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समय सीमा बैठक में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने लंबित प्रकरणों के त्वरित निराकरण के दिये निर्देश

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)

अनूपपुर (अंंचलधारा) कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने साप्ताहिक समय-सीमा बैठक में विभागों में लंबित टी.एल. प्रकरणों, सी.एम. हेल्पलाईन, समाधान ऑनलाईन में लंबित प्रकरणों तथा लंबित अवमानना प्रकरणों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को प्रकरणों का त्वरित निराकरण के निर्देश दिये। कलेक्टर सुश्री मीना ने प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में करने, राजस्व, सामान्य प्रशासन, नगरीय, खाद्य विभाग को लंबित प्रकरणों में परफारमेन्स ठीक करने को कहा गया। कलेक्टर ने विभागवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा की तथा संबंधित अधिकारियों से प्रकरण के संबंध में जानकारी प्राप्त की। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हर्षल पंचोली, एसडीएम जैतहरी  विजय डेहेरिया, जनपद पंचायत, नगरीय निकाय तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। 
                              बैठक में आयुष्मान भारत अंतर्गत लक्षित लोगों के आयुष्मान कार्ड बनने के कार्य की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने व्ही.एल.ई. को एक्टिव कर लक्ष्य अनुरूप प्रगति परिलक्षित करने के निर्देश दिये। 

कोविड व वैक्सीनेशन 
की भी की गई समीक्षा


कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने कोविड संक्रमितों तथा कोविड वैक्सीनेषन की समीक्षा करते हुए मरीजों के बेहतर देखभाल, परामर्श, दवाईयों की उपलब्धता तथा मोबाइल के माध्यम से सतत मार्गदर्शन प्रदान करने व जानकारी लेने के कार्य करते रहने के निर्देश दिये। उन्होंने कोविड वैक्सीनेशन की समीक्षा करते हुए लक्षित लोगों को वैक्सीनेशन कार्यक्रम का संचालन सतत करते रहने के निर्देश दिये। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.सी. राय ने वैक्सीनेशन की जानकारी प्रस्तुत की। कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने दस्तक अभियान की समीक्षा करते हुए शिशुओं, गर्भवती महिलाओं तथा 60 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए अभियान अंतर्गत जिले में संचालित स्वास्थ्य शिविरों का बेहतर संचालन सुनिश्चित करते हुए नागरिकों को स्वास्थ्य लाभ उपलब्ध कराने व शिविरों की मानीटरिंग करने तथा रिपोर्टिंग के निर्देश दिए। उन्होंने दस्तक अभियान अंतर्गत गृह भेंट करने के भी निर्देश दिये। 

एक जिला एक 
उत्पाद की समीक्षा


कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने राज्य शासन के प्राथमिकता के कार्यक्रम एक जिला एक उत्पाद की समीक्षा करते हुए कोदो प्रोसेसिंग के कार्य को बढ़ावा देने स्वयं सहायता समूह को जोड़कर उनका प्रशिक्षण सुनिश्चित कर उत्पाद बढ़ाकर मार्केटिंग के साथ ही बाजार उपलब्ध कराने के कार्य पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एक जिला एक उत्पाद के तहत बेहतर प्रदर्शन अपेक्षित है। कार्य नहीं करने वालों पर कार्यवाही होगी। 
       कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को योजनांतर्गत नवाचार के तहत, फूल की खेती, औषधीय पौधों का रोपड़, लीची, आम, अमरूद, नासपाती, नीबू, स्ट्राबेरी, पौधरोपण हेतु किसानों को प्रेरित कर आवश्‍यक तकनीकी मार्गदर्शन देकर किसानों को स्वावलम्बी बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने पशुपालन विभाग द्वारा मॉडल गौशाला की स्थापना पर बल देते हुए गौशाला से जुड़े स्वयं सहायता समूहों को स्वावलम्बी बनाने के लिए आवश्‍यक पहल कर बेहतर कार्य करने के निर्देश दिये। 

वनाधिकार प्रकरणों 
की भी की गई समीक्षा


कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने एफ.आर.ए. फारेस्ट राईट्स एक्ट के तहत लंबित प्रकरणों के निराकरण की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि लंबित प्रकरणों के सम्बन्ध में अनुभाग स्तरीय कार्यवाही सुनिश्चित करें। लंबित स्थिति न रहे इस हेतु विभागीय अधिकारी तत्पर होकर कार्य सम्पादित करें। 

कृषि एवं उद्यानिकी 
कार्य की हुई समीक्षा


कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने कृषि विभाग की योजनाओं के प्रगति की समीक्षा करते हुए खरीफ के विशेष कार्यक्रम के तहत बेहतर कार्य करने उन्नत तकनीक के अनुरूप कृषि गतिविधि को बढ़ावा देने के साथ ही स्ट्रावेरी की खेती को बढ़ावा देने, पोहा की वैराइटी वाले धान के रकबे में वृद्धि के साथ ज्वार, बाजरा के उत्पादकता बढ़ाने के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को जोड़कर कार्य करने के निर्देश दिये। 
            कलेक्टर ने उद्यानिकी गतिविधियों की समीक्षा के दौरान लीची, नासपाती के कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के साथ टमाटर की नई वेरायटी को प्रमोट करने कृषकों को प्रेरित करने तथा प्रसंस्करण यूनिट की स्थापना के निर्देश दिये। 

एडाप्ट इन 
आँगनबाड़ी
 
कलेक्टर ने राज्य शासन द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत एडाप्ट इन आँगनबाड़ी के सम्बंध में समीक्षा की। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने जानकारी प्रस्तुत करते हुए एडाप्ट इन आँगनबाड़ी के उद्देश्‍य की जानकारी दी। 
कलेक्टर सुश्री मीना ने कहा सभी आँगनबाड़ियों में पोषण उद्यान की स्थापना को प्रोत्साहित किया जाए, जिसमें सब्जी के साथ ही फलदार पौधों का रोपण हो। उन्होंने नियमित शिशुओं और महिलाओं के स्वास्थ्य जाँच के कार्य कराये जाने गृह भेंट करने, सैम बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराने, टीएचआर, रेडी टू ईट वितरण की मानीटरिंग करने को कहा। उन्होंने कहा कि जिले में जिन अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों तथा नागरिकों ने आँगनबाड़ियों को गोद लिया है, वह आँगनबाड़ी को उद्देश्‍य परख बनाने कार्यों की जानकारी लेकर मैदानी भ्रमण कर मानीटरिंग सुनिश्चित करते हुए आँगनबाड़ी के दर्ज बच्चों के हित संवर्धन के कार्य करें।

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