पत्रकारिता का ध्येय ही कल्याण कारक
समाज की स्थापना करना है- कुलपति
(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक द्वारा तृतीय दीक्षांत समारोह के अवसर पर प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस वार्ता में कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूँ क्योंकि उन लोगों के बीच उपस्थित हूँ जो निर्भीक, निष्पक्ष एवं निर्माण परक पत्रकारिता करते हैं। पत्रकारिता का ध्येय ही कल्याण कारक समाज की स्थापना करना है। विश्वविद्यालय में अध्ययन, अध्यापन एवं अनुसंधान का कार्य प्रमुख रूप से होता है। यह विश्वविद्यालय देश का प्रथम विश्वविद्यालय है जिसमें कोरोना काल में भी समय पर परीक्षा, मूल्यांकन और परिणाम घोषित हुए। जनसंचार माध्यमों के प्रतिनिधियां को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी जी ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अध्ययन, अध्यापन और अनुसंधान के माध्यम से समस्त अंचल के विद्यार्थियों एवं निवासियों के संर्वागीण विकास और उन्नति के लिए प्रतिबद्ध है।
इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय द्वारा जनजातीय विद्यार्थियों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं (पीएससी, आरआरबी, सिविल सर्विस) की तैयारी हेतु निःशुल्क कक्षाओं का संचालन
विश्वविद्यालय के दक्ष शिक्षकों द्वारा किया जा रहा है जिससे यहाँ के विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं और भविष्य में भी होते रहेंगे। इंटरमीडिएट में पढ़ रहें अंचल के विद्यार्थियों को विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं हेतु निरन्तर परामर्श एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था कर रहा है जिससे यहाँ के विद्यार्थी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अंचल का नाम रोशन करें। इसके लिए विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा सतत् प्रेरणा प्रदान की जा रही है जिससे वे अपनी रूचि, दक्षता एवं समय की मांग के अनुरूप विषय चयन कर भविष्य के अनुरूप स्वयं को तैयार कर सकें। उन्होनें कहा कि विश्वविद्यालय ट्राइबल कनेक्ट कार्यक्रम को प्रारंभ कर रहा है जिसके अंतर्गत जनजातीय क्षेत्र के लोगों से विभिन्न जनजातीय विरासत, कला व संस्कृति पर चर्चा/परिचर्चा कर उसे स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित किया जाएगा। स्थानीय उपज एवं उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय द्वारा प्रचारित एवं प्रसारित करने की दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा है। विश्वविद्यालय अमरकंटक शहद एवं कोदो की ब्रांडिग करता है। यहां का शहद देश का सर्वश्रेष्ठ शहद है। विश्वविद्यालय की एलबीआई इकाई द्वारा स्थानीय लोगों को विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों से जोड़कर उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है जिससे वे आत्मनिर्भर एवं स्वाबलंवी बन अपने जीवन स्तर को बेहतर बना सके। विश्वविद्यालय द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्य के अनुरूप विभिन्न विभागों में पाठ्यक्रमों की संरचना में परिवर्तन एवं इंडस्ट्री और समय की मांग के अनुरूप कौशल विकास से संबंधित विभिन्न कोर्सो को प्रारंभ करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। विश्वविद्यालय ने हिन्दी माध्यम में पीएच.डी., स्नातकोत्तर एवं स्नातक में पठन-पाठन की प्रक्रिया प्रारंभ की है जिससे कई विद्यार्थी लाभन्वित हुए और अंग्रेजी माध्यम की अनिवार्यता से जो विद्यार्थी उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते थे उनमें आशा का संचार हुआ। विश्वविद्यालय ने कोविड-19 के कठिन दौर में स्थानीय निवासियों हेतु जागरूकता अभियान चलाये। उन्हें सेनेटइजर, मास्क एवं दैनिक उपभोग की वस्तुएं वितरित की। विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा निरंतर स्थानीय किसानों को कृषि विषयक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर उन्हें जागरूक किया जा रहा है। विश्वविद्यालय ने सिकल सेल एनीमिया बीमारी की जांच के लिए किट बनाई है।
