त्रैमासिक डीएलसीसी बैठक
में प्रकरणवार की गई समीक्षा
(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) हितग्राहीमूलक योजनाओं की प्रगति तभी मानी जानी चाहिए जब बैंकर्स स्वीकृत प्रकरणों में ऋण राशि वितरण सुनिश्चित कर लें। जिले में उद्यम स्थापना के लिए विभिन्न विभागों द्वारा हितग्राहीमूलक स्वरोजगार योजनाओं का संचालन किया जाता है। जिनके वित्तीय सहायता प्रकरणों का निराकरण बैंकर्स तथा संबंधित विभागीय योजनाओं के अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर ऋण स्वीकृत व वितरण करने के लक्ष्य को पूर्ण करें। उक्ताशय के निर्देश कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में जिला स्तरीय समन्वय समिति डीएलसीसी की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हर्षल पंचोली, आरबीआई भोपाल के प्रतिनिधि सुधीर केसरवानी (एलडीओ), डीडीएम नाबार्ड रविन्द्र जोल्हे, लीड बैंक प्रबंधक रॉय संजीत कुमार सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी तथा बैंकर्स उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर सुश्री मीना ने विभिन्न विभागों की हितग्राहीमूलक योजनाओं की प्रकरणवार समीक्षा करते हुए बैंकर्स को प्रकरणों में सहानुभूतिपूर्वक कार्यवाही सुनिश्चित कर हितग्राहियों को ऋण राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने ऋण प्रकरणों के लंबित रहने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि बैंकर्स हितग्राहियों तथा विभागीय अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए शासकीय योजनाओं में ऋण वितरण की कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने बैंकर्स को ऋण प्रकरणों के शत-प्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध रूप से विभागीय अधिकारियों, बैंकर्स समन्वय से हितग्राहियों को सीधे लाभ पहुंचाने के लिए आवश्यक दस्तावेज पूर्ति हेतु शिविर लगाकर प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करते हुए ऋण वितरण की कार्यवाही सम्पादित की जाए। कलेक्टर सुश्री मीना ने एलडीएम को डीएलसीसी बैठक में अनुपस्थित बैंकर्स प्रतिनिधियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर डीडीएम नाबार्ड द्वारा वर्ष 2022-23 के लिए पीएलपी भी लांच की गई। बैठक में कलेक्टर सुश्री मीना ने सीएम हेल्पलाईन प्रकरणों का तत्परता से निराकरण के निर्देश बैंकर्स को दिए।
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