(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) परिवार एजुकेशन सोसायटी संस्था द्वारा दिनांक 16 सितम्बर को सीएचसी पुष्पराजगढ़ एवं माँ शारदा कन्या विद्या पीठ पोड़की मे और 17 सितम्बर को ग्राम पंचायत भवन करपा एवं ग्राम पंचायत भवन दमेहड़ी मे नेत्र शिविर का आयोजन किया था।इन चारो शिविरो मे दूर-दूर से लोग आये और अपने आँखों की जाँच कराये। शिविर मे 700 से ज्यादा लोगो ने अपने अपने आँख की जाँच कराये। जाँच के बाद जो पेसेंट चस्मा और दवाई से ठीक हो सकता था उसे ये दोनो चीजे तुरंत दे दी गयी थी और जिन पेसेंटो को ऑपरेसन से ही ठीक होने वाले थे उन्हे संस्था द्वारा बस से निःशुल चित्रकूट ले जाकर इलाज काराया गया।शिविर मे 150 पेसेंटो चित्रकूट के लिए चयनित कर इलाज कराया गया है।
परिवार संस्था के संस्थापक विनायक लोहानी जी हैं। यह संस्था 2003 मे कलकत्ता से प्रारंभ हुई।यहां पर 2 रेसिडेंशियल कैंपस बालक और बालिकाओं के लिए अलग अलग हैं। यहां 2200 से ज्यादा बालक बालिकाएं रहते हैं।
मध्य प्रदेश में यह संस्था 2016 में आरंभ हुई।मध्यप्रदेश मे यह संस्था परिवार श्री रामकृष्ण विवेकानंद सेवा कुटीर के नाम से 3 साल से 14 साल तक के बच्चो को निशुल्क पोस्टिक भोजन और शिक्षा उपलब्ध कराती है।इसके अलावा मोबाइल क्लिनिक के माध्यम से गरीब और पिछड़े गावों में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराती है तथा श्रवण कुमार प्रकल्प द्वारा नेत्र शिविर कर चित्रकूट सेवा सदगुरु ट्रस्ट अस्पताल में निशुल्क इलाज कराती है।
वर्तमान म.प्र. के 11 जिलों के 390 गावों में कार्यरत है। इन सभी गावों में 45,000 से ज्यादा बच्चो को रोज सुबह और शाम पोष्टिक भोजन और शिक्षा दी जाती है।
अनूपपुर के पुस्पराजगढ़ तहसील के 11 गावों में कार्य कर रही
है।
परिवार संस्था के संस्थापक विनायक लोहानी जी हैं। यह संस्था 2003 मे कलकत्ता से प्रारंभ हुई।यहां पर 2 रेसिडेंशियल कैंपस बालक और बालिकाओं के लिए अलग अलग हैं। यहां 2200 से ज्यादा बालक बालिकाएं रहते हैं।
मध्य प्रदेश में यह संस्था 2016 में आरंभ हुई।मध्यप्रदेश मे यह संस्था परिवार श्री रामकृष्ण विवेकानंद सेवा कुटीर के नाम से 3 साल से 14 साल तक के बच्चो को निशुल्क पोस्टिक भोजन और शिक्षा उपलब्ध कराती है।इसके अलावा मोबाइल क्लिनिक के माध्यम से गरीब और पिछड़े गावों में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराती है तथा श्रवण कुमार प्रकल्प द्वारा नेत्र शिविर कर चित्रकूट सेवा सदगुरु ट्रस्ट अस्पताल में निशुल्क इलाज कराती है।
वर्तमान म.प्र. के 11 जिलों के 390 गावों में कार्यरत है। इन सभी गावों में 45,000 से ज्यादा बच्चो को रोज सुबह और शाम पोष्टिक भोजन और शिक्षा दी जाती है।
अनूपपुर के पुस्पराजगढ़ तहसील के 11 गावों में कार्य कर रही
है।
0 Comments