अनूपपुर (अंचलधारा)। अपने इंसाफ के लिए अनशन पर बैठी साध्वी बुधराम दास बुधिया को दूसरे दिन भी व्यापक जनसमर्थन मिलता नजर आया। ज्ञातव्य हो कि अमरकंटक स्थित च्यवन गुफा आश्रम पर किए गए अवैध कब्जा को हटाए जाने की मांग को लेकर महिला साधू बुधिया इधर-उधर भटकती रही। जिसके बाद उसने 25 नवम्बर को जिला चिकित्सालय के सामने न्याय की फरियाद को लेकर क्रमिक अनशन पर बैठ गई। अनशन के प्रारंभ में म.प्र. कांग्रेस कमेटी के पिछड़वर्ग प्रदेश उपाध्यक्ष महामंडलेश्वर लक्ष्मणदास बालयोगी ने अनशन कारियों का माल्यार्पण कर कहा की हताश-निराश बुधिरामदास बुधियाबाई के सहयोग मांगने एवं अन्याय के खिलाफ लडऩे का अनुरोध करने पर हमने बुधिया बाई को न्याय दिलाने के लिए गांधी के रास्ते पर चलकर क्रमिक अनशन को पूर्ण सहयोग रहेगा। अमरकंटक में साध्वी बुधराम के गुरू रामलखनदास ने च्यवन गुफा कपिला संगम में रहकर वहां आश्रम बनवाया एवं काली मंदिर की स्थापना की। इनके गुरू रामलखनदास के ब्रम्हलीन होने के बाद महाराष्ट्र अमरावती से वर्ष 2003-04 राजेश्वर आचार्य मावली सरकार आकर अमरकंटक स्थित आश्रम को साधवी बुधरामदास के कब्जे से उक्त उक्त आश्रम को अवैध रूप से कब्जा कर लिया। जिसके लिए न्याय की गुहार साध्वी लगाती रही लेकिन उसकी सुनवाई कहीं नहीं होने से उसे अनशन का रास्ता अख्तियार करना पड़ा। बुधराम दास के अनशन में तमाम समर्थकों में रामखेलावन तिवारी ,सुदामा पटेल, गिरधारी ,चेतराम पटेल ,पुरुषोत्तम ,अजय पाल पटेल, अनुराग पांडे, नंदलाल साहू, दिलीप तिवारी ,अशोक द्विवेदी ,छोटेलाल पटेल ,विजय राठौर, हीरामणि द्विवेदी, जयपाल सिंह आर्म ,महेंद्र सिंह ,प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, रामस्वरूप दुबे ,विजय प्रकाश पांडे ,बेनी माधव राठौर ,बालकृष्ण मिश्रा, राम सहोदर पटेल, राजेंद्र गुप्ता, सुरेंद्र पट्टा ,राम भगतआलिया, मोहित पटेल आदि समर्थकों ने साध्वी बुध रामदास बुधिया को अपना समर्थन प्रदत्त किया है।
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