Anchadhara

अंचलधारा
!(खबरें छुपाता नही, छापता है)!

निडर हो कर पत्रकार करें पत्रकारिता-आर. बी. प्रजापति शिकायतों पर होगी कार्यवाही इंतजार करें - एस.पी. सिंह

  (हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
संभाग के पत्रकार मैदान 
में:कमिश्नर आई.जी. को सौंपा ज्ञापन 
अनूपपुर (अंचलधारा) अनूपपुर जिले में प्रशासन एवं पत्रकारों के बीच संवादहीनता के कारण अप्रिय स्थिति बनी हुई है। पत्रकार बिना भय के निष्पक्ष , निर्भीक, स्वतंत्र पत्रकारिता
करें। गुरुवार, 14 नवम्बर को शहडोल कमिश्नर आर. बी. प्रजापति को ज्ञापन सौंपने अनूपपुर ,शहडोल उमरिया के सैकडों पत्रकार काली पट्टी बांध कर कमिश्नर एवं आईजी कार्यालय पहुंचे। आन्दोलनरत पत्रकारों से वार्ता करते हुए कमिश्नर श्री प्रजापति ने उपरोक्त विचार व्यक्त किये। श्री प्रजापति ने पत्रकारों को आश्वस्त किया कि उन्हे समाचार कव्हरेज के दौरान बिना डरे कार्य करना चाहिए । पत्रकारों को स्वतंत्र ,निष्पक्ष ,निर्भीक पत्रकारिता के लिये पूरा अवसर है। उनकी शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही की जाएगी। इससे पहले अनूपपुर , शहडोल, उमरिया के पत्रकारों का जय स्तंभ चौक ,शहडोल में एकत्रीकरण हुआ। बांह में काली पट्टी बांध कर रैली की शक्ल में सैकडों पत्रकार दोपहर एक बजे कमिश्नर कार्यालय पहुंचे । उन्होंने कमिश्नर से अनूपपुर जिले मे स्वतंत्र पत्रकारिता के दौरान आ रही दिक्कतों की चर्चा कर उन्हे ज्ञापन सौंपा । पत्रकारों ने पत्र में कहा है कि अनूपपुर जिले में हमेशा निष्पक्ष, स्वतंत्र, भयमुक्त पत्रकारिता होती रही है। विगत कुछ माह से योजनाबद्ध तरीके से पत्रकारों को टारगेट किया जा रहा है। समाचार प्रकाशन उपरांत पत्रकारों के विरुद्ध पुलिस तथा प्रशासन की गतिविधि स्वतंत्र, निष्पक्ष , निर्भीक पत्रकारिता के लिये घातक है। कुछ घटनाओं की चर्चा करते हुए बतलाया गया कि राजेन्द्रग्राम के पत्रकार अजय जायसवाल के विरुद्ध शान्ति समिति की बैठक में अधिकारियों की उपस्थिति में कुछ लोगों ने अपशब्द कहे । बाद में पत्रकार के विरुद्ध ही शिकायत दर्ज कर ली गयी । कोतमा के पत्रकार विनय उपाध्याय द्वारा आरटीओ चेक पोस्ट के विरुद्ध समाचार चलाया गया तो समाचार प्रकाशन के बाद ही ऋतु तिवारी ,प्रभारी चेकपोष्ट ने मामला दर्ज करवा दिया। कोतमा मे पत्रकार राजेश पयासी की बेटी के विवाह के बाद सुबह रिश्तेदारों को स्टेशन छोडने गये युवकों की पुलिस ने बेवजह पिटाई की। शिकायत की गयी ,लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गयी । प्रदेश टुडे के जिला व्यूरो प्रदीप मिश्रा ने बरगंवा पंचायत में शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार के विरुद्ध समाचार प्रकाशन किया। शिकायत भी की। जांच अधिकारी ने जांच के नाम पर पत्रकार को मॊके पर बुलवा लिया । जहाँ सरपंच ने उस पर हमला कर दिया ।