांग कर मांग पूरी करने का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक भी इनकी मांगे पूरी नहीं की गई। 90 प्रतिशत नीति की फाइल वित्त विभाग में स्वीकृत के लिए लंबित है।जिस पर शासन द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया।
उन्होंने अपने ज्ञापन में बताया कि 15 दिसंबर 2022 एवं 5 जनवरी 2023 तक कुल 23 दिनों तक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर थे।राज्य सरकार की ओर से एक माह का समय मांग कर मांग पूरी करने का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक भी इनकी मांगे पूरी नहीं की गई। 90 प्रतिशत नीति की फाइल वित्त विभाग में स्वीकृत के लिए लंबित है।जिस पर शासन द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया।
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की
प्रमुख मांगे क्रमशः इस तरह है-
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारी एवं कर्मचारी को नियमित किया जाए और जब तक नियमितीकरण नहीं हो पाता, तब तक 5 जून 2018 की मध्यप्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा पारित की गई नई नीति तत्काल प्रभाव से लागू की जाए। सीएचओ को एमएलएचपी कैडर के तहत नियमित किया।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से हटाकर आउट सोर्स प्रथा में किए गए सपोर्ट स्टाफ कर्मचारियों को पुनः राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में मर्ज किया जाए अथवा विभाग में रिक्त पदों पर समायोजन किया जाए एवं निष्कासित कर्मचारियों को शत प्रतिशत वापस लिया जाए।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की ओर से 15 दिसंबर 22 से 05 जनवरी 2023 तक की गई अनिश्चित कालीन हड़ताल के दौरान जिन संविदा कर्मचारियों पर पुलिस प्रकरण दर्ज किए गए है। वह तत्काल वापस लिए जाए।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की ओर से 15 दिसंबर 22 से 05 जनवरी 2023 तक की गई अनिश्चित कालीन हड़ताल के दौरान जिन संविदा कर्मचारियों पर पुलिस प्रकरण दर्ज किए गए है। वह तत्काल वापस लिए जाए।
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