(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) नर्मदा मंदिर अमरकंटक के पुजारी सुनील प्रसाद द्विवेदी सहित अन्य पुजारियों ने पुष्पराजगढ़ अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) को पत्र लिखा है।पत्र में उल्लेख है कि मुख्यमंत्री ने अमरकंटक में रुद्राक्ष के पौधे रोपे थे। जिसे मध्यप्रदेश टूरिज्म ने एनजीटी के आदेशों का उल्लंघन करते हुए मुख्यमंत्री के रोपे गए पौधे को उखाड़ दिया।जिस पर पुजारियों ने कार्रवाई की मांग की है।
पत्र में उल्लेख है कि मां नर्मदा मंदिर परिसर के सामने प्रांगण में म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान ने सनातन धर्म का प्रधान रुद्राक्ष वृक्ष के पौधे को दस वर्ष पूर्व रोपित किया था। जो विशाल वृक्ष का रूप धारण कर लिया था।लेकिन म.प्र. पर्यटन के अधिकारियों की गलत योजना के कारण 3 वृक्ष धराशायी कर दिए गए और कॉन्क्रीट शेड का निर्माण किया जा रहा है।यह सनातन धर्म और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान के संकल्पों का मजाक उड़ाया जा रहा है। वैसे ही एनजीटी आदेशानुसार 100 मीटर तक सरकारी गैर सरकारी निर्माण पर रोक है। पुजारियों, संतों, महात्माओं के विरोध के बावजूद सनातन धर्मालंबियों को आहत कर रहा है।जिस राज्य में मुख्यमंत्री के संकल्प को तोड़ा जा सकता है वहां सनातन धर्म सुरक्षित रहना मुश्किल है। उन्होंने अनुविभागीय दंडाधिकारी से मांग की है कि तत्काल उक्त निर्माण पर रोक लगाकर रुद्राक्ष के पौधा पुनः रोपित कराए और दोषी अधिकारियों को दंडित करे।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल गुप्ता ने वृक्ष के काटने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति द्वारा लगाए गए पौधों को काटना उचित नहीं है। उन्होंने चल रहे निर्माण कार्य के संबंध में कहा की इसका विकल्प था यह निर्माण अंदर भी कराया जा सकता था।इस स्थान को सुरक्षित रखा जाना था सार्वजनिक कार्यक्रमों एवं समारोह के लिए।
पत्र में उल्लेख है कि मां नर्मदा मंदिर परिसर के सामने प्रांगण में म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान ने सनातन धर्म का प्रधान रुद्राक्ष वृक्ष के पौधे को दस वर्ष पूर्व रोपित किया था। जो विशाल वृक्ष का रूप धारण कर लिया था।लेकिन म.प्र. पर्यटन के अधिकारियों की गलत योजना के कारण 3 वृक्ष धराशायी कर दिए गए और कॉन्क्रीट शेड का निर्माण किया जा रहा है।यह सनातन धर्म और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान के संकल्पों का मजाक उड़ाया जा रहा है। वैसे ही एनजीटी आदेशानुसार 100 मीटर तक सरकारी गैर सरकारी निर्माण पर रोक है। पुजारियों, संतों, महात्माओं के विरोध के बावजूद सनातन धर्मालंबियों को आहत कर रहा है।जिस राज्य में मुख्यमंत्री के संकल्प को तोड़ा जा सकता है वहां सनातन धर्म सुरक्षित रहना मुश्किल है। उन्होंने अनुविभागीय दंडाधिकारी से मांग की है कि तत्काल उक्त निर्माण पर रोक लगाकर रुद्राक्ष के पौधा पुनः रोपित कराए और दोषी अधिकारियों को दंडित करे।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल गुप्ता ने वृक्ष के काटने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति द्वारा लगाए गए पौधों को काटना उचित नहीं है। उन्होंने चल रहे निर्माण कार्य के संबंध में कहा की इसका विकल्प था यह निर्माण अंदर भी कराया जा सकता था।इस स्थान को सुरक्षित रखा जाना था सार्वजनिक कार्यक्रमों एवं समारोह के लिए।
0 Comments