(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी के अनूपपुर जिला समन्वयक दीपक अग्रवाल ने एक विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी है कि मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी की निदेशक के द्वारा प्रदेश में बनाये गए ज़िलेवार 52 समन्वयको के माध्यम से तलाशे जौहर के अंतर्गत लगभग 300 नए रचनाकारों की खोज की गई है।
मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी की निदेशक डॉ.नुसरत मेहदी के निर्देशन में मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी द्वारा एक बार फिर प्रदेश के नए रचनाकारों को मंच देने के लिए "तलाश ए जौहर" कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इस बार प्रदेश के शहरों, क़स्बों एवं गाँवों से रचनाकारों की खोज के लिए प्रदेश के हर एक ज़िले से समन्वयक बनाए गए हैं जिनके माध्यम से नए रचनाकारों की खोज जारी है। इस प्रक्रिया के तहत प्रथम चरण में ज़िला समन्वयकों के माध्यम से लगभग 300 के क़रीब काव्य रचनाएं प्राप्त हुई थी। रचनाओं के माध्यम से रचनाकारों के चयन हेतु एक समिति का गठन किया गया जिसके द्वारा लगभग 220 नए रचनाकारों का चयन अगले चरण के लिए किया गया है। अब अगले चरण में 11 जनवरी से 16 जनवरी के बीच चयनित रचनाकारों को फिलबदीह शायरी मुक़ाबला (तात्कालिक शायरी प्रतियोगिता) के लिए भोपाल आमंत्रित किया जा रहा है। इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ मौलिक लेखन के लिए चयनित रचनाकारों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त इस प्रक्रिया के माध्यम से नए रचनाकारों के नाम उर्दू अकादमी द्वारा वर्तमान में तैयार की जा रही डिजिटल डाइरेक्टरी में अंकित किये जायेंगे। अकादमी की डिजिटल डायरेक्टरी के माध्यम से प्रदेश के रचनाकारों को देश दुनिया मे पहचाना जा सकेगा और उनकी प्रतिभा को मंच मिल सकेंगे।
उर्दू अकादमी के उपरोक्त अभियान एवं भविष्य में होने वाली अन्य गतिविधियों के समन्वय हेतु अनूपपुर जिले से दीपक अग्रवाल को समन्वयक बनाया गया है। जिनके सहयोग से प्रदेश के हर गाँव और बस्ती के रचनाकारों व कलाकारों को अवसर उपलब्ध होंगे, ऐसा विश्वास है।
मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी की निदेशक डॉ.नुसरत मेहदी के निर्देशन में मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी द्वारा एक बार फिर प्रदेश के नए रचनाकारों को मंच देने के लिए "तलाश ए जौहर" कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इस बार प्रदेश के शहरों, क़स्बों एवं गाँवों से रचनाकारों की खोज के लिए प्रदेश के हर एक ज़िले से समन्वयक बनाए गए हैं जिनके माध्यम से नए रचनाकारों की खोज जारी है। इस प्रक्रिया के तहत प्रथम चरण में ज़िला समन्वयकों के माध्यम से लगभग 300 के क़रीब काव्य रचनाएं प्राप्त हुई थी। रचनाओं के माध्यम से रचनाकारों के चयन हेतु एक समिति का गठन किया गया जिसके द्वारा लगभग 220 नए रचनाकारों का चयन अगले चरण के लिए किया गया है। अब अगले चरण में 11 जनवरी से 16 जनवरी के बीच चयनित रचनाकारों को फिलबदीह शायरी मुक़ाबला (तात्कालिक शायरी प्रतियोगिता) के लिए भोपाल आमंत्रित किया जा रहा है। इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ मौलिक लेखन के लिए चयनित रचनाकारों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त इस प्रक्रिया के माध्यम से नए रचनाकारों के नाम उर्दू अकादमी द्वारा वर्तमान में तैयार की जा रही डिजिटल डाइरेक्टरी में अंकित किये जायेंगे। अकादमी की डिजिटल डायरेक्टरी के माध्यम से प्रदेश के रचनाकारों को देश दुनिया मे पहचाना जा सकेगा और उनकी प्रतिभा को मंच मिल सकेंगे।
उर्दू अकादमी के उपरोक्त अभियान एवं भविष्य में होने वाली अन्य गतिविधियों के समन्वय हेतु अनूपपुर जिले से दीपक अग्रवाल को समन्वयक बनाया गया है। जिनके सहयोग से प्रदेश के हर गाँव और बस्ती के रचनाकारों व कलाकारों को अवसर उपलब्ध होंगे, ऐसा विश्वास है।
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