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पिछड़े वर्ग की आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक स्थिति का अध्ययन करने आयोग अध्यक्ष व सदस्य ने ली बैठक

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)

अनूपपुर (अंंचलधारा) प्रदेश में पिछड़े वर्ग की वर्तमान सामाजिक, शैक्षणिक तथा आर्थिक स्थिति का अध्ययन, सुझाव तथा अनुशंसाएं प्रदान करने हेतु गठित म.प्र. पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा), विधायक  गौरीशंकर बिसेन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में जिले के अधिकारियों की बैठक सम्पन्न हुई। 
      बैठक में म.प्र. पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के सदस्य (राज्य मंत्री दर्जा) विधायक प्रदीप पटेल, कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना, पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल, अपर कलेक्टर सरोधन सिंह, एसडीएम कमलेश पुरी, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विभाग की सहायक संचालक सुश्री मंजुला सेन्द्रे सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। 
        बैठक में म.प्र. पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के सदस्य (राज्य मंत्री दर्जा) विधायक प्रदीप पटेल ने आयोग के गठन तथा पिछड़ा वर्ग के उत्थान के लिए आजादी के पूर्व से अब तक किए गए प्रयासों के संबंध में विस्तृत प्रकाश डाला गया। उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग की वर्तमान सामाजिक, शैक्षणिक तथा आर्थिक स्थिति शासन के विभिन्न विभागों की संरचना एवं योजनाओं में पिछड़े वर्ग की भागीदारी की वर्तमान स्थिति शैक्षणिक संस्थाओं में पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को मिल रहे लाभों तथा पिछड़े वर्ग के युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों के लिए आंकलन तथा इसमें वृद्धि के उपाय, पिछड़े वर्ग के युवाओं हेतु कौशल उन्नयन कार्यक्रम तथा प्रशिक्षण के संचालन की वर्तमान स्थिति व पिछडे वर्ग के सामाजिक, शैक्षिणिक तथा आर्थिक कल्याण हेतु अन्य कोई उपाय एवं अनुशंसाओं के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की गई। श्री पटेल ने कहा कि आयोग पिछड़े वर्ग के उन्नयन की स्थिति के आंकलन के लिए जमीनी स्तर पर जानकारियों का संग्रहण कर रहा है, ताकि पूर्व और वर्तमान स्थिति का आंकलन कर सरकार को अनुशंसाएं की जा सकें। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के अंतर्गत संचालित योजनाओं में पिछड़ा वर्ग को लाभान्वित करने कितना प्रयास किया गया है का डाटा संग्रहण कर स्थितियों को जानने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शासकीय बजट का सदुपयोग सुनिश्चित होना चाहिए। राशि को समय पर कार्ययोजना के अनुरूप व्यय सुनिश्चित हो ताकि जरूरतमंदों को लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि कौशल उन्नयन कर लोगों को रोजगार व स्वरोजगार के अवसर करने के लिए बडी कम्पनियों को आमंत्रित कर युवाओं का भविष्य संवारने आत्मनिर्भर बनाने की दिषा में सार्थक प्रयास किए जांय। उन्होंने कौशल उन्नयन के लिए जिले में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय रोजगार की संभावनाओं को दृष्टिगत रख कौशल उन्नयन के प्रयास किए जांए। उन्होंने कहा कि सामाजिक सर्वे के तहत पिछड़े वर्ग के सामाजिक, शैक्षिणिक तथा आर्थिक कल्याण हेतु डाटा संग्रहण करें। उन्होंने कहा कि जिले की ऐसी 8 ग्राम पंचायतों का चिन्हांकन किया जाए जिसमें सभी जातियों के लोग निवासरत हैं, उनमें पिछड़ा वर्ग का डाटा संग्रहण कर आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक डाटा का संकलन किया जाए। उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग की जातियों को जिला स्तर पर चिन्हित कर सूचीबद्ध करें। उन्होंने सरकार की प्रत्यावर्तित योजनाओं में उपलब्ध बजट का सदुपयोग तथा योजनाओं के क्रियान्वयन की साप्ताहिक समीक्षा पर बल दिया। 
                 कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने तथा चाही गई जानकारियों का संकलन कर समय पर डाटा प्रेशित करने अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक विभाग की सहायक संचालक मंजुला सेन्द्रे ने पॉवर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से पिछड़ा वर्ग हेतु विभाग द्वारा संचालित योजनाओं, छात्रवृत्ति, छात्रावास आवास, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजनाओं के साथ ही विभागीय कार्यों का प्रस्तुतिकरण किया।

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