(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद अब उपचुनाव लगभग 3 माह के अंदर संपन्न होने हैं । जिसके लिए प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस, भाजपा के साथ अन्य पार्टियां भी अपने चुनावी समीकरण बनाने चालू कर दिए हैं । अनूपपुर विधानसभा चुनाव अधिकांशत: कांग्रेस और भाजपा के मध्य ही सीमित रहा और आश्चर्य की बात यह है की बिसाहूलाल सिंह और रामलाल रौतेल दोनों के मध्य कड़ा मुकाबला होता था। बागडोर किसी एक हाथ में होती थी। लेकिन 15 माह के कांग्रेस के शासनकाल में सत्ता परिवर्तन का वह परिदृश्य सामने आया कि कभी एक दूसरे के प्रतिद्वंदी बिसाहूलाल सिंह और रामलाल रौतेल अब साथ-साथ हो गए । यानी कि कांग्रेस के अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र के जाने-माने नेता पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कांग्रेस का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। आज परिस्थितियां यह हो गई कांग्रेस के अनूपपुर में कई भाग हो गए दमदार नेता कांग्रेस के अंदर अब दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा। तीन संभावित उम्मीदवार कांग्रेस में अपने-अपने आकाओं की बदोलत जोर लगा रहे हैं उसमें प्रमुख हैं विश्वनाथ सिंह , उमाकांत उइके, एवं राजीव सिंह । तीनों अलग-अलग दिशाओं से अपना जोर लगाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं । लेकिन जो गोपनीय सर्वे रिपोर्ट गई है वह कोई नया समीकरण सामने लाना चाहती है जिसमें पता चला है कि विधानसभा क्षेत्र अनूपपुर के निवासी लेकिन राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जिस पर कभी भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव के समय दाव खेलने का विचार कर रही थी लेकिन इसी बीच कांग्रेस छोड़कर श्रीमती हिमाद्री सिंह भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली जिससे उस राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी का दाव कमजोर पड़ गया और श्रीमती हिमाद्री सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा में अपना प्रत्याशी घोषित कर राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की उम्मीदवारी को किनारे कर दिया। लेकिन अब कांग्रेस के जाने-माने नेता बिसाहूलाल सिंह के भाजपा में जाने से और अनूपपुर में विधानसभा में कांग्रेस के दमदार नेता की कमी को देखते हुए उसी राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी को कांग्रेस के ही प्रादेशिक स्तर एवं राष्ट्रीय स्तर के नेता लगातार तैयार करने में जी जान से जुट गए हैं । जो खबरें छनकर आ रही हैं उसमें पता चला है कि उक्त राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी ने चुनाव लड़ने का मन लगभग बना लिया है। इस विधानसभा क्षेत्र में उसके समाज की काफी बाहुलता है यही नहीं उनका निवास के साथ ही ससुराल भी यही है और यही उम्मीदवार भाजपा के बिसाहूलाल सिंह को कड़ी टक्कर दे सकता है। पता चला है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष माननीय कमलनाथ जी व्यक्तिगत रुचि लेकर अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र को किसी भी कीमत में कांग्रेस के पक्ष में हर हाल में लाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने प्रभारी की नियुक्ति भी कर दी है और वे पूरी तरह से बिसाहूलाल सिंह को इस सीट से हराने के लिए अपना मन बना लिए हैं । जिला कांग्रेस के अध्यक्ष को अभयदान देते हुए नई कार्यकारिणी गठन के निर्देश भी दे चुके हैं । ज्ञातव्य हो कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल केवल बिसाहूलाल सिंह के लिए ही जिला कांग्रेस अध्यक्ष थे वह कभी कोतमा एवं पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायकों के साथ उनके किसी भी कार्यक्रम में कभी भी शामिल नहीं हुए केवल उनके लिए बिसाहूलाल सिंह ही सब कुछ थे। जिनकी बदौलत लगातार वे लाख विरोध के बावजूद जिला कांग्रेस अध्यक्ष बने रहे। लेकिन एकाएक बिसाहूलाल सिंह के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद भी उन्होंने कांग्रेस से अपना नाता यथावत बनाए रखा और बिसाहूलाल सिंह को अलविदा कह दिया। जिससे मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उनको अभयदान दे दिया। अब चुनाव के समय उनके नेतृत्व में बिसाहूलाल सिंह के खिलाफ तेजी से प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी संभालते हुए उनके खिलाफ तमाम आरोपों की झड़ी लगाने का कार्य उन्हें करना है। ज्ञातव्य हो कि राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की पकड़ अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र में अच्छी खासी है आसपास भी इन्होंने अपनी नौकरी की है जिससे हर कोई इनसे अच्छी तरह वाकिफ है और उनकी उम्मीदवारी से कांग्रेस का गुटीय संतुलन भी संभल जाएगा और कांग्रेस पूरी दमदारी से भारतीय जनता पार्टी को उनके प्रत्याशी बिसाहूलाल सिंह को टक्कर देने की स्थिति में नजर आएगा। पता चला है कि अगर सब कुछ तय हो गया तो कांग्रेस के लिए संभावित राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी त्यागपत्र देकर विधानसभा क्षेत्र अनूपपुर का दौरा शीघ्र ही जिला कांग्रेस के नेतृत्व में साथ ही कांग्रेस के विधायकों कोतमा एवं पुष्पराजगढ़ के साथ प्रारंभ कर देंगे । जिससे चुनावी समीकरण बदले बदले नजर आएंगे। देखना है आने वाले वक्त में जब बिसाहूलाल सिंह सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार अपने विधानसभा क्षेत्र में आएंगे तो कांग्रेस के कितने नेता शहर से लेकर गांव तक के उनके नेतृत्व में भाजपा का दामन थामते हैं। यह काफी महत्वपूर्ण होगा । लगभग 4 माह से बिसाहूलाल सिंह अपने क्षेत्र से दूर ही दूर है उनकी प्रतीक्षा कांग्रेस और भाजपा दोनों को है कि उनके आने के बाद विधानसभा क्षेत्र अनूपपुर में परिवर्तन की क्या दशा और दिशा तय होती है। अब सभी को बदले परिदृश्य मैं होने वाले चुनाव का इंतजार है।
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