(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) 21 दिन का देश व्यापी लाकडाउन कोरोना संक्रमण को जमाती हमले के बावजूद तीसरे चरण में पहुँचने से रोकने में सफल रहा है। लाकडाउन के 18 वें दिन प्रभावितों की संख्या भले ही बढकर 7000 पार कर गयी हो लेकिन यह दुनिया के तमाम विकसित ,विकासशील देशों की तुलना में बहुत कम है। यह ऒर भी कम होता बशर्ते निजामुद्दीन के तबरजी तथा नेपाल के रास्ते संक्रमित जमाती स्वत: आगे बढकर अपनी जांच ,अपना इलाज कराते। दुर्भाग्यवश उनका सरकार तथा मानवता से असहयोग साजिश की सीमाओं को पार करके बड़े षड्यंत्र की ओर चला गया । विभिन्न राज्यों ने लाक डाउन दो हफ्ते बढाने की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से अपील की है तथा उडीसा, महाराष्ट्र जैसे कुछ राज्यों ने लाकडाउन की सीमा 14 अप्रैल से बढा कर 30 अप्रैल कर दिया है।
लाकडाउन का उद्देश्य आम जनता को शत् प्रतिशत घरों में बन्द रखना है। सरकार ने जिला प्रशासन से सख्ती से लाकडाउन का पालन करने को कहा है। कुछ जिलो में आंशिक/ पूर्ण, तो कुछ में साप्ताहिक कर्फ्यू भी लगाया जा रहा है। इसके बावजूद कुछ लोग किसी ना किसी बहाने सडकों , बाजार जैसी जगह पर निकल ही आते हैं। लोगों ने कोरोना लाकडाउन को पर्यटन की तरह इस्तेमाल करना शुरु कर दिया है। जरुरत मन्दों को एक - दो टाईम का पका खाना बांटकर या कभी किसी के सम्मान के बहाने जिस तरह से फोटो, सेल्फी, वीडियो वायरल किये जाते हैं, उससे अन्य लोगों को भी दो -- चार हजार खर्च करके मुफ्त प्रचार का अवसर हाथ लग गया लगता है। कुछ तो इनसे भी दो कदम आगे निकल भागे हैं । पराये नारियल से भेंट करने की परंपरा का पालन कर लोग सेठ - व्यापारियों, अधिकारियों, ठेकेदारों के पैसे से स्वयं दानवीर कर्ण बनने की कोशिश करते दिख रहे हैं। भोजन वितरण ,सेनेटाईजेशन, सम्मान करना - कराना वस्तुत: कोरोना पर्यटन का बडा हिस्सा बन गया है। जिसमें कर्फ्यू , धारा 144 , लाकडाउन का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। सोशल डिस्टेशिंग की धज्जियां उडाई जा रही हैं । मास्क ना बांध कर अपराध किया जा रहा है। दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से ऐसे आयोजनों को रोकने की जिन पर जिम्मेदारी है, वे स्वत: लिप्त देखे जा रहे हैं।
यदि ऐसी ही दशा रही तो लाकडाउन मई - जून में भी समाप्त नहीं हो पाएगा।
भाजपा नेता एवं जय भारत मंच के जिलाध्यक्ष मनोज द्विवेदी ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान तथा कलेक्टर श्री चन्द्रमोहन ठाकुर से मांग की है कि लाक डाऊन / कर्फ्यू / धारा 144 उल्लंघन के मामले मे सख्त कार्यवाही करें। जरुरतमन्द लोगों की मदद के इच्छुक लोग कच्चा राशन , दाल, तेल, आलू, प्याज, शक्कर ,गुड, बिस्किट, साबुन आदि प्रशासन को दें ....जो जिम्मेदार लोगों के द्वारा वास्तविक जरुरतमन्द लोगों तक पहुंचाया जाए। पका भोजन नगरपालिका , जनपद, ग्राम पंचायतों से वितरित हो। सामग्री वितरण या किसी भी सहयोग की सेल्फी , फोटो, वीडियो वायरल करने पर सख्त कार्यवाही का प्रावधान किया जाए। 100 % लाकडाउन का पालन किये बिना लोगों की जिन्दगी दांव पर लगाने की अनुमति किसी को ना दी जाए।
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