(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) एक अप्रैल को छत्तीसगढ़ की सीमा से मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के वन परिक्षेत्र जैतहरी के जंगलों में पुनः प्रवेश किए तीन दन्तैल हाथियों का समूह आज चौथे दिन वन परिक्षेत्र राजेंद्रगाम के बीट बसनिहा अंतर्गत कक्ष क्रमांक पी.एफ. 167 पलवादादर ग्राम पंचायत जीलंग में पूरे दिन डेरा जमाए हुए हैं।इसके पूर्व रविवार को सुबह से देर शाम तक वन परिक्षेत्र राजेन्दगाम के पटना बीट के बघर्रा के जंगल पी.एफ.196 मैं पूरे दिन आराम करने बाद देर शाम जंगल से उतर कर जोहिला नदी में पानी पीने बाद लोहारी टोला से बघर्रा,करौंदी तिराहा होते हुए जोहिला नदी पार कर किरगी, लखैारा,मसनाटोला बसनिहा में विचरण करते हुए सोमवार की सुबह बसनिहा बीट के पलवादादर की डोगरी में डेरा जमाया हुआ है। अचानक आए तीन हाथियों के दल से पुष्पराजगढ़ इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है।वही वन विभाग का मैदानी अमला अधिकारियों के साथ हाथियों के विचरण पर नजर बनाए हुए है तथा प्रभावित इलाकों के ग्रामों,ग्राम पंचायतों के नागरिकों को हाथियों के समूह से दूर रहने,पक्के मकानों में रहने, हाथियों की सूचना मिलने पर सतर्कता बरतते हुए सूचना दिए जाने को लेकर मुनादी कराई गई है।विगत तीन दिनों से निरंतर विचरण के कारण वन परिक्षेत्र अधिकारी राजेंद्रग्राम ए.के.निगम वन अमले के साथ सतत निगरानी कर रहे हैं।तीन दिनों के मध्य हाथियों के समूह द्वारा किसी भी तरह की जन घायल जनहानि की घटना नहीं हुई है। वही कुछ ग्रामीणों के बाड़ियों में लगे अनाज,केलो के पेड़ों को समूह द्वारा अपना आहार बनाया है।जिला प्रशासन एवं पुष्पराजगढ़ के अनुविभागीय अधिकारी अभिषेक चौधरी, तहसीलदार टी.आर.नाग, पुलिस विभाग के अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को वन विभाग द्वारा बताए गए निर्देशों का सजगता से पालन करने की अपेक्षा की गई है।हाथियों का समूह पूरे दिन पलवा दादर में विश्राम करने के बाद देर शाम विचरण के लिए निकलेगा जो किस दिशा तथा किस तरफ जाएगा का अनुमान लगा पाना संभव ना होने के कारण प्रभावित क्षेत्र के चारों ओर के ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की बात कही गई है।
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