विश्वविद्यालय के दक्ष शिक्षकों द्वारा किया जा रहा है जिससे यहाँ के विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं और भविष्य में भी होते रहेंगे। इंटरमीडिएट में पढ़ रहें अंचल के विद्यार्थियों को विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं हेतु निरन्तर परामर्श एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था कर रहा है जिससे यहाँ के विद्यार्थी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अंचल का नाम रोशन करें। इसके लिए विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा सतत् प्रेरणा प्रदान की जा रही है जिससे वे अपनी रूचि, दक्षता एवं समय की मांग के अनुरूप विषय चयन कर भविष्य के अनुरूप स्वयं को तैयार कर सकें। उन्होनें कहा कि विश्वविद्यालय ट्राइबल कनेक्ट कार्यक्रम को प्रारंभ कर रहा है जिसके अंतर्गत जनजातीय क्षेत्र के लोगों से विभिन्न जनजातीय विरासत, कला व संस्कृति पर चर्चा/परिचर्चा कर उसे स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित किया जाएगा। स्थानीय उपज एवं उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय द्वारा प्रचारित एवं प्रसारित करने की दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा है। विश्वविद्यालय अमरकंटक शहद एवं कोदो की ब्रांडिग करता है। यहां का शहद देश का सर्वश्रेष्ठ शहद है। विश्वविद्यालय की एलबीआई इकाई द्वारा स्थानीय लोगों को विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों से जोड़कर उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है जिससे वे आत्मनिर्भर एवं स्वाबलंवी बन अपने जीवन स्तर को बेहतर बना सके। विश्वविद्यालय द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्य के अनुरूप विभिन्न विभागों में पाठ्यक्रमों की संरचना में परिवर्तन एवं इंडस्ट्री और समय की मांग के अनुरूप कौशल विकास से संबंधित विभिन्न कोर्सो को प्रारंभ करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। विश्वविद्यालय ने हिन्दी माध्यम में पीएच.डी., स्नातकोत्तर एवं स्नातक में पठन-पाठन की प्रक्रिया प्रारंभ की है जिससे कई विद्यार्थी लाभन्वित हुए और अंग्रेजी माध्यम की अनिवार्यता से जो विद्यार्थी उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते थे उनमें आशा का संचार हुआ। विश्वविद्यालय ने कोविड-19 के कठिन दौर में स्थानीय निवासियों हेतु जागरूकता अभियान चलाये। उन्हें सेनेटइजर, मास्क एवं दैनिक उपभोग की वस्तुएं वितरित की। विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा निरंतर स्थानीय किसानों को कृषि विषयक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर उन्हें जागरूक किया जा रहा है। विश्वविद्यालय ने सिकल सेल एनीमिया बीमारी की जांच के लिए किट बनाई है।
तृतीय दीक्षांत समारोह 22 फरवरी 2021 को वर्ष 2017, 2018, 2019 और 2020 के स्नातक, स्नात्कोत्तर और पीएच.डी. उत्तीर्ण विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक डिग्री दी जाएगी। जिसमें 3580 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की जाएगी और 209 स्वर्ण पदक स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर दिया जाएगा।
प्रेस वार्ता में स्वागत भाषण मीडिया समिति के अध्यक्ष प्रो. अजय वाघ ने दिया। धन्यवाद ज्ञापन मीडिया समिति की उपाध्यक्ष एवं जनसंपर्क अधिकारी (प्र.) डॉ. मनीषा शर्मा ने किया। इस अवसर पर अकादमिक अधिष्ठाता प्रो. आलोक श्रोत्रिय, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. खेमसिंह डहेरिया, परीक्षा नियंत्रक प्रो. एच. एन. मूर्ति, कुलसचिव पी. सिलुवैनाथन, वित्त अधिकारी ए. जेना, कुलानुशासक प्रो. टी. सिंह, मुख्य छात्रावास अधीक्षक प्रो. ए. पी. सिंह, अध्यक्ष, प्रवेश परीक्षा नामांकन समिति प्रो. ए.के. शुक्ला, प्रो. राकेश सिंह, प्रो. भूमिनाथ त्रिपाठी, मीडिया समिति के सदस्य सचिव डॉ. प्रवीण कुमार और अन्य सदस्य उपस्थित थे।
प्रेस वार्ता में स्थानीय प्रिंट, इलैक्ट्रोनिक जनसंचार माध्यमों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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