(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) संविदा एनएचएम कर्मचारियों द्वारा एक दिवसीय सामूहिक अवकाश 23 फरवरी 2023 को रखा जाएगा।इसके संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र देकर अवगत करा दिया गया है।
पत्र में लेख किया गया है कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा लगातार अपनी जायज मांगों एवं अधिकारों को शासन प्रशासन के समक्ष रखा जा रहा है।
परंतु शासन के द्वारा इनकी लगातार अनदेखी की जा रही है।जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी असंतोष एवं रोष है।
शासन द्वारा संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।अपनी प्रमुख मांगों को लेकर दिनांक 15 दिसंबर 2022 से 3 जनवरी 2023 तक अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान स्वास्थ्य मंत्री,अपर मुख्य सचिव,स्वास्थ्य आयुक्त एवं मिशन संचालक के द्वारा 01 माह के भीतर मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया था।इसलिए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा हड़ताल को 01 माह के लिए स्थगित किया गया था।लेकिन शासन प्रशासन द्वारा 01 माह से अधिक समय होने के बावजूद भी मांगों को पूरा नहीं किया गया है।जिससे प्रदेश के 32000 कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है कर्मचारी फिर हड़ताल पर जाने को मजबूर हैं।
संविदा कर्मचारियों की मांगों के समर्थन में सभी एनएचएम संविदा कर्मचारियों द्वारा निर्णय लिया गया है की विरोध स्वरूप सभी संविदा कर्मचारी दिनांक 23-02-2023 को एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।इस दौरान सामान्य जन मानस को होने वाली असुविधा की समस्त जबाबदेही जिला प्रशासन एवं मध्यप्रदेश शासन की होगी।
प्रमुख मांगे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारी एवं कर्मचारियों को नियमित किया जाए।जब तक नियमितिकरण नहीं हो पाता है तब तक 5 जून 2018 की म.प्र.शासन, सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा पारित की गई नीति तत्काल प्रभाव से लागू की जाए एवं सीएचओ को एमएलएचपी कैडर के तहत नियमित किया जाए।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से हटाकर आउट सोर्स प्रथा में किए गए सपोर्ट स्टाफ कर्मचारियों को पुनः राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में मर्ज किया जाए अथवा विभाग में रिक्त पदों पर समायोजन किया जाए एवं निष्कासित कर्मचारियों को शत प्रतिशत वापस लिया जाए।संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा 15.12.22 से 03.01.2023 तक की गई अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान जिन संविदा कर्मचारियों पर पुलिस प्रकरण दर्ज किए गए हैं वह तत्काल वापस लिए जावे।
पत्र में लेख किया गया है कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा लगातार अपनी जायज मांगों एवं अधिकारों को शासन प्रशासन के समक्ष रखा जा रहा है।
परंतु शासन के द्वारा इनकी लगातार अनदेखी की जा रही है।जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी असंतोष एवं रोष है।
शासन द्वारा संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।अपनी प्रमुख मांगों को लेकर दिनांक 15 दिसंबर 2022 से 3 जनवरी 2023 तक अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान स्वास्थ्य मंत्री,अपर मुख्य सचिव,स्वास्थ्य आयुक्त एवं मिशन संचालक के द्वारा 01 माह के भीतर मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया था।इसलिए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा हड़ताल को 01 माह के लिए स्थगित किया गया था।लेकिन शासन प्रशासन द्वारा 01 माह से अधिक समय होने के बावजूद भी मांगों को पूरा नहीं किया गया है।जिससे प्रदेश के 32000 कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है कर्मचारी फिर हड़ताल पर जाने को मजबूर हैं।
संविदा कर्मचारियों की मांगों के समर्थन में सभी एनएचएम संविदा कर्मचारियों द्वारा निर्णय लिया गया है की विरोध स्वरूप सभी संविदा कर्मचारी दिनांक 23-02-2023 को एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।इस दौरान सामान्य जन मानस को होने वाली असुविधा की समस्त जबाबदेही जिला प्रशासन एवं मध्यप्रदेश शासन की होगी।
प्रमुख मांगे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारी एवं कर्मचारियों को नियमित किया जाए।जब तक नियमितिकरण नहीं हो पाता है तब तक 5 जून 2018 की म.प्र.शासन, सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा पारित की गई नीति तत्काल प्रभाव से लागू की जाए एवं सीएचओ को एमएलएचपी कैडर के तहत नियमित किया जाए।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से हटाकर आउट सोर्स प्रथा में किए गए सपोर्ट स्टाफ कर्मचारियों को पुनः राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में मर्ज किया जाए अथवा विभाग में रिक्त पदों पर समायोजन किया जाए एवं निष्कासित कर्मचारियों को शत प्रतिशत वापस लिया जाए।संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा 15.12.22 से 03.01.2023 तक की गई अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान जिन संविदा कर्मचारियों पर पुलिस प्रकरण दर्ज किए गए हैं वह तत्काल वापस लिए जावे।
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