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पीआईसी की बैठक में पार्षदों द्वारा किए गए व्यवहार की हो रही आलोचना अध्यक्ष,उपाध्यक्ष ने उचित नहीं माना

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो) 

अनूपपुर (अंंचलधारा) नगर पालिका परिषद अनूपपुर के निर्वाचन के बाद निर्वाचित अध्यक्ष अंजुलिका शैलेंद्र सिंह ने प्रेसिडेंट इन काउंसिल का गठन मध्यप्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 70 के अधीन नगर पालिका परिषद अनूपपुर कामकाज का संचालन तथा प्राधिकारीयो की शक्तियों एवं कर्तव्य नियम 1998 के अंतर्गत प्रेसिडेंट इन काउंसिल का गठन किया।जिसमें 7 पार्षदों को स्थान दिया।
पीआईसी की बैठक 22 नवंबर 2022 को पूर्व से नियत एजेंडा के अनुरूप निर्धारित की गई थी।लेकिन वार्ड क्रमांक 9 एवं वार्ड क्रमांक 11 के पार्षद द्वारा अतिरिक्त एजेंडा पेश करने के कारण विवादास्पद स्थिति निर्मित हो गई।जिसके कारण मुख्य नगरपालिका अधिकारी ज्योति सिंह ने पार्षदों द्वारा की गई अभद्रता को उचित नहीं माना और वह बैठक से उठ कर चली गई एवं दोनों पार्षदों को अयोग्य करने के लिए कलेक्टर महोदया को पत्र लिख दिया।लेकिन पता चला कि सीएमओ के चले जाने के बाद पीआईसी की बैठक में दैनिक वेतन भोगी सफाई प्रभारी हेमंत गौतम को सेवा से हटाने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया।जिसको लेकर एवं सीएमओ ज्योति सिंह के साथ पार्षदों के अभद्र व्यवहार को लेकर कर्मचारियों में सफाई कर्मचारियों में व्यापक आक्रोश व्याप्त हो गया।जिसका नतीजा यह हुआ कि नगरपालिका कार्यालय के सामने सफाई कर्मी आ गए और अपना ज्ञापन अध्यक्ष,उपाध्यक्ष को प्रस्तुत कर पार्षदों की अभद्रता की निंदा की एवं दोनों सदस्यों को पीआईसी से हटाने की मांग की।
                नगर पालिका अध्यक्ष अंजुलिका शैलेंद्र सिंह ने पीआईसी बैठक में पार्षदों के व्यवहार को उचित नहीं माना। उनका कहना था कि पार्षदों को अपनी बात रखनी थी।
उन्होंने कहा कि वह जांच कर उचित कार्रवाई करेंगी। नपाध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने दोनों को ही मना किया था। पीआईसी बैठक में इस तरह की असामान्य परिस्थितियां निर्मित नहीं होनी चाहिए।
                    वही नगरपालिका के उपाध्यक्ष सोनाली पिंटू तिवारी ने भी पार्षदों के व्यवहार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मुझे आज कर्मचारियों ने ज्ञापन दिया है।जिसमें उन्होंने लेख किया है कि सीएमओ के साथ अभद्रता की गई है एवं आए दिन कर्मचारियों के साथ भी अभद्रता की जाती है।ऐसे पार्षदों को पीआईसी से हटाया जाए।उन्होंने कहा कि वह पहली बार पार्षद एवं उपाध्यक्ष बनी उन्हें पता नहीं था कि पीआईसी की बैठक में मैं नहीं बैठ सकती।मेरे साथ भी पूर्व में वार्ड 11 के पार्षद ने अभद्र व्यवहार किया था।उन्होंने इस बात की निंदा की।उन्होंने कहा कि महिला अधिकारी के साथ अभद्रता उचित नहीं है यह शोभनीय कार्य नहीं है।
उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों ने कहा है कि वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे अगर पीआईसी से दोनों पार्षदों को नहीं हटाया गया।
                      वहीं वार्ड क्रमांक 10 के पार्षद मुन्नीबाई कोल ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी के नाम पत्र देकर हेमंत गौतम स्वच्छता निरीक्षक को वापस नौकरी में लेने बाबत पत्र लिखा है।उन्होंने कहा कि प्रेसिडेंट इन काउंसिल की बैठक में मुझे अंधेरे में रखकर हेमंत गौतम के खिलाफ कार्रवाई की गई जो बिल्कुल गलत है और मैं इससे सहमत नहीं हूं।उन्होंने कहा कि हेमंत गौतम अपना कार्य पूरी निष्ठा एवं लगन से कर रहे हैं, मैं खुद स्वच्छता विभाग की सभापति हूं मुझे अंधेरे में रखकर हस्ताक्षर करा लिए गए। उन्होंने सीएमओ से मांग की है कि हेमंत गौतम को पुनः कार्य में वापस रखें अन्यथा मैं स्वयं अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ जाऊंगी।
                 आज सफाई कर्मियों ने काफी देर बाद सफाई जरूर कर दी लेकिन कचरा नहीं उठाया और यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो नगर की सफाई व्यवस्था भी चरमरा जाएगी।
         देखना है अब नगर पालिका अध्यक्ष अंजुलिका शैलेंद्र सिंह एवं सीएमओ ज्योति सिंह के पत्र पर कलेक्टर अनूपपुर क्या निर्णय लेती है।यदि उचित निर्णय सामने नहीं आया तो नगरपालिका का विवाद आम जनमानस को परेशान कर देगा।अच्छा होगा नगर हित में नगर पालिका अध्यक्ष अपनी सूझबूझ से नगर के हित के लिए उचित निर्णय लें जिससे आए दिन विवादास्पद स्थिति निर्मित नहीं हो।

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