(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा)
कांग्रेस सरकार की 6 माह पूर्ण होने के बाद कांग्रेस ने पत्रकार वार्ता आयोजित की और
अपना लेखा-जोखा प्रस्तुत किया उसके दूसरे दिन भारतीय जनता पार्टी ने पत्रकार वार्ता
आयोजित कर कांग्रेस की 6 माह के कमलनाथ सरकार के खिलाफ पत्रकार वार्ता कर आरोप लगाया
कि धरातल पर कहीं भी कांग्रेस की उपलब्धियां नजर नहीं आ रही। केवल कागजों तक ही सीमित
है। भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम ने कहा कि 15 वर्ष मध्यप्रदेश में
भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी और उसने बराबर जनता के पटल पर अपना लेखा-जोखा रखा।
लेकिन कमलनाथ की सरकार ने 6 माह का जो लेखा-जोखा रखा वह पूरी तरह से निराधार है। धरातल
पर कहीं नजर नहीं आ रहा उन्होंने कहा कि 15 वर्ष प्रदेश की कानून व्यवस्था अच्छी थी
लेकिन छह माह में कानून व्यवस्था को क्या हो गया शांति का टापू मध्य प्रदेश कहलाता
था हिंदुस्तान में मध्य प्रदेश का नाम था लेकिन कांग्रेस के आते ही 6 माह में शांति
का टापू अपनी पहचान खोने लगा। हत्या, बलात्कार, अपहरण, चोरी, डकैती आम बात हो गई।
15 वर्षों तक भाजपा ने अनेकों कार्य किए जो जनहित में थे। भाजपा की संबल योजना को कांग्रेस
ने बंद कर दिया जिससे गरीब तबके के लोग परेशान हैं। उन्होंने कांग्रेस से विभिन्न प्रकार
के सवालों का जवाब मांगा है जिसमें प्रमुख है उन्होंने बताया कि प्रदेश में कांग्रेस
सरकार कागजों के ऊपर अपने वचन पत्र को पूरा कर अपनी उपलब्धियां बता रही हैं। वास्तविकता
में इसका कोई लेना देना नहीं है। पिछले 6 महीने में समृद्ध मध्य प्रदेश को कांग्रेस
सरकार ने अराजकता, अशांति, अपहरण और हिंसा का गढ़ बना दिया है। बीते 6 महीनों में
15 वर्षों के बाद प्रदेश में फिर एक बार डकैतों की वापसी हुई है चित्रकूट की घटना।
पूरे प्रदेश में भय आतंक अराजकता का माहौल बन गया है इंदौर में दिनदहाड़े बच्चे का अपहरण
हुआ चित्रकूट में अपहरण और हत्या हुई और गृहमंत्री ही लापता रहे। बघेलखंड निमाड़ महाकौशल
में खुलेआम गोलियां चलने लगी लेकिन सरकार के मंत्री सत्ता के नशे में व्यस्त हैं जनता
की परवाह ही नहीं। राज्य की जनता ने देखा कि कांग्रेस के नेता और गुंडे कैसे चुने हुए
जनप्रतिनिधियों का अपमान कर जनादेश को खंडित करने में लगे हैं। मासूम बेटियों के साथ
निरन्तर हो रही दरिंदगी पर सरकार की खामोशी शर्मनाक है। 6 महीनों से प्रदेश में कृषि
मंत्री मुख्यमंत्री से बिना पूछे किसान कल्याणकारी योजनाओं को बंद करने लगे हैं। संबल
योजना, राज्य बीमारी सहायता योजना बंद कर दी जा रही है। किसी भी किसान का दो लाख का
कर्जा माफ नहीं हुआ। ओला, पाला से नुकसान भी फसल का जायजा लेने अब मुख्यमंत्री तो दूर
पटवारी, अधिकारी, मंत्री भी नहीं पहुंच रहे। मंडियों में किसान गेहूं लेकर खड़ा है लेकिन
सुध लेने वाला अधिकारी नहीं मिल रहा। धान, गेहूं के परिवहन की व्यवस्था भी नहीं की
गई रात भर मंडी के बाहर सोने को मजबूर है किसान। कांग्रेस ने वचन पत्र में पंचायतों
को रेत खनन का अधिकार देने का वचन दिया था पर रेत माफिया के सामने सरकार ने घुटने टेक
दिए। प्रदेश में बिजली कटौती शुरू हो गई लालटेन युग की वापसी हुई। 6 महीनों की उपलब्धियों
के बारे में सरकार जो आंकड़े बता रही है लेकिन घरों में बिजली सप्लाई देने में असमर्थ
है। प्रदेश के अधिकारी कर्मचारी ट्रांसफर से और जनता ट्रांसफार्मर से परेशान है। प्रदेश
में तबादलों से उगाही का उद्योग चल रहा है। मध्यप्रदेश में यू-टर्न सरकार है वंदे मातरम
पर यू-टर्न, भावांतर योजना पर यू-टर्न, संविदा की सुरक्षा पर यू-टर्न, मीसा बंदियों
की पेंशन पर यू-टर्न, किसान सम्मान निधि पर भी यू टर्न लिया गया। अब मिस्टर बंटाधार
रिटर्न्स हो चुका है। 2003 के पहले जैसे मध्यप्रदेश का फिर आगाज हो चुका है। जनता को
15 साल के पहले वाले मध्य प्रदेश का एहसास दिलाने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ जी का
धन्यवाद। जनता आपको समझ गई है और जल्द ही बड़े बदलाव के इंतजार में हैं इस अवसर पर मध्यप्रदेश
भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष पूर्व विधायक रामलाल रौतेल, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष
पसान राम अवध सिंह, भूपेंद्र सिंह, शिवरतन वर्मा, मनोज दुबे एवं जिला मीडिया प्रभारी
राजेश सिंह उपस्थित थे
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