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अमरकंटक विकास प्राधिकरण के गठन मे दूसरे प्रदेश का प्रत्याशी स्वीकार नहीं अमरकंटक में आक्रोश का माहौल

               (हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अमरकंटक / (अंचलधारा) मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पवित्र नगरी का दर्जा प्राप्त अमरकंटक के समग्र विकास को लेकर जिला भाजपा की मांग पर 2011 में अमरकंटक विकास प्राधिकरण के गठन की घोषणा की। लंबे समय तक कलेक्टर अनूपपुर इसके अध्यक्ष थे। कुछ वर्ष पूर्व सरस्वती शिशु मन्दिर के व्यवस्थापक अंबिका तिवारी को इसका पहला अध्यक्ष बनाया गया। सरकार बदलते ही कांग्रेस ने प्राधिकरण को भंग कर दिया। अब एक बार फिर अमरकंटक विकास प्राधिकरण के गठन को लेकर कवायद शुरु हो गयी है। आम जनता मे पार्टी सूत्रों से जो चर्चा व्याप्त है उसके अनुसार ना केवल अमरकंटक अपितु अनूपपुर जिला सहित म प्र के लोगों को ठेंगा दिखलाते हुए छत्तीसगढ़ के एक व्यवसायी को इसका अध्यक्ष बनाए जाने की तैयारी है। बिलासपुर मे रहने वाला यह व्यवसायी यद्यपि अमरकंटक मे भी होटल का व्यवसाय करता है। लेकिन उसकी कांग्रेस के भीतर तथा सामाजिक गतिविधि शून्य मानी जाती रही है। अध्यक्ष पद पर इस नाम के सामने आते ही कांग्रेस के भीतर भूचाल की स्थिति बन गयी है। जबकि भाजपा जमकर चुटकियां ले रही है।
मामले से जुडे विश्वस्त सूत्रों के अनुसार प्रदेश के एक कांग्रेसी संत की अनुशंसा पर कांग्रेस के एक दिग्गज नेता के कहने पर कमलनाथ सरकार ने छत्तीसगढ़ के किसी शर्मा जी को प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया है। यद्यपि नाम की घोषणा या इस आशय का कोई आर्डर अभी तक नहीं हुआ है
इनकी है प्रबल दावेदारी
अमरकंटक विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष पद हेतु बहुत से कांग्रेस नेताओं ने दावेदारी करनी शुरू कर दी है।अमरकंटक नगर के कांग्रेस नेताओं एवं नागरिकों ने इस पद पर स्थानीय वरिष्ठ एवं अनुभवीजनों को इस पर आसीन करने की मांग की है।
अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदारों में सबसे पहला नाम यहाँ के वरिष्ठ नेता धनंजय तिवारी का नाम लिया जा रहा है। चार दशक से कांग्रेस के विभिन्न पदों पर रहे धनन्जय ने अभी हाल ही मे पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व दलवीर सिंह की बेटी वर्तमान सांसद हिमाद्री सिंह के साथ भाजपा मे ना जाकर अपनी निष्ठा साबित की है। वे उच्च शिक्षा प्राप्त स्नातकोत्तर हिन्दी एवं राजनीति से हैं। 40 वर्षो से कांग्रेस की राजनीति कर रहे है अच्छा खासा राजनैतिक एवं प्रशासकीय अनुभव रखते है । इनके साथ ही सांसद प्रतिनिधि रह चुके ,कांग्रेस में 36 वर्ष से सक्रिय दुर्गेश अग्रवाल का नाम मजबूती से रखा गया है। वही श्यामलाल सेन मण्डलम् अध्यक्ष पद पर है, पार्षद रह चुके है ,नगर एवं जिला कांग्रेस कमेटी में क्रमश: सचिव, महामंत्री पद पर रह चुके है। 18-19 वर्ष कांग्रेस संगठन में सक्रिय है। शक्तिशरण पाण्डेय नगर परिषद में पार्षद पद के साथ उपाध्यक्ष रह चुके है। 16-17 कांग्रेस संगठन में सक्रिय है। लक्ष्मी चंद्र जैन विधायक प्रतिनिधि रह चुके है, वर्तमान में भी कार्यरत है। सभी वरिष्ठजनों में गिनती की जाती है। 37-38 वर्ष से कांग्रेस संगठन में रहकर काम कर रहे है।
राजेन्द्रग्राम निवासी नर्मदा सिंह ,पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष, आदिवासी नेता स्व. श्री दलवीर सिंह के भतीजे तथा अशोक पाण्डेय पूर्व उपाध्यक्ष जनपद पंचायत पुष्पराजगढ का नाम भी लिया जा रहा है। चूंकि आगामी २ वर्ष बाद नगर पंचायत परिषद अमरकंटक का चुनाव भी होना है। यदि बाहरी व्यक्ति को बैठाया जाता है तो इस पर बुरा प्रभाव पडेगा।
भाजपा ने ली चुटकी
भाजपा नेता एवं भारत विकास परिषद के जिलाध्यक्ष मनोज द्विवेदी ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा है कि यूज & थ्रो कांग्रेस की पुरानी परंपरा रही है। कांग्रेस को अमरकंटक से लेकर पूरे अनूपपुर जिले में या मध्यप्रदेश मे एक भी समर्पित ,ईमानदार कांग्रेस का कार्यकर्ता इस पद के योग्य नहीं मिला। यदि इन सब बातों मे जरा भी सच्चाई है तो यह अत्यंत निंदनीय है। भाजपा ने एकमतेन इस पद हेतु अमरकंटक के स्थानीय व्यक्ति को ही चयन करने की परंपरा शुरु की थी। अब कांग्रेस को इसमे रुचि नहीं है तो यह उनका आन्तरिक मामला है।

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