(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉक डाउन की वजह से लोग घरों में कैद हो गए हैं, पंडित-पुजारियों की रोजी रोटी पर भी ताला लग गया है। नतीजा- उनकी गुजर-बसर में परेशानी खड़ी हो गई है।
अनूपपुर (अंचलधारा) कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में कैद हो गए हैं, जिसका लोगों की आस्था के केंद्र यानी मंदिरों पर भी इसका असर पड़ा है।लॉकडाउन के चलते भक्त मंदिर नहीं जा पा रहे हैं और न ही कोई धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है।जिसके कारण पंडित-पुजारियों की रोजी रोटी पर भी ताला लग गया है। नतीजा-उनकी गुजर-बसर में परेशानी खड़ी हो गई है।आर्यावर्त ब्राह्मण महासभा के अनूपपुर जिला अध्यक्ष चैतन्य मिश्रा ने म.प्र. शासन से लॉकडाउन के कारण रोजी-रोटी के संकट का सामना कर रहे गरीब ब्राह्मण एवं मंदिरों के पुजारियों की आर्थिक सहायता किए जाने की मांग की है।उन्होंने बताया की जिले के शहरी व ग्रामीण इलाकों के गरीब ब्राह्मण एवं मंदिरों में व भक्तों के घरों में जाकर पूजा करने वाले पुजारी लॉकडाउन के कारण भारी आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। उनकी सारी आय धार्मिक आयोजन या मंदिरों में चढ़ाई जाने वाली धनराशि पर निर्भर करती है और इससे उनका खर्च ही बड़ी मुश्किल से चलता है। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लाकडाउन लागू किया गया है। इसकी वजह से गरीब पुजारियों, अर्चकों व ब्राह्मणों के लिए गुजारा करना कठिन हो गया है। लिहाजा भगवान की सेवा करने वाले गरीब ब्राह्मण ,पुजारियों व अर्चकों को सरकार सहायता करे ताकि वे अपने परिवारों की भरण पोषण कर सकें।
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