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भाराछासं.जी नेट की परीक्षा स्थगित करने की मांग को लेकर किया 1 दिन की भूख हड़ताल कर सत्याग्रह आंदोलन

(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) जिला अनूपपुर के जिलाध्यक्ष संजय सोनी के नेतृत्व में राष्ट्रीय सचिव एवं मध्यप्रदेश प्रभारी नितीश गौड़ एवं मध्यप्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े जी के निर्देशानुसार कोविड-19 की वैश्विक महामारी के
चलते जी नेट की परीक्षा स्थगित करने की और 6 महीने की फीस माफी की मांग को लेकर 1 दिन की भूख हड़ताल कर छात्र सत्याग्रह आंदोलन अनूपपुर के शासकीय तुलसी महाविद्यालय में गांधी जी की प्रतिमा के सामने बैठकर किया गया । एनएसयूआई जिलाध्यक्ष संजय सोनी ने कहा कि आज हमारा देश एवं पूरे प्रदेश के साथ गांव गांव में करोना महामारी बहुत तीव्र गति से फैल रहा है।  इस महामारी के दौरान छात्रों की परीक्षा कराए जाने का निर्णय बहुत गलत और दुर्भाग्यपूर्ण है । यदि परीक्षा के दौरान छात्रों को करोना हुआ तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी और आज पूरे देश में यातायात व्यवस्था बस ट्रेनें पूरी तरह बंद है छात्र अपने घर पर फंसे हुए हैं और बड़े-बड़े शहरों में परीक्षा का सेंटर बनाया गया है । यदि परीक्षा होगी तो छात्र अपने गांव से बड़े शहरों तक कैसे पहुंचेगा यह एक बहुत जटिल समस्या है। छात्रों की जिंदगी सरकार खतरे में डालकर छात्रों की परीक्षा लेना चाहता है । भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन पूरे देश में आज छात्रों की आवाज बनकर सत्याग्रह आंदोलन कर रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन पिछले 3 दिनों से दिल्ली में भूख हड़ताल पर बैठे हैं और उनका स्वास्थ्य भी खराब हो गया है। इसके बाद भी वह आंदोलन में डटे हुए हैं और हम यह मांग करते हैं कि परीक्षाएं स्थगित हो ।छात्रों की जान जोखिम में ना डालें और परीक्षा कराए जाने के निर्णय का पुरजोर विरोध करते हैं। एक दिवसीय भूख हड़ताल सत्याग्रह आंदोलन में प्रमुख रूप से एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष संजय सोनी, ऋषि बंशकार, जितेंद्र सिंह, विक्रम महोबिया, युवराज राठौर, शैलेंद्र पटेल, लवकुश पटेल, जितेंद्र चतुर्वेदी, प्रदीप गुप्ता, राजू चौधरी, आदित्य राठौर, रविकांत प्रजापति, कृष्णा राठौर, सचिन राठौर, भगवान दास पटेल, ऋषि सोनी, लकी सोनी, आशीष राजपूत आदि छात्र नेता उपस्थित थे।

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