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कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास वार्डन के ट्रांसफर पर रो-रोकर बेहोश हुईं छात्राएं,नई वार्डन को लेकर टेंशन में

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो) 

अनूपपुर (अंंचलधारा) सरकारी गर्ल्स हॉस्टल चौरभट्टी गांव (जैतहरी) कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास की वार्डन का ट्रांसफर हुआ तो छात्राएं फूट-फूटकर रोईं।छात्राओं ने वार्डन को न जाने के लिए काफी मनाया।कई छात्राएं रोते-रोते बेहोश हो गईं।उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
                 छात्राएं रोते-रोते कह रही थी अंकल,हमारी मैम को मत जाने दीजिए उन्हें यहीं रहने दीजिए। ये कहना है सरकारी गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं का।यहां की वार्डन का ट्रांसफर हो गया है।इसके बाद से हॉस्टल की सभी छात्राएं परेशान हैं। छात्राएं इस कदर रोईं कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ गया।कई छात्राएं तो बेहोश हो गईं।उन्हें अस्पताल में बॉटल चढ़ाई गई तब जाकर होश में आईं। डॉक्टर का कहना है कि छात्राएं फिलहाल स्वस्थ हैं।
                   चौरभट्टी गांव (जैतहरी) स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में वार्डन मीरा राठौर 2019 से पदस्थ हैं। शुक्रवार को उनके ट्रांसफर के आदेश आए थे।शनिवार को छात्राओं को इसकी जानकारी मिली।जिसके बाद छात्राओं ने वार्डन को काफी मनाया कि आप यहां से मत जाओ। छात्राएं उनसे लिपट गईं और रोने लगीं।कई छात्राओं की रोते-रोते हालत खराब हो गई।

कलेक्टर से भी 
विनती करेंगी छात्राएं


छात्रा अंजलि सिंह राठौर का कहना है कि लीला मैम का यहां ट्रांसफर हुआ है।वह बहुत गंदी हैं।हमको पुरानी वाली मैम ही चाहिए।मीरा मैम हमको बड़े अच्छे से संभालकर रखती हैं।हमारा ध्यान रखती हैं।बहुत प्यार करती हैं।हॉस्टल की सभी छात्राओं का एक सुर में कहना है कि हम कलेक्टर से भी बोल सकते हैं।हमारी मैम यहीं रहेंगी,कहीं नहीं जाएंगी।छात्राओं ने डीपीसी हेमंत खैरवार से भी निवेदन किया है है कि हमारी मैडम का तबादला न किया जाए।

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