(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर एवं पुलिस अधीक्षक मांगीलाल सोलंकी के दिशा निर्देशन में अनुविभागीय दंडाधिकारी कमलेश पुरी के नेतृत्व में एवं टीआई खेम सिंह पेंड्रो एवं उनके स्टाफ द्वारा 3 मई तक लगाए गए कोरोना कर्फ्यू में नियमों की अवहेलना करने वाले लोगों
के खिलाफ पूरी सख्ती के साथ पेश आए।इंदिरा तिराहे एवं शहर के अन्य हिस्सों में प्रशासन घूम घूम कर बेवजह घूमने वाले लोगों पर चालानी कार्यवाही की।ज्ञातव्य हो कि कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा लॉकडाउन कोरोना कर्पयू दिवसों के दौरान दो चार पाहिया वाहन को पूरी तरह से बन्द रखने के निर्देश दिए गए थे बिना किसी काम के इन वाहनों के उपयोग पर भी पाबंदी लगाई गई।किसी भी व्यक्ति के घर से निकलने पर पूर्णतः प्रतिबंध के आदेश दिए गए थे। लेकिन देखा गया कि लोग बेवजह सड़कों पर उतर आए और घूमते नजर आए।प्रशासन की कड़ी कार्यवाही प्रारंभ होते ही सड़के सूनी हो गई।अभियान के दौरान प्रशासन ने लोगों को समझाइश भी दी एवं सम्मन शुल्क भी वसूला।पुलिस बल भी प्रमुख स्थानों पर तैनात था और आने जाने वालों लोगों से पूरी जानकारी एकत्र कर ही आने जाने की छूट देते नजर आया।बिना किसी काम के घूमने वालों पर सख्ती भी नजर आई।मेडिकल जाने वालों वैक्सीन लगवाने के लिए जाने वालों एवं इलाज कराने के लिए आने जाने वाले लोगों को ही छूट दी जा रही थी निश्चित ही प्रशासन इसी तरह सक्रिय रहा तो आने वाले दिनों में कोरोना प्रकरण में कमी आना प्रारंभ हो जाएगी जो अनूपपुर जिले के लिए अच्छी बात होगी।देखा जा रहा है कि जरा सी ढिलाई के कारण जिला मुख्यालय में कोरोना के प्रकरण काफी तेजी से बढ़ने लगे थे जिसके कारण जिला क्राइसिस मैनेजमेंट समिति को अपने निर्णय बदलने पड़े।जिसमें कोविड-19 प्रभारी मंत्री खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण बिसाहूलाल सिंह की उपस्थिति में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 3 मई तक अनूपपुर जिले को शहर से लेकर गांव तक टोटल लॉकडाउन किया जाए।जिसका अमल 20 अप्रैल की शाम 6 बजे से प्रारंभ हो गया।निश्चित ही आने वाले समय में प्रशासन की इसी तरह कसावट रही तो करोना के प्रकरण धीरे धीरे कम होने लगेंगे।
के खिलाफ पूरी सख्ती के साथ पेश आए।इंदिरा तिराहे एवं शहर के अन्य हिस्सों में प्रशासन घूम घूम कर बेवजह घूमने वाले लोगों पर चालानी कार्यवाही की।ज्ञातव्य हो कि कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा लॉकडाउन कोरोना कर्पयू दिवसों के दौरान दो चार पाहिया वाहन को पूरी तरह से बन्द रखने के निर्देश दिए गए थे बिना किसी काम के इन वाहनों के उपयोग पर भी पाबंदी लगाई गई।किसी भी व्यक्ति के घर से निकलने पर पूर्णतः प्रतिबंध के आदेश दिए गए थे। लेकिन देखा गया कि लोग बेवजह सड़कों पर उतर आए और घूमते नजर आए।प्रशासन की कड़ी कार्यवाही प्रारंभ होते ही सड़के सूनी हो गई।अभियान के दौरान प्रशासन ने लोगों को समझाइश भी दी एवं सम्मन शुल्क भी वसूला।पुलिस बल भी प्रमुख स्थानों पर तैनात था और आने जाने वालों लोगों से पूरी जानकारी एकत्र कर ही आने जाने की छूट देते नजर आया।बिना किसी काम के घूमने वालों पर सख्ती भी नजर आई।मेडिकल जाने वालों वैक्सीन लगवाने के लिए जाने वालों एवं इलाज कराने के लिए आने जाने वाले लोगों को ही छूट दी जा रही थी निश्चित ही प्रशासन इसी तरह सक्रिय रहा तो आने वाले दिनों में कोरोना प्रकरण में कमी आना प्रारंभ हो जाएगी जो अनूपपुर जिले के लिए अच्छी बात होगी।देखा जा रहा है कि जरा सी ढिलाई के कारण जिला मुख्यालय में कोरोना के प्रकरण काफी तेजी से बढ़ने लगे थे जिसके कारण जिला क्राइसिस मैनेजमेंट समिति को अपने निर्णय बदलने पड़े।जिसमें कोविड-19 प्रभारी मंत्री खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण बिसाहूलाल सिंह की उपस्थिति में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 3 मई तक अनूपपुर जिले को शहर से लेकर गांव तक टोटल लॉकडाउन किया जाए।जिसका अमल 20 अप्रैल की शाम 6 बजे से प्रारंभ हो गया।निश्चित ही आने वाले समय में प्रशासन की इसी तरह कसावट रही तो करोना के प्रकरण धीरे धीरे कम होने लगेंगे।
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