(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) जिले के अग्रणी शासकीय तुलसी महाविद्यालय अनूपपुर द्वारा देश के अमर सपूतों बाल गंगाधर तिलक और शहीद चंद्रशेखर आज़ाद की जयंती के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. परमानन्द तिवारी ने कहा कि उदारवादियों के बाद जब उग्रराष्ट्रवाद का दौर आया उसमें तिलक का स्थान सबसे महत्त्वपूर्ण है। तिलक ने शिवाजी उत्सव और गणेश उत्सव जैसे कार्यक्रमों को शुरू करके पूरे देश को सांस्कृतिक रूप से संगठित किया और उनमें राष्ट्रवाद की भावना पैदा की। होमरूल लीग की स्थापना और पूर्ण स्वराज जैसे क्रांतिकारी विचारों से उन्होंने देशवासियों में एक नवीन चेतना जागृत की।
महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.जे.के. सन्त ने शहीद चंद्रशेखर आज़ाद के बारे में बताते हुए कहा कि आज़ाद का जन्म मध्यप्रदेश के जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र अलीराजपुर में हुआ, और उन्होंने आज़ादी की लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति दी।
डॉ. संत ने कहा कि देश के युवाओं को हमारे सेनानियों और बलिदानियों से प्रेरणा लेनी चाहिए और अपनी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाना चाहिए। इस अवसर पर प्रो. विनोद कोल, डॉ. तरन्नुम सरवत और रमा विश्वकर्मा ने अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ.गीतेश्वरी पाण्डेय, डॉ. अमित भूषण, पूनम धांडे, संगीता बासरानी, कमलेश चावले,शाहबाज़ खान एवं नीरज मिश्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी, रासेयो ज्ञान प्रकाश पाण्डेय ने किया।
महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.जे.के. सन्त ने शहीद चंद्रशेखर आज़ाद के बारे में बताते हुए कहा कि आज़ाद का जन्म मध्यप्रदेश के जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र अलीराजपुर में हुआ, और उन्होंने आज़ादी की लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति दी।
डॉ. संत ने कहा कि देश के युवाओं को हमारे सेनानियों और बलिदानियों से प्रेरणा लेनी चाहिए और अपनी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाना चाहिए। इस अवसर पर प्रो. विनोद कोल, डॉ. तरन्नुम सरवत और रमा विश्वकर्मा ने अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ.गीतेश्वरी पाण्डेय, डॉ. अमित भूषण, पूनम धांडे, संगीता बासरानी, कमलेश चावले,शाहबाज़ खान एवं नीरज मिश्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी, रासेयो ज्ञान प्रकाश पाण्डेय ने किया।
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