(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) हनुमान जयंती का भव्य पावन आयोजन 16 अप्रैल 2022, शनिवार को ग्राम सोनमौहरी के निधि निकुंज स्थित श्री संकट मोचन धाम में भक्त प्रवर गोविन्द प्रसाद श्रीवास्तव के निवास में श्रद्धा - विश्वास एवं भक्ति भाव के साथ, हनुमान जयंती का आयोजन बड़े धूमधाम से आयोजित होगा।
ज्ञातव्य हो कि सतत हनुमान जयंती के कार्यक्रम का यह 25वॉ वर्ष है।श्रद्धा-भक्ति, सोल्लासपूर्ण आनंद और भगवत् भक्ति से परिपूर्ण इस विशिष्ट आयोजन में अत्याधिक संख्या में क्षेत्रीय श्रद्धालु जन भक्तिभाव से सम्मिलित होते हैं।
श्री हनुमत जन्मोत्सव महापर्व का कार्यक्रम प्रातः 5 बजे से शंख शहनाई एवं नगाड़े की मंगल ध्वनि, से प्रारंभ होकर श्री श्री 108 श्री स्वामी उध्वानंद जी महाराज मानस मराल यज्ञाचार्य के सानिध्य में श्री हनुमत लला का षोड्शोपचार पूजन -अर्चन, ध्वजा पूजन के अलावा आरती का आयोजन होगा। इसके बाद इसी दिन प्रातः 8 बजे से श्रीमहराज जी द्वारा श्री राम चालीसा, श्री हनुमान चालीसा, श्री सुन्दरकाण्ड का अनवरत सस्वर पाठ परायण के साथ आरती की जय-जय कार होगी।
इस पावन पुनीत अवसर पर भक्त प्रवर गोविन्द प्रसाद श्रीवास्तव द्वारा गौदान और भण्डारे का आयोजन किया गया है ।
दोपहर 02.30 बजे से श्री हनुमतसहस्त्र नामों से निरंतर हवन का कार्य प्राणी मात्र कल्याण के लिए चलता रहेगा। वही सायं 4 बजे से 7 बजे तक प्रसाद वितरण।
एकादष महारूद्र जो काल के भी महाकाल ,सकल गुणनिधान,बलबुद्धि वि़द्या में असीम और अतुलनीय है। वाणी के द्वारा जिन्हें न तो तौला न ही आंका जा सकता है। परम दयालु करूणानिधान ,अनन्त महाप्रभु की कृपा ,प्रेरणा एवं सम्बल स्वरूप जन-जन हितार्थ,सर्वजन सुखार्थ,विष्व कल्याणार्थ इस कठोर कलिकाल के अधिपति ,त्रैलोक रक्षक सर्वश्रेष्ठ ,जागृत देव श्री संकटमोचन ,हनुमतलला का जन्मोत्सव महापर्व श्रद्धा,विष्वास ,भक्ति के साथ सादर आयोजित है। भगवत कृपा से परिपूर्ण पन्द्रहवें वर्ष का दिव्यता से युक्त जन्मोत्सव महापर्व का दर्षन लाभ समस्त मनोरथ पूर्णकर्ता महारास है। इससे बड़ा जीवन का सौभाग्य और हो भी क्या सकता है ? जीवन रूपी पारावार में भगवान श्री हनुमंत लाल का अर्चन -वन्दन मनन-उपासना पतवार की भांति है जो हर भयंकर से भयंकर झंझावात से बचाकर सुरक्षित किनारे ले आती है।
श्रीनिधि निकुंज सोनमौहरी के आयोजकों ने विनम्र निवेदन किया है कि इस महापर्व के महापुण्य में समर्पित भाव से सहर्ष सपरिवार निर्धारित कार्यक्रमानुसार पधारें जिससे भगवत सानिध्य की प्राप्ति हो ,सौभाग्य का अभ्युदय हो, जीवन को सार्थक करते हुए महापुण्य के भागी बनें एवं हमें अनुगृहीत करने की महती कृपा करेंगे।
ज्ञातव्य हो कि सतत हनुमान जयंती के कार्यक्रम का यह 25वॉ वर्ष है।श्रद्धा-भक्ति, सोल्लासपूर्ण आनंद और भगवत् भक्ति से परिपूर्ण इस विशिष्ट आयोजन में अत्याधिक संख्या में क्षेत्रीय श्रद्धालु जन भक्तिभाव से सम्मिलित होते हैं।
श्री हनुमत जन्मोत्सव महापर्व का कार्यक्रम प्रातः 5 बजे से शंख शहनाई एवं नगाड़े की मंगल ध्वनि, से प्रारंभ होकर श्री श्री 108 श्री स्वामी उध्वानंद जी महाराज मानस मराल यज्ञाचार्य के सानिध्य में श्री हनुमत लला का षोड्शोपचार पूजन -अर्चन, ध्वजा पूजन के अलावा आरती का आयोजन होगा। इसके बाद इसी दिन प्रातः 8 बजे से श्रीमहराज जी द्वारा श्री राम चालीसा, श्री हनुमान चालीसा, श्री सुन्दरकाण्ड का अनवरत सस्वर पाठ परायण के साथ आरती की जय-जय कार होगी।
इस पावन पुनीत अवसर पर भक्त प्रवर गोविन्द प्रसाद श्रीवास्तव द्वारा गौदान और भण्डारे का आयोजन किया गया है ।
दोपहर 02.30 बजे से श्री हनुमतसहस्त्र नामों से निरंतर हवन का कार्य प्राणी मात्र कल्याण के लिए चलता रहेगा। वही सायं 4 बजे से 7 बजे तक प्रसाद वितरण।
एकादष महारूद्र जो काल के भी महाकाल ,सकल गुणनिधान,बलबुद्धि वि़द्या में असीम और अतुलनीय है। वाणी के द्वारा जिन्हें न तो तौला न ही आंका जा सकता है। परम दयालु करूणानिधान ,अनन्त महाप्रभु की कृपा ,प्रेरणा एवं सम्बल स्वरूप जन-जन हितार्थ,सर्वजन सुखार्थ,विष्व कल्याणार्थ इस कठोर कलिकाल के अधिपति ,त्रैलोक रक्षक सर्वश्रेष्ठ ,जागृत देव श्री संकटमोचन ,हनुमतलला का जन्मोत्सव महापर्व श्रद्धा,विष्वास ,भक्ति के साथ सादर आयोजित है। भगवत कृपा से परिपूर्ण पन्द्रहवें वर्ष का दिव्यता से युक्त जन्मोत्सव महापर्व का दर्षन लाभ समस्त मनोरथ पूर्णकर्ता महारास है। इससे बड़ा जीवन का सौभाग्य और हो भी क्या सकता है ? जीवन रूपी पारावार में भगवान श्री हनुमंत लाल का अर्चन -वन्दन मनन-उपासना पतवार की भांति है जो हर भयंकर से भयंकर झंझावात से बचाकर सुरक्षित किनारे ले आती है।
श्रीनिधि निकुंज सोनमौहरी के आयोजकों ने विनम्र निवेदन किया है कि इस महापर्व के महापुण्य में समर्पित भाव से सहर्ष सपरिवार निर्धारित कार्यक्रमानुसार पधारें जिससे भगवत सानिध्य की प्राप्ति हो ,सौभाग्य का अभ्युदय हो, जीवन को सार्थक करते हुए महापुण्य के भागी बनें एवं हमें अनुगृहीत करने की महती कृपा करेंगे।

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