(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) गत दिवस पख्यात व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई जी के जन्म दिवस पर नगरपालिका द्वारा संचालित पंडित शंभूनाथ शुक्ल पव्लिक लाईब्रेरी में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ परसाई जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए ग्रंथपाल रामनारायण पाण्डेय ने किया। उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान संदर्भ में परसाई जी के व्यंग बिलकुल सटीक बैठते हैं आज के नेता जन समस्या से जनता का ध्यान हटाकर फालतू बातों में लगाते है इस अवसर पर उनकी दो कविताएं भी सुनायी गई तथा कहा गया कि कबीर के बाद परसाई ही है जो अपनी बात व्यंग में करते हैं वे सर्वतोमुखी प्रतिभा के व्यंग्यकार थे। उनकी रचना चाहे पांच बेचने वाला हो या वैष्णव की फिसलन हो उन्होंने समाज के पाखंड को व्यंग में पिरोकर प्रस्तुत किया इस मामले में कबीर, भारतेन्दु के बाद परसाई ही एक ऐसे रचनाकार हुए हैं जिन्होंने अपनी रचनाओं से समाज को नई दिशा दी है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से गोविन्द श्रीवास्तव, बालगंगाधर सिंह सेंगर, उमेश सिंह, डॉ नीरज श्रीवास्तव, राहुल राय, मन्नूलाल सेन इत्यादि उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन एवं संचालन ग्रंथपाल रामनारायण पाण्डेय ने किया।
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