(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने अवकाश से वापस आते ही अपनी कोरोना जाँच करवा कर सतर्कता एवं समाज के प्रति कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया है। इसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है। जिले में अन्य राज्यों तथा शहरों से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को शासन की कोरोना गाईड लाईन का पालन करना चाहिए । उपरोक्त विचार भारत विकास परिषद के अध्यक्ष मनोज द्विवेदी ने व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये सरकार के दो माह के लाकडाऊन के बाद भी यदि हम सोशल डिस्टेशिंग, मास्क, हाथों की स्वच्छता, क्वेरेन्टाईन जैसे शब्दों कर्तव्यों का अर्थ नहीं समझ पाए तो यह दुर्भाग्यपूर्ण तथा खतरनाक लापरवाही है। यह स्वयं के लिये तथा समाज के लिये जानलेवा हो सकता है। ऐसे लोग जो व्यक्तिगत कारणों से भोपाल, जबलपुर, रायपुर, इंदौर, दिल्ली जैसे शहरों से आकर सीधे अपने घर - परिवार, समाज मे जाकर आम जीवन जीने लगते हैं, उन्हे अपने गाँव शहर में आकर अस्पताल जाकर परीक्षण करवाना चाहिए। यदि इसके बाद डाक्टर सलाह दें तो क्वेरेन्टाईन हो जाना समाज, परिवार व स्वयं के हित में होगा। देखा यह जा रहा है कि लोग हाट जोन वाले शहरों से आकर अपने काम धन्धे में लग जाते हैं। जब कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा मंडरा रहा है, एक दिन में 40 हजार से अधिक मरीज निकल रहे हों, मौत का आंकडा बढ रहा हो तो किसी व्यक्ति की लापरवाही को आपराधिक मानकर कानूनी कार्यवाही का विकल्प प्रशासन को उपयोग में लाना होगा।
राजनीतिक दलों के लोगों को भी बैठकों, कार्यक्रमों में सरकार के निर्देशों का सख्ती से पालन करने की जरुरत है। प्रशासन को ऐसे आयोजनों पर विशेष निगरानी रखने की जरुरत है । वहीं दलों के शीर्ष नेताओं को डिस्टेशिंग, मास्क, सेनेटाइजर के उपयोग को सख्ती से अमल में लाना होगा।
उल्लेखनीय है कि कोरोना प्रभावित कुछ लोगों की जांच में हीलाहवाली की खबरें प्रकाश में आई हैं । जिला प्रशासन को इसकी ओर भी ध्यान देना होगा।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर ने अवकाश से आने के बाद सीधे जिला चिकित्सालय जाकर स्वास्थ्य परीक्षण करवा कर जाँच रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त होने के बाद कोरोना से बचाव हेतु सुरक्षात्मक उपायों का पालन करते हुए कार्य प्रारम्भ किया। आपने ज़िले के समस्त नागरिकों के सामने आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया है ।
उन्होने जिले की जनता से यह अपील भी की है कि अनावश्यक बाहर न निकलें, बाहर निकलने पर कोरोना से बचाव हेतु सुरक्षात्मक उपायों मास्क, फ़ेस कवर, गमछे आदि का उपयोग करें। आपने कहा इसके साथ ही हाथों को नियमित रूप से साबुन साफ़ करते रहें अथवा ऐल्कोहल बेस्ड सैनिटाईज़र का प्रयोग करें। इस समय अनावश्यक यात्रा करने से बचें, यात्रा करके आने पर होम क्वॉरंटीन के निर्देशों का पालन करें। किसी भी प्रकार के लक्षण होने पर स्वास्थ्य विभाग को अथवा ज़िला प्रशासन को सूचित करें। उन्होंने आगाह किया है कि कोरोना संकट अभी टला नही है, सावधानी एवं सुरक्षा उपायों को अपनाया जाना संक्रमण के नियंत्रण हेतु अहम है।
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