(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) जिला परिवहन कार्यालय निरंतर सुर्खियां बटोर रहा है लेकिन कोई इस विभाग पर हाथ रखने की हिम्मत नहीं कर पा रहा।बड़े बड़े वाहन जिसमें कैप्सूल वाहन निर्धारित सीमा से ज्यादा माल भरकर ले आ जाता है वही बसों पर कोई लगाम नहीं है जिसमें यात्री भरे रहते हैं बैठने की जगह भी बसों में नहीं मिलती क्योंकि यहां से महीना बधा हुआ है जिससे ओवर लोड वाहनों पर कोई कार्रवाई आरटीओ विभाग द्वारा नहीं की जाती।क्योंकि यहां से पका पकाया धन उनके पास पहुंचते रहता है।आरटीओ को केवल हाईवे वगैरह में जाकर बाहर से आने जाने वाले वाहनों को रोक कर कुछ वसूली करते हैं तो कुछ से अपनी जेब गर्म करते हैं इनके ऊपर किसी विभाग का नियंत्रण नजर नहीं आता।आरटीओ विभाग के अधिकारी से हरिओम पाठक नामक व्यक्ति के बारे में जानकारी ली गई तो उनने कोई भी जानकारी देना उचित नहीं समझा।यहां तक की फोन पर बात करना भी उचित नहीं समझते। बताते हैं कि हरिओम पाठक नामक व्यक्ति ग्वालियर से आकर अनूपपुर मैं अपना डेरा जिला परिवहन अधिकारी के नेतृत्व में डाले हुए हैं। इनके साथ वसूली में बराबर का हाथ बटा रहे हैं।इनकी किसी भी तरह की कार्यवाही सीसीटीवी कैमरे के सामने नहीं हो रही जिससे इनकी मनमानी चरम पर है।अगर परिवहन अधिकारी इतने ही इमानदार हैं तो प्रतिदिन बसों का,कैप्सूल का चालान कर शासन को लाभ पहुंचाने का कार्य करें तो अच्छा होगा।जब इन का महीना बंद होगा तो यह सड़कों पर दिखना बंद हो जाएंगे।आवश्यकता है कि जिले के वरिष्ठ अधिकारी इस और अपनी नजरें इनायत करें और छोटे छोटे वाहन चालकों को जानबूझकर जो परेशान किया जा रहा है इस प्रक्रिया को बंद किया जाए।आज अनूपपुर जिला मुख्यालय में बाहर से आने वाले वाहन चालक कई प्रदेशों की सीमा पार कर आते हैं लेकिन अनूपपुर आते ही परिवहन विभाग की कार्यवाहीयों से परेशान हो चुके हैं।मंत्री बिसाहूलाल सिंह का जिला मुख्यालय है उसके बाद भी यह अधिकारी पूरी तन्मयता के साथ वसूली अभियान को अंजाम देते रहते हैं।जब हल्ला गुल्ला होता है तो दो-चार दिन शांति से बैठ जाते हैं। हरिओम पाठक नामक व्यक्ति परिवहन अधिकारी का बहुत खास व्यक्ति नजर आता है जोकि परिवहन कार्यालय में भी घूमते फिरते नजर आता है और जब अधिकारी का मूड हो गया तो फिर अपने साथ लेकर वसूली में निकल जाते हैं। आवश्यकता है मंत्री बिसाहूलाल सिंह इस ओर ध्यान दें और अनूपपुर जिले पर जो प्रश्न चिन्ह लग रहा है ऐसे अधिकारी को तत्काल यहां से विदा करें जिससे अनूपपुर की अस्मिता कायम रह सके और साथ ही परिवहन कार्यालय के अंदर जितने एजेंटों को स्थान दिया गया है और उनके कार्य प्राथमिकता के साथ किए जाते हैं इसे तुरंत बंद कराया जाए और इमानदारी से शासन के नियमों के अनुसार आम जनता का शासन की दर पर लाइसेंस का कार्य पूर्ण कराया जाए। लेकिन सबसे पहले यहां की व्यवस्था में सुधार किया जाए। स्थानांतरण के बात फिर से यहां डेरा डालने वाले अधिकारी को तत्काल यहां से रवाना किया जाए अन्यथा अनूपपुर का नाम पूरे मध्यप्रदेश में बदनाम हो जाएगा।
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