(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) अनूपपुर-राजेंद्रग्राम मुख्य मार्ग के मध्य किरर में वनचौकी के पास गुरुवार की रात मोटरसाइकिल से जा रहे एक युवक के सामने अचानक वन्यप्राणी चीतल के आ जाने से टकरा गया जिससे युवक घायल हो गया।
वही सिर व मुंह में गंभीर चोट आने पर चीतल की स्थल पर मौत हो गई।घटना की सूचना पर वन विभाग के द्वारा घायल को उपचार हेतु जिला चिकित्सालय अनूपपुर में भर्ती कराया गया वहीं मृत मादा चीतल के शव को देर रात वनचौकी किरर में रखा गया।
इस संबंध में मिली जानकारी अनुसार शहडोल जिले के धनपुरी थाना अंतर्गत ग्राम बैगिंन निवासी अमलेश पिता स्व.बबर सिंह गोड़ उम्र 25 वर्ष जो अपने रिश्तेदार भूपेंद्र पिता उमेश सिंह उम्र 15 वर्ष के साथ डीलक्स मोटर साइकिल क्र, MP18MS 2079 से राजेंद्रग्राम के बसनिहा गांव रिश्तेदारी में बरहो के निमंत्रण में जा रहा था।
तभी किरर वनचौकी के सामने जंगल की ओर से गांव की ओर दौड़ कर जा रही एक मादा चीतल मोटरसाइकिल से टकरा गई।जिससे गिरने पर युवक अमलेश को चोट आई वहीं सिर व मुंह में चोट आने पर मादा चीतल की घटनास्थल पर मौत हो गई।
घटना की जानकारी पर परिक्षेत्र सहायक किरर आर.रेगी राव,बीटगार्ड किरर हरिशंकर महरा घायल युवक को 108 एंबुलेंस से जिला चिकित्सालय भेज कर भर्ती कराया।वहीं मृतक चीतल के शव को वनचौकी में सुरक्षित रखकर शुक्रवार को पशु चिकित्सक से मृत चीतल के शव का शव परीक्षण कराने बाद वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में दाह संस्कार किया गया।
ज्ञातव्य हो की वन परिक्षेत्र अनूपपुर के जमुड़ी एवं किरर वनबीट के मध्य से गुजरी शहडोल अमरकंटक मार्ग के दोनों ओर जंगल होने तथा जंगल में वन्यप्राणी चीतल की अधिकता होने से शाम-रात होने पर चीतलों एवं अन्य वन्यप्राणियों का समूह वन क्षेत्रों से निकलकर मुख्य मार्ग पारकर गांव की ओर आने एवं सुबह होने पर जाने के दौरान अक्सर वाहनों से टकरा जाते हैं।जिससे वन्यप्राणियो के घायल एवं मृत्यु हो जाने की घटनाएं घटित होती रहती हैं।
इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों,कर्मचारियों एवं वन्यजीव प्रेमियों द्वारा वन विभाग के अधिकारियों से वन्यप्राणियों के मुख्य मार्ग पार करने वाले चिन्हित स्थलों पर फेंसिंग वायर लगवाए जाने की अपेक्षा की गई।किंतु इस विषय में विचार ना हो पाने के कारण वन्यजीव सड़क दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं।
वही सिर व मुंह में गंभीर चोट आने पर चीतल की स्थल पर मौत हो गई।घटना की सूचना पर वन विभाग के द्वारा घायल को उपचार हेतु जिला चिकित्सालय अनूपपुर में भर्ती कराया गया वहीं मृत मादा चीतल के शव को देर रात वनचौकी किरर में रखा गया।
इस संबंध में मिली जानकारी अनुसार शहडोल जिले के धनपुरी थाना अंतर्गत ग्राम बैगिंन निवासी अमलेश पिता स्व.बबर सिंह गोड़ उम्र 25 वर्ष जो अपने रिश्तेदार भूपेंद्र पिता उमेश सिंह उम्र 15 वर्ष के साथ डीलक्स मोटर साइकिल क्र, MP18MS 2079 से राजेंद्रग्राम के बसनिहा गांव रिश्तेदारी में बरहो के निमंत्रण में जा रहा था।
तभी किरर वनचौकी के सामने जंगल की ओर से गांव की ओर दौड़ कर जा रही एक मादा चीतल मोटरसाइकिल से टकरा गई।जिससे गिरने पर युवक अमलेश को चोट आई वहीं सिर व मुंह में चोट आने पर मादा चीतल की घटनास्थल पर मौत हो गई।
घटना की जानकारी पर परिक्षेत्र सहायक किरर आर.रेगी राव,बीटगार्ड किरर हरिशंकर महरा घायल युवक को 108 एंबुलेंस से जिला चिकित्सालय भेज कर भर्ती कराया।वहीं मृतक चीतल के शव को वनचौकी में सुरक्षित रखकर शुक्रवार को पशु चिकित्सक से मृत चीतल के शव का शव परीक्षण कराने बाद वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में दाह संस्कार किया गया।
ज्ञातव्य हो की वन परिक्षेत्र अनूपपुर के जमुड़ी एवं किरर वनबीट के मध्य से गुजरी शहडोल अमरकंटक मार्ग के दोनों ओर जंगल होने तथा जंगल में वन्यप्राणी चीतल की अधिकता होने से शाम-रात होने पर चीतलों एवं अन्य वन्यप्राणियों का समूह वन क्षेत्रों से निकलकर मुख्य मार्ग पारकर गांव की ओर आने एवं सुबह होने पर जाने के दौरान अक्सर वाहनों से टकरा जाते हैं।जिससे वन्यप्राणियो के घायल एवं मृत्यु हो जाने की घटनाएं घटित होती रहती हैं।
इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों,कर्मचारियों एवं वन्यजीव प्रेमियों द्वारा वन विभाग के अधिकारियों से वन्यप्राणियों के मुख्य मार्ग पार करने वाले चिन्हित स्थलों पर फेंसिंग वायर लगवाए जाने की अपेक्षा की गई।किंतु इस विषय में विचार ना हो पाने के कारण वन्यजीव सड़क दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं।
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