(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) जिले के कोतमा तहसील अंतगर्त वन परिक्षेत्र बिजुरी के बीट बेलगांव अंतगर्त जंगली हाथियों के दल द्वारा गुरुवार 26 अगस्त 2021 को प्रातः 04.05 मिनट पर बेलगांव निवासी राजकुमार पिता पवन केवट उम्र 4 वर्ष को कुचल कर मार देने पर जिला प्रशासन की त्वरित पहल पर मध्यप्रदेश शासन वन
विभाग के प्रावधान अनुसार मृतक के वैधानिक उत्तराधिकारी माता श्रीमती गोमती पति पवन केवट निवासी बेलगांव को जनहानि क्षतिपूर्ति राशि 4 लाख रुपये जरिये वन मण्डलाधिकारी अनूपपुर के चेक द्वारा प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त उक्त घटना में मृत गया केवट पिता मोहर साय केवट उम्र 50 वर्ष श्रीमती मुन्नी बाई पति गया केवट उम्र 45 वर्ष निवासी बेलगांव के मृत्यु उपरांत जनहानि क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान उनके वैधानिक उत्तराधिकारी कन्हैया केवट पिता स्व. गया प्रसाद केवट एवं पवन केवट पिता स्व.गया प्रसाद केवट निवासी बेलगांव को संयुक्त रूप से जरिये वन मण्डलाधिकारी अनूपपुर द्वारा चेक के माध्यम से 8 लाख रुपये की राशि प्रदाय की गई है। जनपद पंचायत कोतमा के मुख्य कायर्पालन अधिकारी राजेन्द्र त्रिपाठी ने बताया है कि संबल योजनांतगर्त मृतकों के परिजनों को अंत्येष्ठि सहायता के रूप में 5-5 हजार रुपये परिजनों को मौके पर नगद प्रदाय किए गए हैं। मौके पर अनुविभागीय दण्डाधिकारी ऋषि सिंघई, एसडीओपी शिवेंद्र सिंह बघेल, उप वन मंडल अधिकारी के.बी. सिंह, तहसीलदार मनीष शुक्ला उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से लगे गांवों में जंगली हाथियों के विचरण को देखते हुए जनपद पंचायत कोतमा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेन्द्र त्रिपाठी ने ग्रामवासियों से अपील की है कि 26 अगस्त की रात्रि में ग्राम बेलगांव के एक ही परिवार के तीन लोगों को सोते हुए उनकी झोपड़ी को रौंदते हुए कुचलकर जंगली हाथियों ने मार डाला। ऐसी दर्दनाक घटना से बचने के लिए सभी ग्रामवासियों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने सभी ग्राम पंचायतों के सचिवों को मुनादी करा ग्रामीणों को जंगली हाथियों से सुरक्षा और सतर्कता बरतने की अपील करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कोई भी व्यक्ति घरों से अनावश्यक बाहर न निकले। जरूरी होने पर पूरी सुरक्षा और सतर्कता से ही निकले। शाम 4 बजे से सुबह 7 बजे तक कोई भी घर से बाहर निकलने का प्रयास ना करें। ज.पं. सीईओ श्री त्रिपाठी ने ग्राम की बसाहट से दूर स्थित घर या झोपड़ी बनाकर रहने वाले परिवारों को अस्थायी रूप से तत्काल शासकीय भवनों यथा स्कूल भवन, पंचायत भवन या सामुदायिक भवन में शिफ्ट कराने एवं उनके ठहरने हेतु गद्दे, चादर, पेयजल, प्रकाश इत्यादि की समुचित व्यवस्था, पंचायत से करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने ग्राम पंचायत के सचिवों को निर्देश का कड़ाई से पालन करने को कहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में लापरवाही पाए जाने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।
विभाग के प्रावधान अनुसार मृतक के वैधानिक उत्तराधिकारी माता श्रीमती गोमती पति पवन केवट निवासी बेलगांव को जनहानि क्षतिपूर्ति राशि 4 लाख रुपये जरिये वन मण्डलाधिकारी अनूपपुर के चेक द्वारा प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त उक्त घटना में मृत गया केवट पिता मोहर साय केवट उम्र 50 वर्ष श्रीमती मुन्नी बाई पति गया केवट उम्र 45 वर्ष निवासी बेलगांव के मृत्यु उपरांत जनहानि क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान उनके वैधानिक उत्तराधिकारी कन्हैया केवट पिता स्व. गया प्रसाद केवट एवं पवन केवट पिता स्व.गया प्रसाद केवट निवासी बेलगांव को संयुक्त रूप से जरिये वन मण्डलाधिकारी अनूपपुर द्वारा चेक के माध्यम से 8 लाख रुपये की राशि प्रदाय की गई है। जनपद पंचायत कोतमा के मुख्य कायर्पालन अधिकारी राजेन्द्र त्रिपाठी ने बताया है कि संबल योजनांतगर्त मृतकों के परिजनों को अंत्येष्ठि सहायता के रूप में 5-5 हजार रुपये परिजनों को मौके पर नगद प्रदाय किए गए हैं। मौके पर अनुविभागीय दण्डाधिकारी ऋषि सिंघई, एसडीओपी शिवेंद्र सिंह बघेल, उप वन मंडल अधिकारी के.बी. सिंह, तहसीलदार मनीष शुक्ला उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से
लगे ग्रामों के ग्रामीणों को जंगली
हाथियों से सतर्क रहने की अपील
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