कोई कार्यवाही नहीं की गयी। उल्टा पत्रकार पर मामला दर्ज किया गया।ग्लेज इंडिया की खबर पर पत्रकार विजय उरमलिया के कार्यालय में घुसकर उन्हे धमकाया गया। सोशल मीडिया मे गाली देकर , धमकियां दी गयी। साक्ष्य सहित शिकायत पर कार्यवाही नहीं हुई। बल्कि कोतवाली निरीक्षक की सह पर आरोपियों की शिकायत पर पत्रकार के विरुद्ध जांच खडी कर दी गयी। पत्रकार अमित शुक्ला ने जिला पंचायत के विरुद्ध खबर छापी। जिस पर कलेक्टर ने ही नोटिस भेज दिया। कमिश्नर को बतलाया गया कि समाचार प्रकाशन उपरांत उसे संग्यान मे ना लेकर ,कोई जांच ना करवा कर पत्रकारों के विरुद्ध ही शिकायतें दर्ज होना
पत्रकार संरक्षण के सिद्धान्तों के विपरीत है। राज्य सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि पत्रकारों के विरुद्ध शिकायत की जांच डी आई जी स्तर के अधिकारी से करवा कर ही की जा सकती है। विगत कुछ माह मे एक के बाद एक पत्रकारों के विरुद्ध पुलिस। प्रशासन का गैर जिम्मेदार रवैया स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भीक पत्रकारिता के विरुद्ध है। विगत 14 दिन से अनूपपुर जिले के पत्रकार आन्दोलन पर हैं। अयोध्या निर्णय जैसे संवेदनशील मामले में पत्रकारों को भरोसे में नहीं लिया गया, ना ही पत्रकार वार्ता की गयी। प्रशासन से अपील की गयी है कि पत्रकारों को भयमुक्त ,दबावरहित, स्वतंत्र पत्रकारिता का माहौल प्रदान करने के लिये समुचित पहल की जाए।
शिकायतों पर होगी कार्यवाही
इंतजार करें -एस.पी. सिंह पुलिस महानिरीक्षक एसपी सिंह ने अनूपपुर सही से शहडोल संभाग से आए पत्रकारों की बातों को सिलसिलेवार ध्यानपूर्वक सुना और पत्रकारों को आश्वस्त किया कि वह निर्भीक होकर पत्रकारिता करें उन्होंने कहा कि सभी शिकायतों की वह सिलसिलेवार जांच कराकर समुचित कार्यवाही करेंगे बस थोड़ा इंतजार करिए।
शहडोल, उमरिया
के पत्रकार आए साथ
अनूपपुर के पत्रकारों के आन्दोलन को तब ऒर ताकत मिली जब शहडोल, उमरिया के पत्रकार भी खुल कर उनके साथ आ खडे हुए। यहाँ के पत्रकारों ने कहा है कि यदि अनूपपुर के पत्रकारों के साथ न्याय नही किया गया तो शहडोल, उमरिया में भी आन्दोलन किया जाएगा।
राज्यपाल से
मिलेंगे पत्रकार
कमिश्नर से मिलने के बाद पत्रकार संतुष्ट दिखे। लेकिन उन्होने 16 नवम्बर को राज्यपाल महामहिम लालजी टंडन से भेंट कर उन्हे ग्यापन सौंपने का मन बनाया है। तय कार्यक्रम के अनुसार शहडोल, धनपुरी, बुढार, जयसिंह नगर, उमरिया,अनूपपुर, राजेन्द्रग्राम, कोतमा,बिजुरी ,जैतहरी, राजनगर से सैकडों पत्रकार शहडोल पहुंचे तथा एकजुटता प्रदर्शित की। बाद मे पुलिस महानिरीक्षक एस.पी. सिंह को भी ज्ञापन सॊंपा गया।

Post a Comment

0 Comments