(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से 26 दिन पूर्व आए तीन दंतैल हाथियों का समूह अनूपपुर जिले के वन परीक्षेत्र जैतहरी,राजेंद्रग्राम,अहिरगवा एवं शहडोल जिले के वन परिक्षेत्र बुढार के वन क्षेत्रों एवं ग्रामों में निरंतर वितरण करते हुए 26 अप्रैल मंगलवार की सुबह वन परिक्षेत्र जैतहरी के बैहार बीट के गूझी के जंगल में 26 दिन बाद वापस लौट आया है। लग रहा है कि हाथियों का समूह छत्तीसगढ़ राज्य वापसी की ओर अपना रुख कर रहा है।हाथियों का समूह छ.ग.राज्य के मरवाही से 1 अप्रैल 2022 कि सुबह वन परिक्षेत्र जैतहरी के कदमसरा,जरेली बैहार होते हुए वन परीक्षेत्र राजेंद्रगाम,अहिरगवा से शहडोल जिले की बुढार क्षेत्र के वन एवं ग्रामीण अंचलों में निरंतर वितरण करते हुए 5-6 दिन पूर्व पुन:अहिरगवा,राजेंद्रगाम होते हुए सोमवार की सुबह वन परिक्षेत राजेन्दगाम कें नादपुर गांव के जंगल में पूरे दिन रुकने बाद देर शाम नादपुर में रामचरण सिंह का घर तोड़फोड़ करने पर ग्रामीणों के हो-हल्ला पर बड़ा लखाैरा गांव पहुंचकर चैन सिंह की कच्चे घर को तोड़-फोड़ कर नुकसान पहुंचाया।जिसके बाद से लगभग 25 से 30 किलोमीटर की दूरी तय कर शहडोल-अमरकंटक मुख्य मार्ग एवं जोहिला नदी पार करते हुए धरमदास-गिरवी गांव मे दो घरो को नुकसान कर वन परीक्षेत्र जैतहरी अंतर्गत बैहार बीट के गूंझी गांव से लगे जंगल में मंगलवार की सुबह पहुंचा जो गूझी के जंगल में मंगलवार को आराम कर रहा है।इस बीच हाथियों के समूह द्वारा अनेकों गांव जो जंगलो से लगे हुये है या आस-पास है में अनेको लोगों के घरों पर कहर बरपाते हुए घरों मे तोड-फोड कर अंदर रखें खाद्य सामग्री धान, गेहूं,कोदो,अरहरआदि को अपना आहार बनाया वही खेत बाडियों में लगे केला,कटहल, आम व अन्य तरह की फसलों को अपना आहार बनाते हुए निरन्तर जिस रास्ते से गये रहे उसी रास्ते से तेजी से निरंतर विचरण करते वापस आते जा रहे हैं।अब संभावना व्यक्त की जा रही है कि हाथियों का समूह जल्द ही मध्यप्रदेश राज्य से विदा होकर छत्तीसगढ़ राज्य में अपने अन्य साथियो के साथ मिल जाएगा।हाथियों के निरंतर विचरण के कारण वन विभाग का पूरा अमला इनके विचरण पर नजर बनाए रखते हुए ग्रामीणों को आगाह व सतर्क करती रही है वहीं पुलिस व प्रशासन के लोग भी निरंतर निगरानी बनाए हुए रहे हैं।हाथियों के द्वारा किए गए घरो व खेत बाडियो का नुकसान का राजस्व विभाग द्वारा सर्वेक्षण कर मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है। मंगलवार की शाम हाथियों का समूह किस ओर रुख करेगा यह देर शाम तब पता चल सकेगा। हाथियों के समूह के निरंतर विवरण के बाद भी अब तक एक भी जनघायल या जनहानि की घटना नहीं हुई जो वन विभाग व प्रशासन के लिए राहत की बात है।
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